कोरबा जिले की विकासखंड पाली अंतर्गत ग्राम केराकछार की कबड्डी खिलाड़ी संजू देवी ने छठवीं एशियन महिला कबड्डी चैंपियनशिप में भारत को स्वर्ण पदक दिलाया है।
कोरबा पाली शशि मोहन
पाली :कोरबा जिले की विकासखंड पाली अंतर्गत ग्राम केराकछार की कबड्डी खिलाड़ी संजू देवी ने छठवीं एशियन महिला कबड्डी चैंपियनशिप में भारत को स्वर्ण पदक दिलाया है। कबड्डी खेल में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली संजू देवी का घर आगमन पर भव्य और गरिमामय तरीके से स्वागत किया गया । ब्लॉक कबड्डी संघ पाली द्वारा टोल नाका लीम्हा से डीजे बाइक रैली के साथ उनका स्वागत किया गया, जो चेपा, बक्साही, मुनगाडीह के साथ पाली शिव मंदिर के पास गाजे बाजे आतिशिबाजी के साथ फूल माला लादकर और मिठाई खिलाकर भव्य स्वागत किया ।
हनुमान मंदिर के पास भाजपा जिला उपाध्यक्ष संजय भवनानी के कार्यालय के पास भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भी तिलक चंदन लगाकर फूल माला पहनकर स्वागत किया इस दौरान जिला उपाध्यक्ष संजय भवनानी ,चिंटू राजपाल नवनिर्वाचित नगर पंचायत अध्यक्ष अजय जायसवाल के साथ बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
इसके अलावा, डूमरकछार चौक में सरपंच प्रतिनिधि रामभरोस मरावी के अगुवाई में संजू देवी का भव्य स्वागत किया गया। यह स्वागत उनकी उपलब्धियों और कबड्डी खेल में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए जगह जगज पर स्वागत संजू देवी का स्वागत गरिमामय और भव्य तरीके से करना न केवल उनकी उपलब्धियों को सम्मानित करता है, बल्कि यह कबड्डी खेल के प्रति उत्साह और जुनून को भी बढ़ावा देता है।
बिलासपुर के बहतराई खेल स्टेडियम में प्रशिक्षण लेने वाली संजू की कप्तानी में भारतीय टीम ने फाइनल में मेजबान ईरान को हराया। भारतीय टीम की जीत और संजू देवी की उपलब्धि वास्तव में प्रेरणादायक है। एक छोटे से गांव से निकलकर अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंचना आसान नहीं है, लेकिन संजू देवी ने वो कर दिखाया इन्होंने अपनी मेहनत, समर्पण और जुनून के साथ यह साबित किया है कि कुछ भी असंभव नहीं है। संजू ने न केवल कबड्डी खिलाड़ियों के लिए, बल्कि सभी युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है। यह दिखाता है कि यदि आप अपने सपनों पर विश्वास करते हैं और उनके लिए कड़ी मेहनत करते हैं, तो आप कुछ भी हासिल कर सकते हैं। संजू की इस उपलब्धि ने न केवल उन्हें, बल्कि उनके परिवार, गांव और देश को भी गौरवान्वित किया है। कैसे एक व्यक्ति की उपलब्धि समाज को प्रेरित कर सकती है और देश के लिए गर्व का कारण बन सकती है। एक छोटे से गांव से निकलकर अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंची संजू की कहानी प्रेरणादायक है। उन्होंने शुरुआत ग्रामीण स्तर के टूर्नामेंट से की। वहां सीनियर खिलाड़ियों ने उन्हें जिला कबड्डी प्रशिक्षक अनुज प्रताप सिंह से मिलवाया।
मलेशिया और नेपाल को हराया
अनुज प्रताप ने उनकी प्रतिभा को पहचाना और बहतराई खेल स्टेडियम में प्रशिक्षण दिया। टूर्नामेंट में भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन किया। टीम ने मलेशिया और नेपाल को हराया।
