*178 वी वाहिनी सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने ग्रामीणों एवम स्कूल बच्चो को बांटा जरूरत का सामान साथ ही लगाया निशुल्क चिकित्सा शिविर*
दुर्गकोंडल 30 जनवरी 2024
सीमा सुरक्षा बल 178 वी वाहिनी द्वारा दिनांक 29 जनवरी 2024 को नक्सल प्रभाव क्षेत्र सी ओ बी मंडागांव के अंतर्गत ग्राम तोडहुर में जन कल्याण योजना के तहत श्री हरेंद्र सिंह रौतेला के मार्गदर्शन में तथा श्री जे. आर. कुजूर द्वितीय कमान अधिकारी के नेतृत्व में सिविक एक्शन प्रोग्राम और निशुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। इसमें बच्चों एवम् स्थानीय लोगों में काफ़ी उत्साह दिखाई दिया। इस कैम्प का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण जनता को जरूरी सुविधाएं और संसाधन प्रदान करना तथा उनके स्वास्थ्य की जांच कर आवश्यक दवाईयाँ उपलब्ध कराना है। कार्यकम में ग्राम तोड़हूर, सालेपारा, बिचपारा, शीतलापारा, हुलगोंडापारा, घोटिया, मंडागांव, आदि के निवासियों को जरूरत के सामान जैसे बच्चों के लिए साईकिल, स्कूल बैग,युवाओ के लिए खेल सामग्री, जरूरतमंद ग्रामीणों के लिए पानी की टंकी और सीजीआईशीट, कंबल,इमर्जेसी लाईट आदि सामान एवम् साथ ही स्वास्थ्य शिविर का आयोजन भी किया गया। जिससे ग्रामीणों के स्वास्थ्य की जांच कर उन्हें आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराई गई। सिविक एक्शन प्रोग्राम में श्री जे.आर. कुजुर द्वितीय कमान अधिकारी ,श्री गुरबचन सिंह उपकमांडेंट,डॉ अंकित यादव, सहायक कमांडेंट (चिकित्सा आधिकारी), निरीक्षक लोकेश कुमार और अधीनस्थ अधिकारी तथा जवानों समेत सभी गाँव के ग्रामीण तथा स्कूलों के छात्रछात्राएं, सरपंच व टीचर और लगभग 423 नागरिक मौजूद थे। श्री जे.आर. कुजुर द्वितीय कमान अधिकारी 178 वीं बटालियन ने कहा कि सीमा सुरक्षा बल ड्यूटी के साथ-साथ सामाजिक गतिविधियों स्वच्छता अभियान, सामाजिक जागरूकता अभियान,स्वास्थ्य शिविर का आयोजन और समाज को जागरूक करने के लिए सहयोग कर रही है। सिविक एक्शन कार्यक्रम गांव वालों को मुख्य धारा से जोड़ने व उनके कल्याण के लिए किया जा रहा है। आम लोग सरकार द्वारा दी जा रही कल्याणकारी योजनाओं का भरपूर लाभ उठाएंगे। साथ ही ग्रामीणों को यह संदेश दिया कि हम युवाओं के समग्र विकास हेतु खेलकूद व शैक्षणिक सामग्री प्रदान कर इस दुर्गम इलाके में उपलब्ध करवा कर हम लोग बच्चों एवं युवाओं के सामूहिक विकास के लिए प्रयासरत है। इस कार्यक्रम का आयोजन ग्रामीणों के साथ मिलकर उनके दैनिक आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए किया गया है। अति नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में इस प्रकार के विकासात्मक कार्य से सुरक्षा बलों एवं ग्रामीणों के मध्य रिश्ते को और मजबूत किया जाएगा तथा इस क्षेत्र में विकास एवं शांति की भी राह प्रशस्त होगी। बटालियन के इस कार्य को स्कूल प्रशासन, आंगनवाड़ी केन्द्र कार्यकर्ताओं तथा स्थानीय लोगों ने बहुत सराहा तथा खुशी जाहिर की।
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