राशन कार्ड संबंधी जानकारी एवं पड़ताल करने गये पत्रकार को पड़ा भारी
महासमुन्द ब्यूरो रिपोर्ट आशीष गुप्ता
राशन कार्ड बनवाने की ऐवज में दो-दो हजार रुपए लेने की बात की पड़ताल करने गए पत्रकार पर लेखापाल चंपक पटेल जनपद पंचायत बागबाहरा के द्वारा किया गया दुर्व्यवहार
बंद कमरे में किया जा रहा था राशन कार्ड संबंधी कार्य
पत्रकार और मुख्य लेखापाल चंपक पटेल के बीच हुई नोंक झोंक का वीडियो हुआ वायरल
विदित हो कि वर्तमान में छग शासन द्वारा राशन कार्ड बनवाने का कार्य चालू है जिससे हितग्राही अपना राशन कार्ड बनवाने जनपद कार्यालयों के चक्कर काट रहे हैं वहीं कुछ दिन पूर्व जनपद अध्यक्ष बागबाहरा का भी वक्तव्य अखबारों के माध्यम से पढ़ने को मिला था कि कुछ दलालों के द्वारा राशन कार्ड बनवाने के एवज में हीतग्राहियों से दो-दो हजार रुपए की मांग की जा रही है इस हेतु हमारे संवाददाता द्वारा 9 अगस्त 2023 को इस संबंध में पड़ताल करने एवं जानकारी लेने जनपद कार्यालय बागबाहरा में पहूंचा गया जहां जानकारी हेतु पत्रकार द्वारा पूछने पर उनसे सीधे मूह बात करनी तो दूर उन्हें कमरे में घुसने से पहले ही दरवाजा के बाहर कहने की बात कही गई एवं इन्हें बाहर कर दरवाजा बंद करने की बात मुख्य लेखापाल बागबाहरा चंपक पटेल के द्वारा कही गई क्या एक शासकीय कर्मचारी के द्वारा इस तरह का व्यवहार करना जायज है क्या उन्हें आम नागरिकों से इस तरह बदतमीजी पूर्वक बात करने की इजाजत किससे मिली हुई है यहां देखने वाली बात ये होगी कि एक शासकीय कर्मचारी के द्वारा जानकारी लेने आए हुए पत्रकार के साथ इस तरह का व्यवहार किया जा रहा है तो आम जनता के साथ किस तरह का व्यवहार किया जाता होगा यह सोचनीय विषय है
वही मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत बागबाहरा से इस विषय पर वक्तव्य लेना चाहे किंतु उनके द्वारा इस विषय पर कोई टिप्पणी या बात नहीं किया गया
टीप :- यहां विशेष बात यह है कि कार्यालयीन समय में (4.11 मीनट) पर इस तरह से दरवाजा बंद करके राशन कार्ड संबंधित कार्य किया जाना क्या संदेह की स्थिति पैदा नहीं करती ।
बहरहाल अब देखना यह है कि एक शासकीय कर्मचारी के द्वारा नागरिकों के साथ इस तरह से व्यवहार किए जाने पर इस मामले को लेकर संबंधित विभाग के बड़े अधिकारी इस पर क्या संज्ञान लेते हैं या इस तरह की गलतियों को नजरअंदाज करके इनकी हौसले बुलंद किए जाएंगे
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