फाइनल में कड़ाके की ठंड के बावजूद टीम ने मेजबान ईरान को मात दी। संजू ने बताया कि ईरान के नियमों का पालन करते हुए टीम ने बेहतरीन खेल दिखाया। स्वागत के दौरान संजू देवी ने कबड्डी खिलाड़ियों और उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा मैं आप सभी का धन्यवाद करती हूं जिन्होंने मेरे आगमन पर इतना गर्मजोशी से स्वागत किया है। मैं अपने देश और अपने राज्य का प्रतिनिधित्व करने के लिए सम्मानित महसूस कर रही हूं। मैं कबड्डी खिलाड़ियों को यह कहना चाहती हूं कि हमें अपने खेल के प्रति समर्पित रहना चाहिए और अपने सपनों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए। हमें अपने खेल को बढ़ावा देने के लिए एक साथ मिलकर काम करना चाहिए और अपने देश का नाम रोशन करना चाहिए। एक बार फिर से, मैं आप सभी का धन्यवाद करती हूं और मैं आपके साथ मिलकर कबड्डी खेल को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हूं।"
कबड्डी खिलाड़ी संजू का स्वागत
बिलासपुर लौटने पर खेल संघों ने संजू का भव्य स्वागत किया। प्रशासनिक अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने उन्हें बधाई दी। संजू ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का आभार जताया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार खेल और खिलाड़ियों को लगातार प्रोत्साहन दे रही है। इस अवसर जिला सचिव अनुज प्रताप कबड्डी संघ कोरबा ब्लॉक कबड्डी संघ पाली उपाध्यक्ष कन्हैया जगत, कार्यवाहक अध्यक्ष शंकर दीवान, सचिव पुरुषोत्तम टेकाम, जोहित यादव,संतोष टेकाम, रिशेंद नेटी,रामभजन सोरठे,गोरे मरावी,गोकुल मरकाम,राजकुमार,हमर कबड्डी अड्डा युटुबर ओमप्रकाश नेटी,मुकेश उइके,विष्णु यादव,सोनू टेकाम,अजितेश,प्रमोद पावले,रंजीत,सतीश उईके,संजय खुरसेगा,पिंटू यादव,अनिल मरावी,रिंकू जगत,रामभरोस मरावी ,महेंद्र पाल,आदि बड़ी संख्या उपस्थित रहे।
कबड्डी खेल में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली संजू देवी का घर आगमन पर भव्य और गरिमामय तरीके से स्वागत किया गया । ब्लॉक कबड्डी संघ पाली द्वारा टोल नाका लीम्हा से डीजे बाइक रैली के साथ उनका स्वागत किया गया, जो चेपा, बक्साही, मुनगाडीह के साथ पाली शिव मंदिर के पास गाजे बाजे आतिशिबाजी के साथ फूल माला लादकर और मिठाई खिलाकर भव्य स्वागत किया ।
हनुमान मंदिर के पास भाजपा जिला उपाध्यक्ष संजय भवनानी के कार्यालय के पास भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भी तिलक चंदन लगाकर फूल माला पहनकर स्वागत किया इस दौरान जिला उपाध्यक्ष संजय भवनानी ,चिंटू राजपाल नवनिर्वाचित नगर पंचायत अध्यक्ष अजय जायसवाल के साथ बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
इसके अलावा, डूमरकछार चौक में सरपंच प्रतिनिधि रामभरोस मरावी के अगुवाई में संजू देवी का भव्य स्वागत किया गया। यह स्वागत उनकी उपलब्धियों और कबड्डी खेल में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए जगह जगज पर स्वागत संजू देवी का स्वागत गरिमामय और भव्य तरीके से करना न केवल उनकी उपलब्धियों को सम्मानित करता है, बल्कि यह कबड्डी खेल के प्रति उत्साह और जुनून को भी बढ़ावा देता है।
