8 साल कैंसर से लड़ती रही अनुशिया
दवाई से ठीक नहीं हुई, कैंगन पानी से मिला नया जीवन
कोंडागांव--- जिला मुख्यालय से 80 किलोमीटर दूर विश्रामपुरी निवासी अनुशिया साहू 8 वर्षों तक कैंसर जैसी घातक बीमारी से जंग लड़ती रही अस्पताल दर अस्पताल चक्कर काटती रही भिलाई के अपोलो अस्पताल में 2 वर्षों तक इलाज चला अस्पताल का खर्च महंगा होने के कारण 2015 में अपोलो अस्पताल भिलाई को छोड़कर मित्तल हॉस्पिटल रायपुर में इलाज शुरू किया जहां 2015 से 2021 तक 6 साल तक इलाज चलता रहा। इलाज में 10 से 12 लाख रुपए खर्च हो चुके थे। घर की सारी पूंजी इलाज में ही खत्म हो गई थी उनके पुत्र राकेश साहू जो कि विश्रामपुरी में ही शिक्षक पद पर पदस्थ हैं अपनी नौकरी का सारा पैसा मां के इलाज में खर्च कर दिया। वेतन कम पड़ने पर कर्ज लेकर इलाज किया डॉक्टर उन्हें भरोसा दिलाते रहे कि बीमारी धीरे-धीरे ठीक होगा किंतु 8 वर्षों में कोई राहत नहीं मिली। इसी बीच उनके एक रिश्तेदार मनोज साहू ने उन्हें बताया कि एनेजिक केंगन नामक मशीन से निकला हुआ पानी कैंसर जैसी बीमारी को ठीक कर देता है तब उन्होंने इसके बारे में अधिक जानकारी चाहा। इसी बीच कैंगन मशीन की जानकारी से संबंधित एक सेमिनार का आयोजन कांकेर के आनंदम होटल में चल रहा था वहां जाकर राकेश साहू ने कुछ एक्सपर्ट लोगों से इस संबंध में जानकारी ली तथा उन्हें प्रायोगिक तौर पर दिखाया गया की कैंगन मशीन से भयंकर बीमारियां कैसे दूर होती हैं उन्होंने प्रयोग को समझने के पश्चात अपने घर में एक मशीन लगाकर पानी पीना शुरू किया। राकेश साहू ने बताया कि पांच से छह माह में ही उनकी मां का ब्लड कैंसर ठीक हो गया। तत्पश्चात जब बीमारी में सुधार हुआ तो जुलाई 2021 में मित्तल हॉस्पिटल रायपुर में जाकर जांच कराया तो पता चला की कैंसर क्योर हो चुका है। डॉक्टरों ने भी आश्चर्य माना फिर भी की तसल्ली के लिए राकेश साहू ने 3 माह बाद पुनः चेक कराया इस बार भी अनुशिया साहू के शरीर में कैंसर के कोई लक्षण नहीं पाये गये इसके पश्चात उन्होंने एलोपैथी की सभी दवाएं बंद करके केवल केवल कैंगन पानी पीते रहे अब उन्हें किसी प्रकार की दवाई की आवश्यकता नहीं पड़ी। एनेजिक कंगन कंपनी के सीनियर डिस्ट्रीब्यूटर देवेंद्र झाड़ी ने बताया कि कैंगन मशीन एक जापानी मशीन है जिसमें टाइटेनियम के प्लेट लगे होते हैं।
कांकेर जिले में इसका इसका डेमो हुआ। जहां कंगन वाटर कंपनी के सीनियर डिस्ट्रीब्यूटर देवेंद्र झाड़ी ने बताया कि इस मशीन के जरिए निकले पानी को पीने से जल्दी बुढ़ापा नहीं आता और भी कई तरह के फायदे होते हैं। बड़ी उत्सुकता के साथ लोगो ने डेमो देखा। उन्होंने बताया कि कंपनी ने इस मशीन को बनाने से पहले विश्व के कई स्थानों के पानी का सर्वे किया था। जिसमें भारत में गंगा नदी के उद्गम स्थल, श्रीनगर सहित अन्य जगहों के पानी को भी लिया गया। सर्वे कर देखा गया कि यहां का पानी कितना प्रभावकारी है और क्यों है? इसके आधार पर ही ये मशीन तैयार की गई।
बीमारियों के रोकथाम में इस तरह करती है मदद यह वाटर मशीन
केंजेन पानी एल्कलाइन (क्षारीय) होता हैं। जो हमारे शरीर में एसिडिटी के स्तर को नियंत्रित करता हैं। हमारे पाचन क्रिया को बेहतर बनाता हैं। शरीर में कैंसर, कोलेस्ट्रॉल आदि गंभीर बीमारियों के होने की आशंका को बहुत ही कम कर देता हैं। जापान में इस मशीन को पीने के पानी के लिहाज से उपयुक्त मानते हैं।
क्या हैं केंजेन वाटर
ये एक ऐसी मशीन हैं जो वाटर को फिल्टर करने का काम करती हैं और उस पानी को केंजेन वाटर कहा जाता हैं। केंजेन एक जापानी शब्द हैं जिसका मतलब अपने पुराने रूप से वापस आना है। इस मशीन से प्राप्त पानी में एंटी ओक्सिडेंट, एल्कलाइन और माइक्रो क्लस्टर्स का गुण होता है। डॉ भावना के अनुसार इन्ही तीन चीजों के कारण ही ये पानी शरीर को स्वस्थ रखने व उम्र को बढ़ाने का काम करता है।
केंजेन वाटर मशीन से निकलता है प्रति मिनट 6 लीटर शुद्ध पानी
मुख्य रूप से यह मशीन चार अलग-अलग रेंज में। हर मशीन की अपनी अलग क्षमता है। इनमे कोई मशीन 6 लीटर पानी प्रति मिनट और कोई मशीन 3 लीटर प्रति मिनट पानी फिल्टर करती हैं। मशीन में लगा प्लेटिनम का प्लेट ही मुख्य पार्ट होता है। जो पानी को फिल्टर कर देता है।
जवान भी दिखते हैं
डॉ भावना ने वीडियो शेयर करते हुए बताया मनुष्य का शरीर अपने नियमित दिनचर्या के अनुसार भोजन से ओआरपी (ऑक्सीडेशन रिडक्शन पोटेंशियल) ग्रहण करता है। ये ओआरपी हमें शरीर में जल्दी से नए टिश्यू का निर्माण करती है। आसान शब्दों में कहा जाए तो यह मनुष्य की बूढ़ा होने की प्रक्रिया को कम करती है।
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