*क्षेत्र के लोगों को उनका हक मिले - विधायक भानुप्रतापपुर*
दुर्गूकोंदल।आज विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान क्षेत्र की लोकप्रिय विधायक श्रीमती सावित्री मनोज मंडावी जी ने
नगर पंचायत भानुप्रतापपुर के वार्ड क्रमांक 1, 3 एवं 15 में लगभग 500 गरीब परिवार 40 वर्षों से निवासरत है। उक्त स्थान पर छोटे बड़े झाड़ व चारागाह भूमि रिकॉर्ड में दर्ज होने के कारण उनको पट्टा नही मिल पा रहा है जिसके चलते उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना व अन्य शासकीय योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है? तो क्या माननीय राजस्व मंत्री इस विषय पर जांच कराकर आवश्यक कार्यवाही करेंगे। जिसके जवाब में माननीय मंत्री जी द्वारा आवश्यक कार्यवाही करने का आश्वासन दिया गया है।
साथ ही अनुदान मांगों पर चर्चा के दौरान स्कूल शिक्षा, उच्च शिक्षा व पर्यटन विभाग पर अपनी बात रखीं।
कि मैं सर्वप्रथम माननीय शिक्षा मंत्री जी को धन्यवाद देना चाहूंगी कि मेरे क्षेत्र में मात्र एक दुर्गूकोन्दल विकास खण्ड के शासकीय हायर सेकेण्डरी स्कूल मेड़ो के नवीन भवन निर्माण हेतु 1 करोड़ 21 लाख 16 हजार का प्रावधान किये है । लेकिन बड़े अफसोस के साथ यह कहना पड़ रहा है कि मेरे क्षेत्र में आज भी ऐसे कई हाई व हायर सेकेण्डरी स्कूल है जो भवन विहिन हैं जिनमें प्रमुख रूप से दुर्गूकोन्दल विकास खण्ड अन्तर्गत हाई स्कूल मंगहुर, जाड़ेकुर्से, गोड़पाल, झिटकाटोला व कलंगपुरी। ठीक इसी प्रकार भानुप्रतापपुर विकास खण्ड अन्तर्गत हायर सेकेण्डरी स्कूल कनेचुर, हाई स्कूल भैसाकन्हार क व हाई स्कूल बोगर सम्मिलित है जो वर्तमान में माध्यमिक शाला के भवनों में संचालित हो रही है के लिए बजट में कोई प्रावधान नही किया गया है।
उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने हेतु कॉलेज जाने वाली छात्रों के लिए यात्रा भत्ता के लिए राशि का प्रावधान नही किया गया है। साथ ही कला एवं संस्कृति को बढ़ावा देने हेतु इंदिरा कला एवं संगीत विश्वविद्यालय के तर्ज पर कला एवं संगीत महाविद्यालय खोलने हेतु कोई रोडमेप तैयार नही किया गया है।इसी प्रकार मध्यान्ह भोजन योजनान्तर्गत स्कूलों में कार्यरत हमारे रसोईया भाई - बहन जो मात्र 50 रुपए प्रति दिवस मानदेय पर बच्चों को गरम भोजन बनाकर परोसती हैं जिनके लिए बजट में कोई प्रावधान नही है। इसके पश्चात् उन्होंने शिक्षा मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल जी को
सुझाव दिए कि शिक्षकों को उनके उत्कृष्ट कार्यो के लिए जो उन्हें पुरस्कृत किया जाता है। उसके लिए प्रत्येक विकासखण्ड स्तर पर एक कमेटी बनाई जाय जो शिक्षकों के कार्यो का अवलोकन करें और उनमें से उत्कृष्ट शिक्षकों का चयन कर उन्हें पुरस्कृत करें। पुरस्कार के लिए शिक्षक स्वयं होकर आवेदन न करें। क्योंकि इस प्रक्रिया से श्रेष्ठ शिक्षक वंचित हो जाते हैं।
मैं जिस क्षेत्र से आती हूं वहां पर्यटन की आपार संभवानाएं हैं जिनमें प्रमुख रूप से देवदहरा जलप्रपात जो कि भानुप्रतापपुर विकास खण्ड में है जहां प्रतिवर्ष महाशिवरात्रि को भव्य लगता है। सोनादाई माता लोहत्तर दुर्गूकोन्दल में आता है जहां माघ पूर्णिमा को मेला लगता है । जिन्हें पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा सकता है लेकिन इसके लिए कोई ठोस रणनीति नही है।*
0 Comments