*मनरेगा अधिनियम के तहत ब्याज सहित मजदूरी भुगतान करना होगा - रवि अग्रवाल*
*मजदूरों के भुगतान लंबित करने वाले लापरवाह जनपद के अधिकारी कर्मचारी पर तत्काल कार्यवाही सुनिश्चित हो*
जनपद पंचायत के वरिष्ठ सदस्य रवि अग्रवाल ने पिछले सात माह से मनरेगा श्रमिको के मजदूरी भुगतान के लिए जनपद के जवाबदार अधिकारी कर्मचारी पर लापरवाही का इल्ज़ाम लगाया है और उन्होंने कहा कि में इस बात को साबित भी कर दूंगा की मजदूरों के पसीने और हक के पैसे में किस किस अधिकारी कर्मचारी की लापरवाही हुई हैं पर सरकार क्या इस पर कार्यवाही करेगी ये सबसे बड़ा प्रश्न चिन्ह है क्योंकि पिछले दिनों स्वामी विवेकानंद युवा प्रोत्साहन योजना की राशि की शिकायत पर अभी तक कोई जांच हुई न ही कोई कार्यवाही !सरकार एक तरफ गरीबों की हितैशी बताती हैं।किंतु जमीन इस्तर पर जो योजना गांव गरीबों के रुपये जो काम किये हैं।वह अभी तक मिला नहीं हैं। इससे यह इस्पस्ट होता सरकार के पास गरीबों के लिए पैसे नहीं हैं।
मनरेगा एक कानून है और कानून से खिलवाड़ करने का अधिकार किसी को नहीं है और कही न कहीं जनपद पंचायत डोंगरगढ़ की कार्य प्रणाली से ये साबित हो चुका है कि यहां बैठे अधिकारी कर्मचारी को इस कानून का भी कोई डर नहीं क्योंकि मई जून से लगभग १ करोड़ के अनुमानित मजदूरी भुगतान लंबित होना इसी बात का संकेत करता है परन्तु अधिकारी कर्मचारी ये भूल चुके है कि कानून के अनुसार मनरेगा अधिनियम नंबर ७ और ८ ये अधिकार दिया है कि उन्हें पन्द्रह दिन के अंदर भुगतान नहीं होने की दशा में प्रति दिन ०.०५% ब्याज सहित भुगतान करना सुनिश्चित करना है और हम मजदूरों को उनका हक नियमानुसार दिला कर रहेंगे और दोषी अधिकारियों कर्मचारियों पर शख्त से सख्त कार्यवाही करवा कर रहेंगे क्योंकि उन्होंने दीपावली जैसे महत्वपूर्ण त्योहार मेे भी भुगतान न करवा कर अन्याय किया है ,डोंगरगढ़ जनपद पंचायत के लगभग 82 ग्राम पंचायत के मनरेगा मजदूर इस लापरवाही का शिकार हुए है ग्राम धुसेरा की महिला श्रमिक योगिता सिन्हा ने बताया कि आज ७ महीने से काम करने के बाद भी मजदूरी भुगतान नहीं मिला दीपावली जैसे त्योहार मेे भी अगर भुगतान न मिले तो ऐसे काम मेे जाने का क्या मतलब उसने बताया इस मामले को लेकर सरपंच और जनपद पंचायत तक भी जा चुके है फिर भी निराकरण नहीं हुआ ग्राम पंचायत के सरपंच पीताम्बर सिन्हा ने बताया कि मजदूरी भुगतान नहीं मिलने से गांव के मजदूर लगातार परेशान हैं और रोज कोई न कोई घर आ कर खरी खोटी सुना कर जा रहा है अपने आप मेे मै खुद अपमानित महसूस कर रहा हूं और अब इस मामले मेे आंदोलन करने की तैयारी कर ग्रामीणों के साथ सड़क की लड़ाई लडने का मन बना लिए हैं शुरुवात धुसेरा के ग्रामीण 23/11/22 को आरम्भ कर रहे है इस आंदोलन को क्रमिक रूप से जारी रखा जाएगा
तब तक की जब तक मजदूरों को उनका नियमानुसार हक नहीं मिलता और दोषी अधिकारियों पर कार्यवाही नहीं हो जाती !
छत्तीसगढ़ विज़न टी वी से
अनिल सिन्हा रिपोटर
0 Comments