लोकेशन दल्ली राजहरा
जिला बालोद
संजय कुमार
राजहरा खदान समूह के सभी पंजीकृत यूनियनों के नेताओं ने संयुक्त रूप से एक ज्ञापन प्रभारी मुख्य महाप्रबंधक खदान जयप्रकाश गुप्ता को माईंस आफिस के सभागार में सौंपा और उन्हें बताया कि ईस ज्ञापन के माध्यम से हम सभी यूनियन के प्रतिनीधीगण की यह मांग है कि डीएवी इस्पात सिनियर सेकेण्डरी स्कूल की प्राचार्य का तत्काल यहां से स्थानान्तरण किया जावे क्योंकि डीएवी स्कूल में शिक्षा स्तर पूरी तरह गिर चुका है और स्कूल में पढ़ाई के नाम पर सिर्फ दिखावा हो रहा है बच्चे प्राईवेट ट्यूशन और आनलाइन कक्षाओं के भरोसे पढ़ रहे हैं स्कूल में शिक्षकों द्वारा ब्लेक बोर्ड का उपयोग नहीं किया जाता है स्मार्ट बोर्ड है मगर उसका कभी उपयोग नहीं होता है शिक्षक समय से कक्षाओं में नहीं जाते है कुछ शिक्षक तो सप्ताह में एक दिन कक्षाओं में जाते है और बाकी समय सिर्फ प्राचार्य की जी हुजूरी में लगे रहते हैं। संयुक्त यूनियन के नेताओं ने प्रभारी मुख्य महाप्रबंधक को चर्चा में बताया कि डीएवी इस्पात सीनियर सेकेंडरी स्कूल दल्ली राजहरा के बच्चों का रिजल्ट विगत कुछ वर्षों से काफी खराब आ रहा है स्कूल में पढ़ाई सही ढंग से नहीं हो रही है आए दिन पलकों से जानकारी मिलती है कि स्कूल के प्राचार्य द्वारा स्कूल में बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है शिक्षक समय से कक्षा में नहीं आते हैं क्योंकि प्राचार्य स्वयं स्कूल में समय पर उपस्थित नहीं रहती है स्कूल में बच्चों के पढ़ाई के प्रति किसी की कोई जिम्मेदारी तय नहीं दिखती है जिसे हमारे बच्चों को काफी नुकसान हो रहा है डीएवी इस्पात सीनियर सेकेंडरी स्कूल जो कभी पढ़ाई में नंबर एक रहा करता था वह आज राजहरा के छोटे-छोटे प्राइवेट स्कूलों से काफी पिछड़ गया है स्कूल के बच्चे कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा में फेल हो रहे हैं या सप्लीमेंट्री आ रहे हैं किंतु डीएवी इस्पात सीनियर सेकेंडरी स्कूल के प्राचार्य द्वारा शिक्षा के स्तर को सुधारने में कोई रुचि नहीं ली जा रही है डीएवी इस्पात सेकेंडरी स्कूल द्वारा इस वर्ष कक्षा दसवीं व 12वीं का रिजल्ट सार्वजनिक नहीं किया गया स्कूल के प्राचार्य द्वारा बीएसपी प्रबंधन को कक्षा दसवीं व 12वीं की बोर्ड परीक्षा के रिजल्ट की संपूर्ण जानकारी अर्थात कितने बच्चे परीक्षा में सम्मिलित हुए कितने पास हुए कितने फेल हुए कितने पूरक आएं है इसकी भी जानकारी नहीं दी गई स्कूल में बच्चों के साथ फीस को लेकर दुर्व्यवहार किया जाता है स्कूल में मैनेजमेंट शून्य है इससे पहले इसी डीएवी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में कोई और प्राचार्य था तब बच्चों की पढ़ाई काफी अच्छी होती थी बच्चे प्रतियोगी परीक्षाओं में भी नगर का नाम रोशन करते थे मगर आज पढ़ाई के नाम पर दिखावा होता है स्कूल की साफ सफाई के नाम पर सिर्फ खाना पूर्ति की जा रही है स्कूल के टॉयलेट इतने गंदे रहते हैं कि बच्चे 6 घंटे का यूरिन रोक कर रखते हैं।