*राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत एक दिवसीय सेमिनार का हुआ आयोजन*
दुर्गूकोंदल। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के चार वर्ष पूर्ण होने के तहत एकदिवसीय सेमिनार का आयोजन खंड स्रोत कार्यालय दुर्गूकोंदल के सभागार में किया गया। इस सेमिनार का उद्देश्य राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत 2030 तक स्कूल शिक्षा में 100% सकल नामांकन अनुपात के साथ पूर्व माध्यमिक से माध्यमिक स्तर तक शिक्षा का सार्वभौमीकरण करना है। स्कूल में वर्तमान 10+2 प्रणाली को 3 से 8,8 से 11,11से14 एवं 14 से 18 वर्ष के आयू के अनुसार एक नया 5+3+3+4 पाठ्यक्रम संरचना द्वारा प्रतिस्थापित किया जानाहै। बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान को सर्वाधिक प्राथमिकता देना सभी बच्चे कक्षा तीन तक साक्षरता और संख्या ज्ञान जैसे सीखने के मूलभूत कौशलों को हासिल करना ,कला और विज्ञान के बीच पाठ्यक्रम और पाठ्यचर्या गतिविधियों के बीच व्यावसायिक और शैक्षणिक धाराओं आदि के बीच कोई स्पष्ट अलगाव ना हो विज्ञान सामाजिक विज्ञान कला मानवीय मूल्य और खेल के बीच एक बहू विषय और समग्र शिक्षा का विकास बहुभाषिता और अध्ययन अध्यापन कार्य जीवन कौशल जैसे अन्य गतिविधियों की जानकारी मास्टर ट्रेनरों के द्वारा बहुत ही रोचक ढंग से दिया गया। इस सेमिनार को दो चरणों में किया गया ।जहां पर सेमीनार के प्रथम चरण में सौ शिक्षक शिक्षिकाएं और दूसरे चरण में भी 100 शिक्षक शिक्षिकाओं को इस सेमिनार में बातचीत किया गया, जो सेमिनार से बातचीत कर इस कार्य को अपने-अपने विद्यालयों में बहुत ही अच्छे ढंग से लागू कर सकें ।इस अवसर पर खंड शिक्षा अधिकारी श्री एस पी कोसरे , सहायक खंड शिक्षा अधिकारी श्रीमती अंजनी मंडावी ,खंड स्त्रोत समन्वयक श्री लतीफ सोम , संकुल समन्वयक शंकर नागवंशी , हेमलाल खरे , लेखापाल अनुभव साहू मास्टर ट्रेनर्स श्री किशोर विश्वकर्मा, राजकुमार चंद्राकर ,टिकेश्वर साहू और पुनीत उसेंडी तथा ब्लाक के प्राथमिक, माध्यमिक एवं हाईस्कूल के शिक्षक शिक्षिकाएं उपस्थिति रहे।
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