*राष्ट्रीय साधन सह प्रावीण्य।शिक्षकों का एक दिवसीय कार्यशाला सम्पन।*
दुर्गुकोंदल:राष्ट्रीय साधन सह प्रावीण्य छात्रवृत्ति परीक्षा को लेकर विकासखण्ड दुर्गुकोंदल के 65 पूर्व माध्यमिक विद्यालय के गणित विज्ञान के शिक्षकों का एक दिवसीय कार्यशाला शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय दमकसा में डॉ प्रियंका शुक्ला कलेक्टर जिला काँकेर, भुवन जैन जिला शिक्षा अधिकारी के निर्देशन व एस पी कोसरे खंड शिक्षा अधिकारी के मार्गदर्शन में आयोजित हुआ।इस अवसर पर विषय विशेषज्ञ पवन सिंह राष्ट्रीय स्तर पर हिंदी भाषायी राज्यो में विभिन्न विद्यालयीन प्रतियोगी परीक्षाओं के मार्गदर्शक, मनोज साहू जी, डी आर कोसरे सेवानिवृत्त ब्याख्याता, ईश्वरी सिन्हा,संजय वस्त्रकार,संकुल समन्वयक, व समस्त षिक्षको के उपस्थिति में छत्तीसगढ़ महतारी के छाया चित्र पर दीप प्रज्वलित कर राजकीय गीत के साथ विधिवत शुभारंभ किया गया।
बिदित हो कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय के शिक्षा और साक्षरता विभाग द्वारा हर साल गरीब परिवार के बच्चों को माध्यमिक शिक्षा में प्रोत्साहन के लिए उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान करने हेतु NMMS छात्रवृत्ति को दिया जाता है। NMMS स्कॉलरशिप कक्षा 9 से कक्षा 12 तक के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के छात्रों को दिया जाता है।ताकि वंचित गरीब बच्चों को माध्यमिक और उच्च शिक्षा दी जा सके।एनएमएमएस योजना का मुख्य उद्देश्य यह है कि समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के मेधावी विद्यार्थियों को माध्यमिक स्तर की शिक्षा प्राप्त करने के लिए वित्तीय सहायता मिल सके व कक्षा 8 में ड्रॉपआउट (बीच में ही पढ़ाई छोड़ देना) दर को रोका जा सके। NMMS योजना के तहत कक्षा 9वीं से 12वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को 12000 रुपये की आर्थिक सहायता प्राप्त होगी।छत्तीसगढ़ राज्य सत्र 202324/हेतु कुल आबंटित कोटा 2246 है।।पवन सिंह द्वारा जानकारी दी गई कि NMMS पाठ्यक्रम में दो खंड हैं यानी SAT और MAT, NMMS यह परीक्षा दो पालियों में होती है। इसमें शैक्षिक योग्यता तथा मानसिक क्षमता परीक्षण के साथ-साथ हिंदी अंग्रेजी भाषा के ज्ञान की भी जाँच की जाती है। परीक्षा हेतु NCERT की कक्षा 7 व कक्षा 8 का पाठ्यक्रम सम्मलित है।MAT पाठ्यक्रम में तर्कपूर्ण प्रश्न शामिल हैं जो मानसिक योग्यता परीक्षण के लिए है, उम्मीदवारों की मौखिक और गैर-मौखिक दोनों क्षमताओं का आकलन करने के लिए डिज़ाइन की गई है जिसमे समानता, वर्गीकरण, संख्यात्मक श्रृंखला, नमूना, धारणा,छिपे हुए आंकड़े के 90 बहुविकल्पीय प्रश्न होते है। जबकि NMMS SAT पाठ्यक्रम में सामाजिक विज्ञान, विज्ञान और गणित के 90 बहुविकल्पीय प्रश्न होते है।इस विविध बिन्दुओ पर उदाहरण सहित समझ विकसित करने का प्रयास किया।द्वितीय सत्र की शुरुआत ईश्वरी सिन्हा द्वारा 'हिन्द देश के निवासी सभी जन एक है' गीत के साथ एक छोटी सी रोचक गतिविधि के साथ किया।तत्पश्चात प्रशासनिक व अकादमिक ब्यवस्था, शिक्षकीय जीवन मे चुनौती व बदलाव को लेकर विद्यार्थियों से अपेक्षाएं व नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में विद्यार्थियों से ब्यवहार व कार्य,शिक्षा ब्यवस्था पर बात रखा।बीइओ एस पी कोसरे ने समस्त शिक्षकों को प्रेरित करते हुए सकारात्मक उर्जा से कार्य करने की बात कही ताकि विकासखण्ड में उत्कृष्ट कार्य से हमें विकसित विकासखंड के रूप में पहचाना जाए।कार्यक्रम का सफल संचालन संजय वस्त्रकार द्वारा किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में राजकुमार चन्द्राकर, तुलसी कैमरो,बालकान दर्रो,बृजभूषण आर्य,जगन्नाथ दर्रो,खेमन सिन्हा,शंकरदास नागवंशी,गोवेर्धन मण्डावी आदि का सहयोग रहा।
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