कोरबा जिले के पाली समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जो दवाइयां उपलब्ध नहीं है उस दवाई को ड्यूटी डॉक्टर मरीजों को लिख रहे हैं
कोरबा पाली छत्तीसगढ़ शशि मोहन कोशला
गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण दिवस के दिन गर्भवती महिलाओं की टीकाकरण खून जांच और डॉक्टरों द्वारा रिपोर्ट देखकर दवाई लिखी जाती है जिसमें अस्पताल में उपलब्ध दवाइयां लिखी जानी चाहिए न कि जो दवाई अस्पताल में उपलब्ध नहीं है वह लिखी जाएं जब हमने अस्पताल पहुंचकर देखा कि गर्भवती महिलाओं की पर्ची में जो दवाइयां लिखी है उसमें से दो दवाइयां अस्पताल के दवाई वितरण केंद्र में फ्री में मिल रही है और एक दवा जो उन्हें बाहर मेडिकल या अस्पताल के अंदर स्थित धनवंतरी जेनेरिक दवाई दुकान से खरीदनी पड़ रही है जिसकी कीमत 250 से ₹300 के आसपास आता है जब हमने दवाई बिक्री केंद्र के कर्मचारी से पूछा तो उन्होंने यह बताया कियह दवाई 3 या 4 महीने से स्टॉक में नहीं है कर्मचारी ने बीएमओ से मिलने की बात कही जब हम बीएमओ के ऑफिस पहुंचे तो सीएमओ डॉक्टर रात्रे ऑफिस में उपस्थित नहीं थे उनके मोबाइल नंबर 9340061409 मैं संपर्क करने की कोशिश की है तो नंबर अस्थाई रूप से बंद बताया
आए दिन सुर्खियों में रहने वाले पाली में स्थित सरकारी अस्पताल में आने वाले ग्रामीण अंचल के मरीजों को हर दिन नए-नए समस्याओं से दो-चार होना पड़ता है यहां की बात तो बड़े अधिकारियों के कान तक पहुंचती है मगर वह मच्छर की आवाज समझ कर सुनते ही नहीं यहां के दवा वितरण केंद्र में दवा की कमी सोनोग्राफी में डॉक्टर की कमी है सोनोग्राफी के लिए एक डॉक्टर है जो कोरबा से आते हैं वह भी अपनी मर्जी के मालिक हैं जहां गर्भवती महिलाओं को सोनोग्राफी करवाने के लिए यह सोनोग्राफी मशीन तो है मगर डॉक्टर अपनी मर्जी से आते हैं वैसे तो पहले सामुदायिक केंद्र में हर गुरुवार के दिन सोनोग्राफी का दिन तय किया गया है सोनोग्राफी के लिए डॉक्टर साहब ही नहीं हैं ऐसे में उन्हें प्राइवेट में सोनोग्राफी करवानी पड़ती है पेयजल की समस्या यहां तो समस्याओं का अंबार है
0 Comments