जिसे कई बच्चे स्कूल की गंदगी के कारण यूरिन इन्फेक्शन का शिकार हो चुके हैं और जिसकी जानकारी पालकों द्वारा ईडी माईंस को भी दी गई थी मगर फिर भी किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं होती है लड़कियों के बाथरूम के दरवाजे में चिटकनी नहीं रहती है मगर प्राचार्य को इससे कोई लेना-देना नहीं है क्योंकि प्राचार्य स्कूल में उपस्थित नहीं रहती है रहती भी है तो स्कूल की छुट्टी होने के समय पहुंचती है इस बात की पुष्टि स्कूल में लगी सीसीटीवी कैमरे से की जा सकती है जो की बहुत ही खेदजनक है और तो और प्राचार्य की यह भी शिकायत है कि उनके द्वारा यूनियन के प्रतिनिधियों , पालकों ,जन प्रतिनिधियों और प्रेस के लोगों के साथ सही तरीके से व्यवहार नहीं किया जाता है जिसे डीएवी स्कूल के साथ बीएसपी प्रबंधन का भी नाम खराब होता दिख रहा है।
आज डीएवी स्कूल में अध्यनरत सभी बच्चों का भविष्य अंधकार में दिखाई दे रहा है स्मार्ट क्लास है मगर कोई पढ़ाई नहीं होती पीपुल्स फंड में लिए गए राशि को बच्चों की सुविधाओं पर खर्च नहीं किया जाता है प्राइमरी कक्षाओं के शिक्षकों से बोर्ड की कक्षा के बच्चों को पढ़वाया जाता है क्योंकि यहां प्राचार्य द्वारा कुछ शिक्षकों को जिनकी नियुक्ति प्राथमिक शाला के लिए हुई उनसे बोर्ड कक्षाओं को पढ़ावाया ज रहा है जोकि स्कूल में चल रही शिक्षकों के साथ भेदभाव को उजागर करता है जिससे योग्य शिक्षक जो कल तक स्कूल में अच्छा रिजल्ट देते थे प्राचार्य द्वारा उन्हें किनारे कर दिया है और प्राचार्य की जी हुजूरी करने वाले शिक्षकों से बोर्ड कक्षाओं और उन कक्षाओं में पढ़ाई करवाई जा रही है जहां उनके द्वारा लगातार खरब रिजल्ट दिया जा रहा है मगर उसके बाद भी दिल्ली में बैठे डीएवी स्कूल के जिम्मेदार लोग भी ईस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं और बीएसपी प्रबंधन तो कुंभकर्णी नींद में सोया हुआ है क्योंकि अधिकतर उच्च अधिकारियों के बच्चे डीएवी स्कूल में पढ़ते ही नहीं है इसलिए बीएसपी प्रबंधन कोई ध्यान नहीं दे रहा है और जिन अधिकारियों के बच्चे पढ़ते हैं उनका भी कोई सुनने वाला नहीं है? डीएवी स्कूल के कई विषय तो ऐसे हैं जिनको शब्दों लिखा नहीं जा सकता पर आपको भी इसकी संपूर्ण जानकारी है। और पूरे नगर को भी,पढ़ाई को छोड़कर डीएवी स्कूल अन्य क्षेत्रों में खूब नाम कमा रहा है पालकों एवं कुछ शिक्षकों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि प्राचार्य द्वारा अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए डीएवी स्कूल के शिक्षकों को भिलाई भेजा जाता था और जब तक यह शिक्षक भिलाई में रहते थे तब तक उस विषय की पढ़ाई स्कूल में नहीं होती थी। जिस कारण भी बच्चों का रिजल्ट खराब आता है और स्कूल के उपस्थिति पंजी में उस शिक्षक का ओडी लिखा जाता है इसकी पुष्टि स्कूल के उपस्थिति पंजी से की जा सकती है।
