Ticker

6/recent/ticker-posts

Korba: छत्तीसगढ़ का नया प्रशासनिक नक्शा हुआ जारी… 22 वर्षों में 33 जिलों का हुआ राज्य

छत्तीसगढ़ का नया प्रशासनिक नक्शा हुआ जारी… 22 वर्षों में 33 जिलों का हुआ राज्य….


कोरबा  पाली शशि मोहन कोशला  


5 नए जिले बनने से पड़ोसी राज्यों की सीमा में अब 22 जिले…



छत्तीसगढ़ में पिछले महीने 5 नए जिले बनने से अब राज्य में जिलों की संख्या 28 से 33 हो गई है. साथ ही नए मैप की आधिकारिक तस्वीर भी अब सामने आ गई है.

प्रशासनिक कसावट मजबूत करने के लिए पिछले महीने 5 नए जिले बनाए गए हैं. वहीं अब राज्य में जिलों की संख्या 28 से 33 हो गई है. इससे अब राज्य का मैप भी बदल दिया गया है. भौगोलिक स्वरूप में नई रेखाएं खींची गई हैं. छत्तीसगढ़ के नए मैप की आधिकारिक तस्वीर भी अब सामने आ गई है. इसमें  मूल जिले से अलग हुए नए जिलों के बॉर्डर निर्धारित कर दिए गए हैं. 


4 साल में 6 नए जिले

दरअसल, बीते 4 साल में 6 नए  जिले और 77 तहसील बनाए गए हैं. नवगठित सभी छह जिलों में कामकाज की शुरूआत हो चुकी है. इन जिलों में कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक पदस्थ किए जा चुके हैं. अन्य विभागों के जिला अधिकारियों की नियुक्ति हो चुकी है. नये जिले के अस्तित्व में आने के बाद लोगों को राजस्व प्रशासन के साथ जिले में सरकारी योजनाओं का लाभ मिलने लगा है. 


अब 22 जिले लगेंगे पड़ोसी राज्यों से

दुर्ग संभाग में राजनांदगांव जिले से दो नए जिले बनाए गए हैं. उत्तर राजनांदगांव को खैरागढ़-छुईखदान-गंडई और दक्षिण राजनांदगांव को मोहला-मानपुर-अम्बागढ़ चौकी जिला बनाया गया है. इससे महाराष्ट्र की सीमा मोहला-मानपुर-अम्बागढ़ चौकी से लगेंगी. इसके साथ अब 7 पड़ोसी राज्यों से सीमा बनाने वाले जिलों की संख्या 22 हो गई है. ये संख्या पहले 18 थी.


4 साल में 27 से 33 हो गए जिलों की संख्या

गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ भौगोलिक दृष्टि से देश का नवां बड़ा राज्य है. एक नवंबर 2000 को गठित इस राज्य में शुरू में 16 जिले थे. प्रशासनिक आवश्यकता को देखते हुए यहां साल 2007 में 2 नए जिले नारायणपुर व बीजापुर का गठन किया गया. इसी प्रकार एक जनवरी 2012 को 9 नये जिले सुकमा, कोंडागांव, बालोद, बेमेतरा, बलौदाबाजार-भाटापारा, गरियाबंद, मुंगेली, सूरजपुर और बलरामपुर-रामानुजगंज बनाए गए. इसके बाद 10 फरवरी को गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले का उद्घाटन किया गया. इस साल सितंबर में पांच और नए जिले बनाए गए इनमें मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर, मोहला-मानपुर-अम्बागढ़ चौकी, सारंगढ़-बिलाईगढ़ और खैरागढ़-छुईखदान-गंडई है।. 

Post a Comment

0 Comments

Balod:  सेवानिवृत्त व्यायाम शिक्षक का सस्मामान विदाई।
Balod:  बालोद पुलिस ने 02 दिवस में जुआ खेलते 15 आरोपियों को किया गिरफ्तार।
Bilaspur:  फोटोबाजी के लिए पार्षद का खिलवाड़, मगरमच्छ के पीठ पर बैठ थाम ली लगाम  बिलासपुर रतनपुर सोशल मीडिया पर धाक जमाने और हवाबाजी करने के लिए रतनपुर का एक पार्षद ने एक विशालकाय मगरमच्छ के पीठ पर बैठ फोटो खिचवाने के लिए उस  मगरमच्छ पर बंधे रस्सी को घोड़े की लगाम की तरह थाम ली। उनकी देखा सीखी अब नगर के कई युवा और बच्चे भी इस तरह की हरकत कर अपनी जान जोखिम में डाल सकते हैं। ये महाशय है रतनपुर नगर पालिका के वार्ड क्रमांक 12 के पार्षद हकीम मोहम्मद, एक जन प्रतिनिधि होने के कारण उन्हे इस तरह की खतरनाक फोटो बाजी को रोकना चाहिए और लोगो को जागरूक करना चाहिए जबकि वो खुद इस तरह की स्टंटबाजी को बढ़ावा दे रहे  दरसल रतनपुर के वार्ड क्रमांक 5 रानीपारा में स्थित बिकमा तालाब जिससे लगा हुआ खेत में  था मगरमच्छ मोहल्ले के कुछ लोग सुबह उठ कर निकले खेत की ओर जहां खेत में घूमता हुआ दिखा  मगरमच्छ जिसे देख होश उड़ गय चीख पुकार सुन कर पूरे मोहल्ले हो गय एकत्रित सभी ने हिम्मत जुटा कर किसी भी तरह बांध कर वन विभाग को दी सूचना सूचना मिलते ही वन विभाग अधिकारी पहुंचे टीम के साथ पहुंचकर खुटा घाट में छोड़ा गयापर वहा देखी गई लापरवाही रतनपुर नगर पालिका के जनप्रतिनिधि वार्ड क्रमांक 12 के भाजपा पार्षद हकीम मोहम्मद के द्वारा ऐसे खिलवाड़ किया जा रहा है ।जिसकी वीडियो फोटो सोशल मीडिया में वायरल हो रही है क्या एक जनप्रतिनिधि होते हुए ऐसी हरकत कीया जाना चाहिए। भारतीय दंड संहिता की धारा 428 और 429 के तहत अगर किसी ने जानवर को जहर दिया, जान से मारा, कष्ट दिया तो उसे दो साल तक की सजा हो सकती है। इसके साथ ही कुछ जुर्माने का भी प्रावधान है। अब देखना है कि सरकार द्वारा इस लापरवाही के लिए क्या कदम उठाए जाएंगे