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Dongargarh: जिम्मेदारों ने मुंह मोड़ा तो ग्रामीणों ने चंदा इकट्ठा करके बना दिया 04 किलोमीटर सड़क, राह हुई आसान*

 *जिम्मेदारों ने मुंह मोड़ा तो ग्रामीणों ने चंदा इकट्ठा करके बना दिया 04 किलोमीटर सड़क, राह हुई आसान*




*डोंगरगढ़।* बागनदी जुनून और जज्बा हो तो कोई काम मुश्किल नहीं है। सरकारी तंत्र की उपेक्षा से हताश हो कर गांव वालों ने चंदा इकट्टा कर लगभग 04 किलोमीटर सड़क बना डाला। ग्राम पंचायत बागनदी के आश्रित ग्राम कण्डराटोला, बोदालदंड जो मूल ग्राम पंचायत से पांच किलो मोटर दूर है और बोदालदंड जाने के लिये महाराष्ट्र के ग्राम सलिहाटोला पार करना पड़ता है। कण्डराटोला, बोदालदंड साथ ही साथ सलिहाटोला के ग्रमीणों का हर छोटे-बड़े कार्य के लिये ग्राम पंचायत बागनदी निर्भर है। पंचायत कार्य हो या राशन खरीदने के लिये बागनदी जाना ही पड़ता है, जो कि महाराष्ट्र बॉर्डर तक डामरीकरण हो चुका है। लेकिन छत्तीसगढ़ बागनदी के आश्रित ग्राम कण्डराटोला तक मिट्टी सड़क है। इसी सड़क को बनाने के लिये महाराष्ट्र ग्राम पंचायत सलिहाटोला के ग्रामीणों ने पूरी चुनौती के साथ 04 किलोमीटर सड़क में मुरमिकरण करके बोदालदण्ड के लोगो सुविधा देने का काम है। इस कार्य को पूर्ण रूप से सहयोग देने वाले फुक़्क़ीमेटा के उपसरपंच चिंता साहू, उदय साहू, द्वारका साहू, खिलेश्वर रामचरण, हीरू लाल, रामखिलावन, भगत राम, रोहित गेंदलाल, सड़क निर्माण में अपनी जनसहयोग प्रदान किया है। अभी वर्तमान में ग्राम पंचायत बागनदी के सरपंच इंदरपाल भाटिया के द्वारा लोगों को परेशानी को देखते हुए कुछ दूर तक पत्थर और मुरम डाला गया था।


*बारिश के दिनों में होती थी बड़ी समस्या-*

*काटना पड़ता था लंबा चक्कर-*


 बागनदी से महाराष्ट्र सीमा लगभग 04 किलोमीटर तक मिट्टी की सड़क है तो ग्रामीण खराब रास्ते की वजह से ग्रामीण दूसरे रास्ते से लंबा चक्कर काटकर निकलने को मजबूर है। ग्रामीणों ने बताया कि सड़क की हालत खराब होने की वजह से वह शिरपुर मगरधोखरा होकर जाने वाली सड़क का इस्तेमाल करते हैं। जो आगे जाकर नेशनल हाईवे पर मिलती है। जिससे ग्रामीणों को लगभग 15 किमी का अतिरिक्त चक्कर लगाना पड़ रहा है।  क्योंकि कण्डराटोला से वाहन को कच्चे रास्ते में उतरना पड़ता है। जिससे वाहनों के कच्ची सड़क पर हुए कीचड़ में फंसने की आशंका बनी रहती है। ग्रामीण अपने कृषि कार्यों और अन्य कार्यों के लिए बागनदी जाने के लिये खासी जद्दोजहद करते थे।



*विधायक के द्वारा कोई सुनवाई नहीं हुई-*


इस समस्या को लेकर के ग्रामीणों के द्वारा हजारों बार सड़क निर्माण करवाने के लिए अर्जी लगा चुके है लेकिन डोंगरगांव विधानसभा के विधायक दलेश्वर साहू ने सड़क बनवाने के लिए कोई ध्यान ही नही दिया। जिसके कारण ग्रमीणों ने चन्दा इकट्ठा कर बारिश में चलने लायक मुरुम सड़क निर्माण किया। 


*बागनदी से आवागमन बाधित हो जाता है-*

गांव वालों ने बताया कि इस सड़क से मोटरसाइकल सवारों का निकलना बंद हो जाता है। कहीं-कहीं तो घुटने-घुटने तक कीचड़ और पानी भरा हुआ है और मिट्टी सड़क होने के कारण कीचड़ ही कीचड़ हो जाता है। सड़क में बने बड़े-बड़े गड्ढों में पानी जमाव के कारण पूरी सड़क पर दल-दल जैसी स्थिति पैदा हो गई है। वहीं मोटरसाइकिल चलने में फिसलती है पैदल चलने मैं भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कीचड़ ग्रामवासियों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ। वहीं ग्रामीणों ने बताया कि ऐसा स्थिति को देखते हुए हम सब मिलकर ये सड़क निर्माण का कार्य किये है ।


छत्तीसगढ़ विज़न टीवी से

ओमकार साहू की रिपोर्ट

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