Ticker

6/recent/ticker-posts

SAJA: एक नवम्बर से धान खरीदी के निर्णय से किसानों में खुशी- राठी

 एक नवम्बर से धान खरीदी के निर्णय से किसानों में खुशी- राठी


समितियों में हो रही सुचारू धान खरीदी


किसान घर बैठे अपने मोबाइल से  प्राप्त करेंगे टोकन सरकार का निर्णय किसानों के लिए वरदान साबित हो रहा


सरकार की जनहित योजनाओं और कार्यो से विपक्ष भयभीत



साजा- सेवा सहकारी समिति के अध्यक्ष कृष्णा राठी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि धान उत्पादक छत्तीसगढ़ राज्य में इस वर्ष 1 नवम्बर से किसानों के समर्थन मूल्य पर धान खरीदी किये जाने के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं कृषिमंत्री रविन्द्र चौबे के अभूतपूर्व निर्णय से धान उत्पादक किसान बेहद खुश नजर आ रहे है ज्ञात हो इस बार धान खरीदी की सरकार द्वारा चाक चौबंद व्यवस्था की गई है प्रत्येक सहकारी समितियों में खरीदी के समुचित व्यवस्था सरकार ने ततपरता से कराया है किसानों की सुविधा का हर स्तर पर सतत ध्यान रखा गया है किसानों को धान विक्रय में कोई परेशानी दिक्कत नही होगी बारदानों की पर्याप्त व्यवस्था सभी केंद्रों में की गई है टोकन के लिए भी किसानों को अब रतजगा करने या लंबी कतार में नही लगना पड़ेगा सरकार ने किसानों को घर बैठे अपने मोबाइल के जरिये टोकन प्राप्त करने का अभिनव शुरवात किया है जो किसानों के लिए वरदान साबित हो रहा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कृषिमंत्री रविन्द्र चौबे के किसान हितों के निर्णय से पूरे राज्यभर में किसान वर्ग खुशहाली व उन्नत कृषि के तरफ अग्रसर है। छत्तीसगढ़ सरकार ने लगातार किसानों और कृषि मजबूती उन्नति प्रगति के लिए ऐसे कई महत्वपूर्ण योजनाओं की शुरवात की है जिससे राज्य में कृषि और किसानों को प्रत्यक्ष लाभ हो रहा पूरे देश मे छत्तीसगढ़ सरकार की कृषि नीति चर्चा का केंद्र बना है जिसे अन्य राज्यो में लागू किया जा रहा छत्तीसगढ़ सरकार गांव गरीब मजदूर किसानों के मजबूती के लिए कार्य कर रही राज्य में आने वाले समय मे किसान समृद्धि उन्नति की ओर तेजी से कदम बढ़ाएंगे । समिति अध्यक्ष कृष्णा राठी ने बताया कि इस वर्ष समितियों में बहुत ही सुचारू ओर शांतिपूर्ण रूप से शानदार खरीदी हो रहा सरकार की समस्त योजनाओं से किसानों को अवगत करा उसका भरपूर लाभ दिलाया जा रहा चाहे बिन ब्याज के गो धन योजना हो फसल आधारित शून्य प्रतिशत ब्याज दर पर कृषि ऋण हो खाद बीज की भी पर्याप्त मात्रा में भंडारण सुनिश्चित कर किसानों को वितरण किया जा रहा । वही राठी ने विपक्षी भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि 15 साल राज्य की सत्ता का सुख भोग किसानों के साथ छल कपट झूठ फरेब कर किसानों का शोषण करने वाली भाजपा भूपेश बघेल ओर रविन्द्र चौबे के किसान हित के कार्यो से भयभीत नजर आ रही इसलिए अनर्गल बयानबाजी कर भाजपा वाहवाही लूटने की कोशिश में लगी है परंतु छत्तीसगढ़ की जनता अब ऐसे धोखेबाजों से सावधान हो गई है और सबक सिखाने की तैयारी में।  निसंदेह छत्तीसगढ़ सरकार की समस्त योजनाएं आम जनता तक सीधे पहुच रही है और उसका लाभ मिल रहा है।

Post a Comment

0 Comments

Random Posts

Bilaspur:  वन विभाग का पर्यटकों से अनुरोध: भनवारटंक क्षेत्र में भ्रमण से बचें
Janjgir:  नवागढ़ फर्जी शिक्षा कर्मी वर्ग दो हुआ बर्खास्त, मामला शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला रिंगनी का*
Bilaspur:  फोटोबाजी के लिए पार्षद का खिलवाड़, मगरमच्छ के पीठ पर बैठ थाम ली लगाम  बिलासपुर रतनपुर सोशल मीडिया पर धाक जमाने और हवाबाजी करने के लिए रतनपुर का एक पार्षद ने एक विशालकाय मगरमच्छ के पीठ पर बैठ फोटो खिचवाने के लिए उस  मगरमच्छ पर बंधे रस्सी को घोड़े की लगाम की तरह थाम ली। उनकी देखा सीखी अब नगर के कई युवा और बच्चे भी इस तरह की हरकत कर अपनी जान जोखिम में डाल सकते हैं। ये महाशय है रतनपुर नगर पालिका के वार्ड क्रमांक 12 के पार्षद हकीम मोहम्मद, एक जन प्रतिनिधि होने के कारण उन्हे इस तरह की खतरनाक फोटो बाजी को रोकना चाहिए और लोगो को जागरूक करना चाहिए जबकि वो खुद इस तरह की स्टंटबाजी को बढ़ावा दे रहे  दरसल रतनपुर के वार्ड क्रमांक 5 रानीपारा में स्थित बिकमा तालाब जिससे लगा हुआ खेत में  था मगरमच्छ मोहल्ले के कुछ लोग सुबह उठ कर निकले खेत की ओर जहां खेत में घूमता हुआ दिखा  मगरमच्छ जिसे देख होश उड़ गय चीख पुकार सुन कर पूरे मोहल्ले हो गय एकत्रित सभी ने हिम्मत जुटा कर किसी भी तरह बांध कर वन विभाग को दी सूचना सूचना मिलते ही वन विभाग अधिकारी पहुंचे टीम के साथ पहुंचकर खुटा घाट में छोड़ा गयापर वहा देखी गई लापरवाही रतनपुर नगर पालिका के जनप्रतिनिधि वार्ड क्रमांक 12 के भाजपा पार्षद हकीम मोहम्मद के द्वारा ऐसे खिलवाड़ किया जा रहा है ।जिसकी वीडियो फोटो सोशल मीडिया में वायरल हो रही है क्या एक जनप्रतिनिधि होते हुए ऐसी हरकत कीया जाना चाहिए। भारतीय दंड संहिता की धारा 428 और 429 के तहत अगर किसी ने जानवर को जहर दिया, जान से मारा, कष्ट दिया तो उसे दो साल तक की सजा हो सकती है। इसके साथ ही कुछ जुर्माने का भी प्रावधान है। अब देखना है कि सरकार द्वारा इस लापरवाही के लिए क्या कदम उठाए जाएंगे