Ticker

6/recent/ticker-posts

Korba: *बिहान की महिलाएं वाशिंग पाउडर उत्पादन से कमा रही आर्थिक लाभ*

 *बिहान की महिलाएं वाशिंग पाउडर उत्पादन से कमा रही आर्थिक लाभ*


*महिलाओं को एक माह में 15 हजार रुपये का हुआ मुनाफा*


कोरबा  पाली   शशि मोहन कोशला



कोरबा 18 नवंबर 2022 / कलेक्टर श्री संजीव झा द्वारा जिले में बिहान की  महिलाओं के आजीविका संवर्धन हेतु विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। जिसके तहत महिलाओं को आर्थिक गतिविधि के लिए समुचित प्रशिक्षण और व्यवसाय हेतु आर्थिक सहायता भी दी जा रही है। इसके  परिणाम स्वरूप समूह की महिलाएं आर्थिक सफ़लता अर्जित कर रही है। इसी कड़ी में राष्ट्रीय आजीविका मिशन बिहान के तहत विकासखंड कोरबा अंतर्गत ग्राम रजगामार की  जय माता दी स्व सहायता समूह की महिलाएं वाशिंग पाउडर बना रही हैं। महिलाओं को वाशिंग पाउडर उत्पादन से अतिरिक्त आमदनी मिल रही है। समूह की महिलाओं ने एक माह में 15 क्विंटल तक वाशिंग पाउडर का उत्पादन किया है। महिलाओं ने इसे बाजार में बेचकर 15 हजार रुपए का शुद्ध लाभ कमाया है। इससे समूह की महिलाओं का आजीविका संवर्धन हो रहा है। 

        जिला पंचायत सीईओ श्री नूतन कंवर ने बताया की जय माता दी स्व सहायता समूह का गठन 2019 में हुआ है। समूह को संचालित करने के लिए 15 हजार रुपए की चक्रीय निधि एवं सामुदायिक निवेश के 60 हजार रुपए की सहायता दी गई है। समूह की महिलाओं को व्यवसाय बढ़ाने के लिए बैंक से एक लाख रुपए का ऋण भी दिया गया है। समूह ने इस राशि से जुलाई 2020 में वाशिंग पाउडर तैयार करना शुरू किया कोरोना काल में समूह की महिलाओं ने वाशिंग पाउडर बेचकर अच्छा लाभ कमाया है। समूह की सदस्य गायत्री प्रजापति ने बताया कि समुह के 12  महिला सदस्यों को आरसेटी कोरबा के द्वारा एक सप्ताह का वाशिंग पाउडर बनाने का प्रशिक्षण दिया गया है। प्रशिक्षण लेने के बाद उन्होंने यह व्यवसाय शुरू किया। वाशिंग पाउडर के लिए समूह कच्चा माल रायपुर से लाते हैं। महिलाएं कच्चे माल की सफाई,मिक्सिंग करके पैकेजिंग भी करती हैं। इस सारी प्रक्रिया के बाद एक किलो ग्राम पाउडर का पैकेट तैयार करने में 53 रुपए का खर्च आता है। इस एक किलो के पैकेट को सी मार्ट एवं  स्थानीय बाजार में 63 रुपये प्रति किलो की दर से बेचते हैं। इस प्रकार एक किलो ग्राम वाशिंग पावडर की बिक्री पर 10 रुपए का शुद्ध लाभ प्राप्त होता है। राष्ट्रीय आजीविका मिशन के बीपीएम ने बताया कि  समूह ने एक माह में 15 क्विंटल तक वाशिंग पाउडर तैयार करके स्थानीय बाजार में बेचा है। महिलाओं ने इसे बेचकर शुद्ध 15 हजार रुपए का लाभ कमाया है। समूह की अध्यक्ष कीर्ति प्रजापति का कहना है कि बिहान योजना महत्वपूर्ण और एक लाभकारी योजना है। इससे हम ग्रामीण महिलाओं को  व्यवसायिक प्रशिक्षण और व्यवसाय करने के लिए आर्थिक मदद मिलती है। जिससे हम ग्रामीण महिलाएं आत्मनिर्भर हो रहीं हैं।

Post a Comment

0 Comments

Random Posts

Bilaspur:  वन विभाग का पर्यटकों से अनुरोध: भनवारटंक क्षेत्र में भ्रमण से बचें
Janjgir:  नवागढ़ फर्जी शिक्षा कर्मी वर्ग दो हुआ बर्खास्त, मामला शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला रिंगनी का*
Bilaspur:  फोटोबाजी के लिए पार्षद का खिलवाड़, मगरमच्छ के पीठ पर बैठ थाम ली लगाम  बिलासपुर रतनपुर सोशल मीडिया पर धाक जमाने और हवाबाजी करने के लिए रतनपुर का एक पार्षद ने एक विशालकाय मगरमच्छ के पीठ पर बैठ फोटो खिचवाने के लिए उस  मगरमच्छ पर बंधे रस्सी को घोड़े की लगाम की तरह थाम ली। उनकी देखा सीखी अब नगर के कई युवा और बच्चे भी इस तरह की हरकत कर अपनी जान जोखिम में डाल सकते हैं। ये महाशय है रतनपुर नगर पालिका के वार्ड क्रमांक 12 के पार्षद हकीम मोहम्मद, एक जन प्रतिनिधि होने के कारण उन्हे इस तरह की खतरनाक फोटो बाजी को रोकना चाहिए और लोगो को जागरूक करना चाहिए जबकि वो खुद इस तरह की स्टंटबाजी को बढ़ावा दे रहे  दरसल रतनपुर के वार्ड क्रमांक 5 रानीपारा में स्थित बिकमा तालाब जिससे लगा हुआ खेत में  था मगरमच्छ मोहल्ले के कुछ लोग सुबह उठ कर निकले खेत की ओर जहां खेत में घूमता हुआ दिखा  मगरमच्छ जिसे देख होश उड़ गय चीख पुकार सुन कर पूरे मोहल्ले हो गय एकत्रित सभी ने हिम्मत जुटा कर किसी भी तरह बांध कर वन विभाग को दी सूचना सूचना मिलते ही वन विभाग अधिकारी पहुंचे टीम के साथ पहुंचकर खुटा घाट में छोड़ा गयापर वहा देखी गई लापरवाही रतनपुर नगर पालिका के जनप्रतिनिधि वार्ड क्रमांक 12 के भाजपा पार्षद हकीम मोहम्मद के द्वारा ऐसे खिलवाड़ किया जा रहा है ।जिसकी वीडियो फोटो सोशल मीडिया में वायरल हो रही है क्या एक जनप्रतिनिधि होते हुए ऐसी हरकत कीया जाना चाहिए। भारतीय दंड संहिता की धारा 428 और 429 के तहत अगर किसी ने जानवर को जहर दिया, जान से मारा, कष्ट दिया तो उसे दो साल तक की सजा हो सकती है। इसके साथ ही कुछ जुर्माने का भी प्रावधान है। अब देखना है कि सरकार द्वारा इस लापरवाही के लिए क्या कदम उठाए जाएंगे