बिलासपुर के बहतराई खेल स्टेडियम में प्रशिक्षण लेने वाली संजू की कप्तानी में भारतीय टीम ने फाइनल में मेजबान ईरान को हराया। भारतीय टीम की जीत और संजू देवी की उपलब्धि वास्तव में प्रेरणादायक है। एक छोटे से गांव से निकलकर अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंचना आसान नहीं है, लेकिन संजू देवी ने वो कर दिखाया इन्होंने अपनी मेहनत, समर्पण और जुनून के साथ यह साबित किया है कि कुछ भी असंभव नहीं है। संजू ने न केवल कबड्डी खिलाड़ियों के लिए, बल्कि सभी युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है। यह दिखाता है कि यदि आप अपने सपनों पर विश्वास करते हैं और उनके लिए कड़ी मेहनत करते हैं, तो आप कुछ भी हासिल कर सकते हैं। संजू की इस उपलब्धि ने न केवल उन्हें, बल्कि उनके परिवार, गांव और देश को भी गौरवान्वित किया है। कैसे एक व्यक्ति की उपलब्धि समाज को प्रेरित कर सकती है और देश के लिए गर्व का कारण बन सकती है। एक छोटे से गांव से निकलकर अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंची संजू की कहानी प्रेरणादायक है। उन्होंने शुरुआत ग्रामीण स्तर के टूर्नामेंट से की। वहां सीनियर खिलाड़ियों ने उन्हें जिला कबड्डी प्रशिक्षक अनुज प्रताप सिंह से मिलवाया।
मलेशिया और नेपाल को हराया
अनुज प्रताप ने उनकी प्रतिभा को पहचाना और बहतराई खेल स्टेडियम में प्रशिक्षण दिया। टूर्नामेंट में भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन किया। टीम ने मलेशिया और नेपाल को हराया।
फाइनल में कड़ाके की ठंड के बावजूद टीम ने मेजबान ईरान को मात दी। संजू ने बताया कि ईरान के नियमों का पालन करते हुए टीम ने बेहतरीन खेल दिखाया। स्वागत के दौरान संजू देवी ने कबड्डी खिलाड़ियों और उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा मैं आप सभी का धन्यवाद करती हूं जिन्होंने मेरे आगमन पर इतना गर्मजोशी से स्वागत किया है। मैं अपने देश और अपने राज्य का प्रतिनिधित्व करने के लिए सम्मानित महसूस कर रही हूं। मैं कबड्डी खिलाड़ियों को यह कहना चाहती हूं कि हमें अपने खेल के प्रति समर्पित रहना चाहिए और अपने सपनों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए। हमें अपने खेल को बढ़ावा देने के लिए एक साथ मिलकर काम करना चाहिए और अपने देश का नाम रोशन करना चाहिए। एक बार फिर से, मैं आप सभी का धन्यवाद करती हूं और मैं आपके साथ मिलकर कबड्डी खेल को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हूं।"
कबड्डी खिलाड़ी संजू का स्वागत
बिलासपुर लौटने पर खेल संघों ने संजू का भव्य स्वागत किया। प्रशासनिक अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने उन्हें बधाई दी। संजू ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का आभार जताया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार खेल और खिलाड़ियों को लगातार प्रोत्साहन दे रही है। इस अवसर जिला सचिव अनुज प्रताप कबड्डी संघ कोरबा ब्लॉक कबड्डी संघ पाली उपाध्यक्ष कन्हैया जगत, कार्यवाहक अध्यक्ष शंकर दीवान, सचिव पुरुषोत्तम टेकाम, जोहित यादव,संतोष टेकाम, रिशेंद नेटी,रामभजन सोरठे,गोरे मरावी,गोकुल मरकाम,राजकुमार,हमर कबड्डी अड्डा युटुबर ओमप्रकाश नेटी,मुकेश उइके,विष्णु यादव,सोनू टेकाम,अजितेश,प्रमोद पावले,रंजीत,सतीश उईके,संजय खुरसेगा,पिंटू यादव,अनिल मरावी,रिंकू जगत,रामभरोस मरावी ,महेंद्र पाल,आदि बड़ी संख्या उपस्थित रहे।
0 Comments