Ticker

6/recent/ticker-posts

Durgkondal: ड्रीम 11 में रातों-रात करोड़पति बनने के चक्कर में कंगाल हो रहे युवा*

*ड्रीम 11 में रातों-रात करोड़पति बनने के चक्कर में कंगाल हो रहे युवा* 



दुर्गूकोंदल ।ड्रीम 11 यह बहुत ही खतरनाक बीमारी के तौर पर उभर रही है। इस खेल पर समय रहते रोक लगानी होगी या फिर कोई और स्थाई समाधान ढूंढना होगा अन्यथा व्यक्ति जोखिम के साथ-साथ मानसिक बीमारी के जन्म का कारण बने लगा है क्योंकि ड्रीम 11 एक ऐसा खेल है जो 39 व 59 रुपए में युवाओं को रातों-रात करोड़पति बनने का सपना दिखा रहा है कभी जीतने पर एक करोड़ तो कभी दो करोड़ और आजकल 4 करोड़ की राशि जीतने पर दी जा रही है ।इस चक्कर में लाखों युवाओं को इस खेल की लत लगी हुई है और अपनी वर्षों की मेहनत की कमाई को यूं ही बर्बाद करने में लगे हुए हैं सरकारी क्षेत्र में तैनात कर्मचारी भी इसका शिकार बनते जा रहे हैं। आखिर बने भी क्यों ना दिन में कोई चैनल खोले तो ड्रीम 11 का विज्ञापन पल-पल आपकी आंखों के सामने चलता रहेगा बड़े-बड़े सितारे इस खेल का प्रचार करते  देखे जाते हैं ।और विज्ञापन के अंत में या जरूर बोलते हैं। कि इसमें वित्तीय जोखिम है। और इसकी लत लग सकती है। जब पड़ोस में कोई आदमी करोड़पति बनता है तो दिमाग का कीड़ा और जग जाता है। कि जब यह जीत सकता है तो मैं क्यों नहीं। अब तो देखा-देखी में एक नहीं 15, 20 टीम में लगाकर करोड़पति बनने की फिराक में रहते हैं। लालच आता ही है लेकिन यह लालच ना आए उसके द्ढ शक्ति बहुत कमजोर होता है। ऐसे भी कई लोग हैं जो ड्रीम 11 पर इसका शिकार हो रहे हैं 59 रुपए लगाकर करोड़पति बनने का सपना जब टूट जाए तो कहते हैं 59 रुपए ही तो गए लेकिन 59 भी तो मुफ्त में गए क्योंकि सामने वाले तो पहले ही बोला था वित्तीय जोखिम है लेकिन आपने नहीं सुनी। करोड़पति बनने के लिए एक नहीं कई टीम लगाकर इंतजार में बैठे रहते हैं ।और बाद में वह पैसा भी डूब जाता है इस बर्बादी में युवा पीढ़ी ही नहीं कई बुद्धिजीवी भी प्रतिदिन हजारों रुपए इस खेल में लगा रहे हैं इस खेल में प्रतिदिन पैसे की बर्बादी देख मानसिक तनाव में पीड़ित हो रहे हैं वहीं छोटी-छोटी बातों पर परिजनों से नोक झोक भी हो जाती हैं।युवाओं में तनाव चिड़चिड़ापन देखा जा रहा है यह खेल नशे की भाती युवाओं के मानसिक संतुलन को खोखला कर रहा है समाज एक घड़ा इस खेल को सही मानता है। और एक बड़े खड़े ने इसे आधुनिक युग की संज्ञा दी है और युवाओं और बुद्धिजीवी को खुद तय करना है कि इस खेल में भाग लेना है या दूरी बनानी है।

युवाओं को इस खेल की लत लगी  वित्तीय जोखिम बना मानसिक बीमारी का कारण देखा देखी में एक नहीं कई टीम में लगाकर करोड़पति बनने की फिराक में रहते युवा 

 ड्रीम 11 एक ऐसा ऐप है जिस पर लोग किसी भी इमेज से पहले अपनी क्रिकेट टीम बनाते हैं यानी दोनों टीमों की खिलाड़ियों से अपने मां के हिसाब से खिलाड़ी चुनते हैं और फिर पॉइंट के आधार पर उन्हें पैसे मिलता है इस अप की शुरुआत साल 2016 में हुई थी और माना जाता है कि इस तरह के गेम के लिए यहां अप से है साथ ही जितने भी लोग टीम इसमें टीम बनाते हैं उन्हें पॉइंट की रैंक के आधार पर उन्हें पैसे मिलते हैं इस माध्यम से आप क्रिकेट के आलावा अन्य खेल के मैच में टीम बनाते है जिसका पॉइंट सिस्टम अलग-अलग है।

Post a Comment

0 Comments

Balod:  सेवानिवृत्त व्यायाम शिक्षक का सस्मामान विदाई।
Balod:  बालोद पुलिस ने 02 दिवस में जुआ खेलते 15 आरोपियों को किया गिरफ्तार।
Bilaspur:  फोटोबाजी के लिए पार्षद का खिलवाड़, मगरमच्छ के पीठ पर बैठ थाम ली लगाम  बिलासपुर रतनपुर सोशल मीडिया पर धाक जमाने और हवाबाजी करने के लिए रतनपुर का एक पार्षद ने एक विशालकाय मगरमच्छ के पीठ पर बैठ फोटो खिचवाने के लिए उस  मगरमच्छ पर बंधे रस्सी को घोड़े की लगाम की तरह थाम ली। उनकी देखा सीखी अब नगर के कई युवा और बच्चे भी इस तरह की हरकत कर अपनी जान जोखिम में डाल सकते हैं। ये महाशय है रतनपुर नगर पालिका के वार्ड क्रमांक 12 के पार्षद हकीम मोहम्मद, एक जन प्रतिनिधि होने के कारण उन्हे इस तरह की खतरनाक फोटो बाजी को रोकना चाहिए और लोगो को जागरूक करना चाहिए जबकि वो खुद इस तरह की स्टंटबाजी को बढ़ावा दे रहे  दरसल रतनपुर के वार्ड क्रमांक 5 रानीपारा में स्थित बिकमा तालाब जिससे लगा हुआ खेत में  था मगरमच्छ मोहल्ले के कुछ लोग सुबह उठ कर निकले खेत की ओर जहां खेत में घूमता हुआ दिखा  मगरमच्छ जिसे देख होश उड़ गय चीख पुकार सुन कर पूरे मोहल्ले हो गय एकत्रित सभी ने हिम्मत जुटा कर किसी भी तरह बांध कर वन विभाग को दी सूचना सूचना मिलते ही वन विभाग अधिकारी पहुंचे टीम के साथ पहुंचकर खुटा घाट में छोड़ा गयापर वहा देखी गई लापरवाही रतनपुर नगर पालिका के जनप्रतिनिधि वार्ड क्रमांक 12 के भाजपा पार्षद हकीम मोहम्मद के द्वारा ऐसे खिलवाड़ किया जा रहा है ।जिसकी वीडियो फोटो सोशल मीडिया में वायरल हो रही है क्या एक जनप्रतिनिधि होते हुए ऐसी हरकत कीया जाना चाहिए। भारतीय दंड संहिता की धारा 428 और 429 के तहत अगर किसी ने जानवर को जहर दिया, जान से मारा, कष्ट दिया तो उसे दो साल तक की सजा हो सकती है। इसके साथ ही कुछ जुर्माने का भी प्रावधान है। अब देखना है कि सरकार द्वारा इस लापरवाही के लिए क्या कदम उठाए जाएंगे