भिलाई के पालको से मिली जानकारी के अनुसार अभी वर्तमान में फिजिकल शिक्षा का परीक्षा संपूर्ण छत्तीसगढ़ में संचालित डीएवी स्कूल में 23 09.2024 को संपन्न हो चुका था मगर हमारे डीएवी स्कूल राजहरा में यह परीक्षा 01.10.2024 को संपन्न हुई है जिसका प्रश्न पत्र बच्चों को सोशल मीडिया के माध्यम से पहले ही मिल चुका था मगर डीएवी स्कूल के प्राचार्य को ईस बात से कोई फ़र्क नहीं पड़ता है और प्रचार्य की कार्यशाली इस बात से पता चलती है कि वह पढ़ाई को लेकर कितनी गंभीर है? जब सारे डीएवी स्कूल में एक साथ परीक्षा हुई तो राजहरा में क्यों नहीं?? पालकों और बच्चों से जानकारी मिली है कि प्राचार्य द्वारा 07-10-2024 को हुई PTM में 11वीं और 12वीं की सभी विषयों की उत्तर पुस्तिका को पालकों दिखाया गया मगर फिजीकल शिक्षा की उत्तर पुस्तिका को यह कहकर नहीं दिखाया गया की फिजीकल शिक्षा के उत्तर पुस्तिका की जांच नहीं हुई है जोकि जांच का विषय है?? चर्चा के अंत में सभी यूनियनो के नेताओं ने प्रभारी मुख्य महाप्रबंधक खदान को स्पष्ट कर दिया कि हम सभी यूनियन के प्रतिनिधि गण आपसे आग्रह करते हैं कि तत्काल डीएवी स्कूल के प्राचार्य को अन्यत्र स्थानांतरण किया जावे जिससे हमारे बच्चों की भविष्य के साथ हो रहे खिलवाड़ पर रोक लगा सके और पूर्व की तरह डीएवी स्कूल में एक अच्छी वातावरण में पढ़ाई हो सके और जीस सोच के साथ बीएसपी प्रबंधन ,यूनियन प्रतिनिधि जन प्रतिनिधियों ने डीएवी स्कूल को नगर में लाने के लिए अपनी सहमति दी थी कि नगर के और नगर के आसपास के आदिवासी ग़रीब बच्चों , ठेका श्रमिकों के बच्चों और नगर वासियों को ईसका लाभ मिल सके मगर यहां ईसके ठीक उल्टा हो रहा है यहां बीएसपी के नियमित कर्मचारियों के बच्चों के साथ डीएवी स्कूल में अध्यनरत सभी बच्चों का भविष्य अंधकारमय हो गया है स्कूल में शिक्षक वहीं है जो पहले थे रिजल्ट वहीं देते थे डीएवी स्कूल की प्राचार्य की कार्यशैली की वजह से पूरे स्कूल का रिजल्ट खराब हो रहा है नाम खराब हो आज नगर के सारे लोग डीएवी स्कूल की कार्यशैली से आहत हैं।अगर डीएवी स्कूल को सही तरीके से संचालित करना है तो तत्काल स्कूल के प्राचार्य का यहां से स्थानान्तरण किया जावें। क्योंकि आज डीएवी स्कूल का नाम तो खराब हो ही रहा है साथ ही साथ बीएसपी का भी नाम खराब हो रहा है जो की सोचनीय है। ज्ञापन सौंपने में मुख्य रूप से एटक से कमलजीत सिंह मान, राजेन्द्र बेहरा,सिटू से प्रकाश क्षत्रिय, पुरषोत्तम सिमैय्या,इंटक से अभय सिंग, तिलक मानकर,बी एम एस से मुश्ताक अहमद, लखनलाल चौधरी, सीएम एस एस से रामचरण नेताम, जे एम एम से बसंत रावटे एवं राजेश साहू, तोरणलाल साहू, विनोद मिश्रा ,एम पी सिंग,दिनेश कांत एवं अन्य नेता गण उपस्थित थे बीएसपी प्रबंधन की ओर से प्रभारी मुख्य महाप्रबंधक खदान जयप्रकाश गुप्ता और कार्मिक विभाग के सभी अधिकारियों की उपस्थिति थी।
संयुक्त ट्रेड यूनियन
राजहरा खदान समूह
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