*चारभाठा में दस दिवसीय नवीन आचार्य प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ अध्यक्ष गीता घासी साहू ने दीप प्रज्वलित कर किया **
राजनांदगांव। ग्राम चारभाठा में जिला भारती शिक्षा समिति राजनांदगांव सरस्वती ग्राम शिक्षा समिति छत्तीसगढ़ के मार्गदर्शन में जिला ग्राम भारती राजनांदगांव द्वारा 10 दिवसीय नवीन आचार्य प्रशिक्षण वर्ग 26 मई से 5 जून तक सरस्वती शिशु मंदिर चारभाठा में आयोजित है। कार्यक्रम का उद्घाटन 26 मई को मुख्य अतिथि श्रीमती गीता घासी साहू अध्यक्ष जिला पंचायत राजनांदगांव ने मां सरस्वती के तैल चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया। मुख्य वक्ता ठाकुर राम कुर्रे प्रांतीय अध्यक्ष ग्राम शिक्षा समिति बिलासपुर ,कार्यक्रम की अध्यक्षता कृष्ण कुमार वैष्णव जन जाति हित रक्षा प्रांत प्रमुख अ भा. वनवासी कल्याण समिति, विशेष अतिथि श्रीमती वीणा चंद्रवंशी जनपद सदस्य डोंगरगढ़, मनोज कुमार कोर्राम सरपंच ग्राम पंचायत चारधाम,गिरवर साहू अध्यक्ष सरस्वती ग्राम शिक्षा समिति चारभाठा, सचिव हनुमान दास सरस्वती ग्राम शिक्षा समिति चारभाठा, सचिव तिलक सिन्हा जिला ग्राम भारती राजनांदगांव,इस वर्ग के वर्गाधिकारी श्री मती बुंदा वर्मा,सुमित साहू,रूपेंद्र साहू,पूनम चंद साहू जिला समन्वयक,डामन दास जोशी,धनी राम यादव,नूतन यादव,श्री मती उमा सिन्हा,सीता पतले,देवेंद्र नंदेश्वर आदि रहे।
इस प्रशिक्षण वर्ग में राजनांदगांव जिले से 56 आचार्य सम्मिलित हुए है । प्रशिक्षण मे विशेष रुप से रास्ट्रीय नई शिक्षा नीति पर गति आधारित प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण दिवस प्रमुख आधारभूत विषय शारीरिक शिक्षा,योग शिक्षा संगीत शिक्षा, संस्कृति शिक्षा, नैतिक शिक्षा, आध्यात्मिक शिक्षा की प्रशिक्षण दिया जाएगा।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि श्री मती गीता घासी साहू अध्यक्ष जिला पंचायत राजनांदगांव ने मा सरस्वती के तै ल चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया। तत्पश्चात
मुख्य अतिथि गीता घासी साहू को श्रीफल एवं मोमेंटो प्रदान कर स्वागत सम्मानित किया गया, साथ ही अन्य उपस्थित अतिथियों को भी मोमेंटो एवं श्रीफल से स्वागत सम्मान किया गया।
मुख्य अतिथि श्रीमती गीता घासी साहू ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि सरस्वती शिशु मंदिर में पढ़े हुए बच्चे हमेशा संस्कारवान होते है।संस्कारवान बच्चे ही हमारे देश के भविष्य हैं इसलिए प्रत्येक माता-पिता और गुरुजनों को चाहिए कि बच्चों को अच्छे संस्कार देना चाहिए। भारत देश की पहचान व राजनांदगांव जिले की पहचान हमेशा संस्कार वान है इसलिए संस्कारधानी कहा जाता है। श्री मती गीता घासी साहू ने आगे कहा कि भारत की सस्कृति को बचाने का काम आचार्य करते है , समस्त आचार्य को बहुत बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
कार्यक्रम को मुख्य वक्ता ठाकुर राम कुर्रे, कृष्ण कुमार वैष्णव,श्री मती वीणा चंद्रवंशी,तिलक सिन्हा ने भी सम्बोधित किया,कार्यक्रम का आभार प्रदर्शन गिरवर साहू ने किया। यह जानकारी रूपेंद्र साहू ने दी ।
छत्तीसगढ़ विज़न टी वी से
अनिल सिन्हा रिपोर्टर
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