पंडित देवी प्रसाद चौबे शासकीय महाविद्यालय साजा में आदिवासी छात्र के भविष्य के साथ खिलवाड़
साजा :-पंडित देवी प्रसाद चौबे शासकिय महाविद्यालय साजा मे अध्ययनरत देवीलाल ठाकुर पिता शत्रुहन लाल ठाकुर ने सन 2018 से 2022 तक अध्ययन कार्य किया अध्ययन करते देवीलाल ठाकुर ने अंतर महाविद्यालयिन आल इंडिया क्रिकेट में चयनित होकर कानपुर गया था देवीलाल अपने प्रतिभा को आगे रखते हुए पंडित देवी प्रसाद चौबे शासकीय महाविद्यालय साजा का नाम को गौरान्वित करने के सोच को लेकर पुनः महाविद्यालय में प्रवेश लेना चाह रहा था जो की प्रथम सूची में नाम आने के बाद भी प्रवेश प्रभारी डॉ विजय लक्ष्मी देवांगन के द्वारा जाति प्रमाण पत्र का हवाला देते हुए प्रवेश नही लिया गया जबकी पुरे महाविद्यालय में सभी संकाय के विद्यार्थियों को जाति प्रमाण के लिए कम से कम 15 दिन का समय दिया गया परन्तु देवीलाल ठाकुर को एक घंटे का भी समय नही दिया गया और महाविद्यालय के एम. ए समाजशात्र एवं अर्थशास्त्र में 10-10 सीट है जिसमे आदिवासी के लिए 3-3सीट आरक्षीत है जिसमे केवल एक ही आदिवासी का प्रवेश लिया गया है जबकि देवीलाल ठाकुर प्रवेश के अंतिम तिथि 10/09/2022 एक दिन पहले 09/09/2022 जाति प्रमाण पत्र के साथ महाविद्यालय में प्रवेश लेने गया जिसके बाद भी प्रवेश प्रभारी डॉ. विजय लक्ष्मी देवांगन द्वारा सीट पूर्ण हो गया है बोलकर वापिस भेज दिया गया जबकि आदिवासी सीट के नियमानुसार आदिवासी को अंतिम तिथि तक आदिवासी का प्रवेश लिया जाना था अंतिम तिथि के पूर्व गैर आदिवासी को प्रवेश दिया गया जोकि नियम के विरुद्ध है l उसके बाद देवीलाल ठाकुर ने बताया की खेल के बोनस के 12 अंक मिलना था जोकि नहीं मिला प्रमाण पत्र न होने के कारण जबकि खेल का प्रमाण पत्र 2 वर्ष पूर्व पं देवी प्रसाद चौबे शाशकीय महाविद्यालय साजा को प्रमाण पत्र प्राप्त हो चूका है और अब तक प्राचार्य डॉ आई पी दिनकर के द्वारा प्रमाण पत्र को दबाकर रखा गया है प्रमाण पत्र न मिलने पर देवीलाल ठाकुर को प्रवेश से वंचित कर दिया गया देवी लाल ठाकुर के मानसिक तनाव को देखते हुए उसके घरवालों ने आदिवासी गोड़ समाज को गुहार लगाया जिसमे समाज के प्रमुख लोगो के द्वारा पं देवी प्रसाद चौबे शाशकीय महाविद्यालय साजा में प्रवेश लेने के लिए आदिवासी गोड़ समाज के द्वारा प्राचार्य डॉ आई पी दिनकर को निवेदन करने पर भी देवीलाल ठाकुर को प्रवेश नहीं दिया गया और प्रचार्य डॉ आई पी दिनकर को आदिवासी गोड़ समाज के प्रमुखो के द्वारा पूछने पर सीट पुर्ण होने का हवाला दिया गया और आदिवासी के सीट पर गैर आदिवासी को प्रवेश दिया गया जिसे देखकर आदिवासी गोड़ समाज ने पूछा की ऐसा क्यों हुआ तो पं देवी प्रसाद चौबे महाविद्यालय साजा के प्राचार्य डॉ आई पी दिनकर ने बोला कि जो करना है कर लो बोलकर भगा दिया गयाlll
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