मां ने मजदूरी करके पालन-पोषण किया
भाषण के बीच भावुक हुए संत नेताम
राज शार्दुल ------- कोंडागांव
मेरी मां ने मजदूरी करके मेरा पालन पोषण किया। गरीबी में जीवन यापन करते हुए आज मैं इस मुकाम तक पहुंचा। यह कहते हुए विधायक संत नेताम भावुक हो गए तथा उनका गला रूंध गया और वहीं पर उन्हें भाषण समाप्त करना पड़ा। विधानसभा उपाध्यक्ष बनने के पश्चात पहली बार अपने विधानसभा क्षेत्र केशकाल की सीमा पर पहुंचे। केशकाल घाटी से लेकर बस स्टैंड तक जगह-जगह उनका आतिशबाजी एवं मांदरी नृत्य से स्वागत किया गया इस अभूतपूर्व स्वागत को देखते हुए संतराम नेताम गदगद हुए। वे एक जिप्सी पर सवार होकर केशकाल घाटी के पास से बस स्टैंड तक पहुंचे। उनके आगे पीछे बड़ी संख्या में समर्थक एवं ग्रामीणों का हुजूम रैली की शक्ल में चल रहा था।
बस स्टैंड में स्वागत के पश्चात संत नेताम ने सभा को संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि वे सत्ता पक्ष से ज्यादा विपक्ष को सम्मान देंगे क्योंकि विपक्ष ही कहीं ना कहीं इशारों इशारों में हमारी कमजोरियों को उजागर कर विकास में मददगार साबित होती है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 4 साल में छत्तीसगढ़ को विकास के रास्ते में नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है।
*वह दिन मेरे लिए ऐतिहासिक था*
विधायक संत नेताम ने कहा कि वह दिन उनके लिए जीवन का ऐतिहासिक दिन था क्योंकि उसी दिन उन्हें विधानसभा उपाध्यक्ष चुना गया साथ ही दोबारा उत्कृष्ट विधायक से नवाजा गया। उन्होंने इसका श्रेय क्षेत्र की जनता को दिया तथा कहा कि यदि आप लोग मुझे विधायक नहीं चुनते तो आज केशकाल विधानसभा का गौरव ऊंचा नहीं होता। आप लोगों ने मुझे चुन कर भेजा इस कारण मैं केशकाल का सम्मान बढ़ा पाया हूं।
*स्वागत कार्यक्रम से अलग था कांग्रेस का एक गुट*
जहां एक और इसे ऐतिहासिक क्षण मानते हुए अन्य दलों के लोगों ने भी स्वागत समारोह में अपनी भागीदारी दी। वहीं कांग्रेस का ही एक गुट स्वयं को इस कार्यक्रम से अलग रखा। सोशल मीडिया पर कांग्रेस के ही कुछ पदाधिकारियों ने स्वागत कार्यक्रम का बहिष्कार करने की घोषणा कर दी थी। युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष ने भी व्हाट्सएप ग्रुप एवं सोशल मीडिया पर संगठन खेमा की तरफ से स्वागत समारोह में नहीं रहने की घोषणा कर दी थी। वहीं दूसरी ओर युवा कांग्रेस के ही लोग विधायक के स्वागत में जिंदाबाद के नारेबाजी करने में भी लगे हुए थे।
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