Ticker

6/recent/ticker-posts

Balod: बोइरडीह किसानों के चहरे पे खुशहाली

 लोकेशन बालोद 


 बोइरडीह  किसानों के चहरे पे  खुशहाली 





        किसानों को तत्काल सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने हेतु 

बोईरडीह जलाशय से सिंचाई हेतु पानी छोड़ा गया 

कामता, कोटागांव, आड़ेझर, मलकुंवर, खैरवाही, नर्राटोला आदि गांवों में सिंचाई हेतु मिलेगा पर्याप्त पानी 

बालोद, 17 अगस्त 2023

कलेक्टर श्री कुलदीप शर्मा के निर्देशानुसार बीएसपी के द्वारा किसानों की मांग पर जिले के डौण्डी विकासखण्ड के दल्लीराजहरा के समीपस्थ स्थित बोईरडीह डेम से सिंचाई हेतु पानी छोड़ा गया है। अनुविभागीय अधिकारी राजस्व डौण्डी श्री सुरेश साहू ने बताया कि किसान संघ डौण्डी द्वारा खेतों में फसलों के लिए पानी की समस्या को देखते हुए बीएसपी के अधीन बोईरडीह डेम से सिंचाई हेतु पानी प्रदान करने की मांग की गई थी। अनुविभागीय अधिकारी राजस्व द्वारा किसानों की मांग के संबंध में तत्काल कलेक्टर श्री शर्मा को अवगत कराया गया था। कलेक्टर ने इसे तत्काल संज्ञान में लेते हुए बीएसपी प्रबंधन से बोईरडीह डेम से सिंचाई हेतु पानी उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया। कलेक्टर के निर्देश पर तत्काल कार्रवाई करते हुए बीएसपी प्रबंधन द्वारा आज किसानों को आज सिंचाई हेतु पानी उपलब्ध कराने हेतु बोईरडीह डेम को खुलवाया गया है। उल्लेखनीय है कि बोईरडीह डेम से सिंचाई हेतु पानी छोड़े जाने से बोईरडीह के आसपास स्थित कामता, कोटागांव, आड़ेझर, मलकुंवर, नर्राटोला के किसानों को सिंचाई हेतु समुचित पानी की उपलब्धता सुनिश्चित हो सकेगा। कलेक्टर के निर्देश पर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व श्री सुरेश साहू द्वारा मौके पर पहुँचकर वस्तु स्थिति की जानकारी ली गई। श्री साहू ने बताया कि किसानों के खेतों में पानी पहुँचना शुरू हो गया है।  

कलेक्टर श्री कुलदीप शर्मा के निर्देशानुसार किसानों की मांग पर पूरी संवेदनशीलता के साथ की गई त्वरित कार्रवाई के फलस्वरूप किसानों के खेतों में पानी पहुँचने से बहुत ही प्रसन्नचित एवं बेहतर पैदावार के लिए पूरी तरह आशान्वित है। बोईरडीह डेम से सिंचाई हेतु पानी छोड़े जाने बहुत ही खुश नजर आ रहे डौण्डी विकासखण्ड के ग्राम आड़ेझर निवासी किसान मदनलाल एवं मयाराम ने कलेक्टर श्री कुलदीप शर्मा के इस संवेदनशील निर्णय की भूरी-भूरी सराहना की है। उन्होंने बताया कि बोईरडीह डेम से आज पानी छोड़े जाने के फलस्वरूप उनके खेतों में सिंचाई हेतु पानी पहुँच गया है। किसानों के समस्याओं के तत्काल निराकरण हेतु जिला प्रशासन की त्वरित पहल की सराहना आड़ेझर निवासी किसान निर्भयराम ने भी की है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में बारिश नहीं होने से अपने फसलों के लिए पानी की प्रबंध के लिए बहुत ज्यादा चिंतित थे। लेकिन कलेक्टर के पहल पर आज उनके खेतों में सिंचाई हेतु पानी पहुँच गया है। उन्होंने कहा कि बोईरडीह डेम से पानी छोड़े जाने पर उनके एवं आसपास के अनेक गांव के किसानों के फसलों के लिए समुचित मात्रा में पानी उपलब्ध हो पाएगा। 

विजन टीवी चैनल के लिए संवाददाता दीपक देवांगन के साथ संजय कुमार की रिपोर्ट

Post a Comment

0 Comments

Balod:  सेवानिवृत्त व्यायाम शिक्षक का सस्मामान विदाई।
Balod:  बालोद पुलिस ने 02 दिवस में जुआ खेलते 15 आरोपियों को किया गिरफ्तार।
Bilaspur:  फोटोबाजी के लिए पार्षद का खिलवाड़, मगरमच्छ के पीठ पर बैठ थाम ली लगाम  बिलासपुर रतनपुर सोशल मीडिया पर धाक जमाने और हवाबाजी करने के लिए रतनपुर का एक पार्षद ने एक विशालकाय मगरमच्छ के पीठ पर बैठ फोटो खिचवाने के लिए उस  मगरमच्छ पर बंधे रस्सी को घोड़े की लगाम की तरह थाम ली। उनकी देखा सीखी अब नगर के कई युवा और बच्चे भी इस तरह की हरकत कर अपनी जान जोखिम में डाल सकते हैं। ये महाशय है रतनपुर नगर पालिका के वार्ड क्रमांक 12 के पार्षद हकीम मोहम्मद, एक जन प्रतिनिधि होने के कारण उन्हे इस तरह की खतरनाक फोटो बाजी को रोकना चाहिए और लोगो को जागरूक करना चाहिए जबकि वो खुद इस तरह की स्टंटबाजी को बढ़ावा दे रहे  दरसल रतनपुर के वार्ड क्रमांक 5 रानीपारा में स्थित बिकमा तालाब जिससे लगा हुआ खेत में  था मगरमच्छ मोहल्ले के कुछ लोग सुबह उठ कर निकले खेत की ओर जहां खेत में घूमता हुआ दिखा  मगरमच्छ जिसे देख होश उड़ गय चीख पुकार सुन कर पूरे मोहल्ले हो गय एकत्रित सभी ने हिम्मत जुटा कर किसी भी तरह बांध कर वन विभाग को दी सूचना सूचना मिलते ही वन विभाग अधिकारी पहुंचे टीम के साथ पहुंचकर खुटा घाट में छोड़ा गयापर वहा देखी गई लापरवाही रतनपुर नगर पालिका के जनप्रतिनिधि वार्ड क्रमांक 12 के भाजपा पार्षद हकीम मोहम्मद के द्वारा ऐसे खिलवाड़ किया जा रहा है ।जिसकी वीडियो फोटो सोशल मीडिया में वायरल हो रही है क्या एक जनप्रतिनिधि होते हुए ऐसी हरकत कीया जाना चाहिए। भारतीय दंड संहिता की धारा 428 और 429 के तहत अगर किसी ने जानवर को जहर दिया, जान से मारा, कष्ट दिया तो उसे दो साल तक की सजा हो सकती है। इसके साथ ही कुछ जुर्माने का भी प्रावधान है। अब देखना है कि सरकार द्वारा इस लापरवाही के लिए क्या कदम उठाए जाएंगे