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Durgkondal: राष्ट्रीय साधन-सह छात्रवृत्ति योजना में 6 विद्यार्थी हुए चयनित

* *राष्ट्रीय साधन-सह छात्रवृत्ति योजना में 6 विद्यार्थी  हुए चयनित*

दुगूकोदल 2 अप्रैल 2024 

कोण्डे स्कूल के 06 विद्यार्थियों ने राष्ट्रीय साधन सह प्रावीणीय परीक्षा 2024 में चयन हुए। 



शास० पूर्व०मा० शाला कोण्डे  से मिताली गोटा,प्रतीज्ञा कांगे, सत्यावती पूड़ो, सोनाली आंचला, मीनाक्षी पूड़ो, गोमती पोटाई कक्षा 8वीं  ने राष्ट्रीय  साधन सह प्रवीणीय परीक्षा2024 में शामिल होकर सफलता हासिल की है।  केंद्रीय क्षेत्र की योजना 'राष्ट्रीय साधन-सह-योग्यता छात्रवृत्ति योजना' मई, 2008 में सीसीईए से अनुमति प्राप्त करने के बाद शुरू की गई थी, जिसका उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के मेधावी छात्रों को आठवीं कक्षा में उनके ड्रॉप आउट से रोकना और माध्यमिक स्तर पर अध्ययन जारी रखने हेतु उन्हें प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से छात्रवृत्ति प्रदान करना था। योजना के अंतर्गत कक्षा IX के चयनित छात्रों को प्रतिवर्ष 12000/- रुपये प्रति छात्र की एक लाख नई छात्रवृत्तियां प्रदान की जाती हैं और राज्य सरकार, सरकारी सहायता प्राप्त और स्थानीय निकाय स्कूलों में अध्ययन के लिए कक्षा X से XII में उनकी निरंतरता/नवीनीकरण सुनिश्चित किया जाता है। प्रत्येक राज्य/संघ राज्य क्षेत्र के लिए छात्रवृत्ति का एक अलग कोटा है।  जिस परीक्षा को पास कर सफलता का श्रेय प्राचार्य बाबूलाल कोमरे ,हेड मास्टर लेखराम टांडिया  एवं स्टॉफ शिक्षकों को दिया जिन्होंने निरंतर क्विज और प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम प्रार्थना सभा में निरंतर कराकर पूछे जाते एवं लाइब्रेरी में बैठकर बच्चों को तैयारी करवाई गई।एवं साथ ही शिक्षकों द्वारा बताए गए  राह पर बच्चों की कड़ी मेहनत एवं सफलता पर यह सफलता शुभकामनाएं हासिल की।  इसी के साथ  प्राचार्य ,हेडमास्टर एव समस्त स्टॉफ शिक्षको ने इस उपलब्धि पर बच्चों के उज्जवल भविष्य की कामना कर शुभकामनाएं दिए चयनित छात्रों को 12वीं तक ₹12000 वार्षिक छात्रवृत्ति प्राप्त होगी। प्रदेश में 146 विकासखण्डो में आयोजित इस परीक्षा में 2246 सीट है, जिसमें परीक्षार्थियों को 90-90 अंकों होते हैं। पहला पेपर मानसिक योग्यता दूसरा पेपर शैक्षिक योग्यता पर आधारित होता है। क्लास कॉन्सेप्ट आधारित शिक्षा एवं काउंसलिंग के माध्यम से बच्चों को परीक्षा के लिए तैयार किया गया। प्राचार्य ने स्कूल की उपलब्धि और शासन द्वारा प्रतियोगी परिक्षाओ में निरंतर भागीदारी सहभागिता लेनी अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। परिक्षा अनुभव, जीवन के लिए जरूरी मापदण्ड है। विकसीत होने का आधार परिक्षा है।

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