*ब्रम्हाकुमारिज सेंटर में मनाया गया मम्मा डे...सैकड़ों लोग शामिल होकर ग्रहण किए भोग प्रसाद*
मम्मा अनजान लोगों को भी अपने सहज सरल व्यक्तित्व से पल में अपना बना लेती थी... बी के श्वेता
मम्मा के अनुसार हर घड़ी अंतिम घड़ी है, ऐसी सोच के साथ कर्म और पुरुषार्थ करें ... अधिवक्ता चितरंजय
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के खरसिया विकास खण्ड मेंआज ब्रह्माकुमारी सेंटर खरसिया में आयोजित मम्मा डे कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारी श्वेता बहन(रायगढ़)ने अपनी बात रखते हुए बताया कि मम्मा सरस्वती, जगदम्बा, दुर्गा सभी स्वरूप में अपने बच्चों की पालना करती थी तथा आकर्षक व्यक्तित्व की धनी मम्मा हमेशा अनजान लोगों को भी शीघ्र ही अपना बना लेती थी जिससे ब्रम्हाकुमारिज के विरोधी भी उनके संपर्क में आते ही उनकी बातों का अनुसरण करने लगते थे।
केंद्र संचालिका बी के माधुरी ने बताया कि मम्मा का जीवन अत्यंत सहज सरल व सेवा के प्रति तत्पर था फलस्वरूप उनके स्वयं की लौकिक मां भी उन्हें मम्मा बुलाती थी ।
आज कार्यक्रम को सफल बनाने में बी के आरती, बी के बेबी (डभरा) के साथ ही बी के शिव ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
कार्यक्रम के बाद ब्रम्हाकुमारिज बहनों के साथ चर्चा में अधिवक्ता चितरंजय पटेल ने अपना अनुभव बताते हुए कहा कि मम्मा के बताए अनुसार हमें हर घड़ी जीवन का अंतिम घड़ी है मानकर अपना कर्म और पुरुषार्थ करते रहना चाहिए।
आज मम्मा डे पर नगर और आज पास से संस्था से जुड़े भाई बहनों की सैकड़ों की संख्या में उपस्थिति से कार्यक्रम गरिमामय प्रतीत हो रहा था।
*छत्तीसगढ़ विजन टीवी न्यूज़ जिला सक्ती से ब्यूरो हेड महेंद्र कुमार खांडे के साथ जितेंद्र पटेल की रिपोर्ट*
0 Comments