*"हल्का नंबर 10 का पटवारी नदारद, निलंबन आदेश से मचा हड़कंप!"*
बेलगहना, बिलासपुर (छ.ग.) | 1 जुलाई 2025......
तहसील बेलगहना के हल्का नंबर 10 के पटवारी श्री हरिनारायण राठौर पर आखिरकार कार्रवाई की गाज गिर ही गई। लंबे समय से ड्यूटी से नदारद चल रहे पटवारी पर विभाग ने सख्त रुख अपनाते हुए आज तत्काल प्रभाव से निलंबन का आदेश जारी कर दिया है।
तहसीलदार द्वारा भेजी गई रिपोर्ट के अनुसार, श्री राठौर ने 25 जून 2025 को आयोजित राजस्व शिविर सहित अन्य महत्वपूर्ण कार्यों में न केवल भाग नहीं लिया, बल्कि उन्होंने किसी भी अधिकारी को इसकी सूचना देना भी जरूरी नहीं समझा। उनके इस गैरजिम्मेदाराना रवैये से प्रशासन और ग्रामीणों में नाराजगी फैल गई थी।
कोई संपर्क नहीं, कोई जवाब नहीं!
जांच में यह भी सामने आया कि कई बार नोटिस देने के बावजूद राठौर ने न कोई जवाब दिया और न ही कोई संतोषजनक कारण प्रस्तुत किया। शासन के आदेशों की लगातार अवहेलना और जिम्मेदारियों से दूरी को देखते हुए, अंततः उन्हें छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) नियम 1966 के तहत निलंबित कर दिया गया।
*ग्राम पंचायत कोंचरा का भी बड़ा खुलासा*
इसी बीच, ग्राम पंचायत कोंचरा से एक पत्र वायरल हुआ है, जिसमें स्पष्ट रूप से लिखा गया है कि पटवारी हल्का नंबर 10 पिछले कई दिनों से पूरी तरह से लापता हैं। वे न कार्यालय आते हैं, न ही उनके द्वारा कोई काम किया गया है। पत्र में बताया गया कि रिकॉर्ड न होने की वजह से ग्रामीणों के ज़मीन से जुड़ी फाइलें अटकी पड़ी हैं।
क्षेत्र के जनपद सदस्य रोहिणी नेतू यादव, सरपंच संतोषी गनपत मरावी व जनप्रतिनिधियों ने अनुविभागीय अधिकारी राजस्व से मांग की है कि इस लापरवाह पटवारी की जगह किसी योग्य अधिकारी की तत्काल नियुक्ति की जाए, ताकि गांव का कामकाज प्रभावित न हो।
जनपद सदस्य रोहिणी नेतू यादव का कहना है की ज्वलंत प्रश्न जो उठते हैं वो यह की
क्या पटवारी जानबूझकर कार्य से भाग रहे थे?
क्या इसके पीछे कोई अंदरूनी मिलीभगत है?
हल्का नंबर 10 के किसानों और आमजनों को हुए नुकसान की भरपाई कौन करेगा?
यहाँ रेवेन्यू अधिकारी बिना हल्का पटवारी के ही मौका सीमांकन कर रहे हैं पटवारी कि अनुपस्थिति में रिकॉर्ड न उपलब्ध न हो पाने से पंचायत कि ज़मीन का भी सीमांकन नहीं हो सका जिससे विकास कार्य में बाधा उत्पन्न हो रही है हमने इसके संबंध में अनुविभागीय अधिकारी राजस्व से भी बात कि है निलंबन तो होना ही था हमें तत्काल नया पटवारी चाहिए ताकि क्षेत्र के किसानों के हित में कार्य हो सके.
हमारे क्षेत्र के समाजसेवी नेतू रामकृपाल यादव जी भी हमेशा से किसानों कि मदद के लिए आगे आते रहे हैं उनकी और सभी सहयोगियों कि मदद से आज क्षेत्र खुशहाली कि ओर अग्रसर है
सरपंच संतोषी गनपत मरावी का कहना है की ग्रामीणों की नाराजगी चरम पर है
“हमारे खेतों के नक्शे, खसरा-खतौनी सब रुके पड़े हैं, साहब! पटवारी साहब को तो हमने महीनों से देखा ही नहीं,”।
ग्रामीणों का कहना है कि अब देखना है कि शासन इस निलंबन के बाद कितना जल्दी हल्का नंबर 10 में नया पटवारी नियुक्त करता है और व्यवस्था को पटरी पर लाता है।
संवाददाता: [राम प्रताप सिंह 7987923247]
स्थान: बेलगहना, जिला बिलासपुर (छ.ग.)
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