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Belgahana: *ओलावृष्टि से हुई किसानों की फसल क्षति क्या मिल पाएगा मुआवजा*

*ओलावृष्टि से हुई किसानों की फसल क्षति क्या मिल पाएगा मुआवजा*


संवाददाता राम प्रताप सिंह की रिपोर्ट बेलगहना.....




बेलगहना तहसील क्षेत्र में शनिवार शाम हुई अंधड़ के साथ ओलावृष्टि के चलते धान की फसल में नुकसान हुआ है पिछले दो दिन दस और ग्यारह मई की शाम बारिश भी हुई है तो कई जगह तूफान के चलते पेड़ उखड़ने से बिजली के तार और खम्भे टूटने के साथ घर के छप्पर और  एसबेस्टर शीट उड़ने की शिकायत भी सामने आई है जहां काफ़ी मशक्क्त के बाद विद्युत् विभाग हालात पर काबू पाने में लगभग सफल रहा है। वहीं ग्यारह मई की शाम आए तूफान के साथ सूखेना, कोंचरा, पहन्दा, जरगा व आसपास क्षेत्र में ओला वृष्टि से धान की फसल को काफ़ी नुकसान हुआ है। वहीं नुकसान का अनुमानित क्षेत्र फल 150एकड़ बताया जा रहा है। कृषकों ने इसकी जानकारी अपने वरिष्ठ क़ृषि विस्तार अधिकारी को दी है जिनके द्वारा मौके पर जाकर क्षति के संबंध में जानकारी एकत्र की जा रही है।  पहन्दा क्षेत्र के कृषक हरप्रसाद का कहना है की मैंने बड़ी मुश्किलों का सामना कर अपनी फसल को नकदी के रूप में आने योग्य बनाया था मेरी सारी धनराशि पत्थर गिरने से चौपट हो गई है कोई तो हमारी सुध ले वहीं कृषक दिलहरण  का कहना है की साहब हम किसानी छोड़ कोई दूसरा काम नहीं जानते अपना सारा धन इसी माटी में लगाते हैं और यही हमारे गुजारे का साधन है और इस प्रकार की क्षति से हम पूरी तरह से टूट चुके हैं वहीं  जरगा कृषक रामकृपाल यादव का कहना है की क्षेत्र भर के किसानों के लिए धान की फसल नगदी फ़सल का काम करती है किसान अपनी जमा पूंजी लगाकर फसल उगाते हैं हमें प्रशासन से क्षतिपूर्ति की उम्मीद है कृषकों ने इस हेतु वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी को बुलाकर अपने फसल की जानकारी मौके पर ले जाकर दी गई है अब इसके लिए जिला कलेक्टर महोदय को ज्ञापन सौंपने की तैयारी में हैं....

क्या कहते हैं तहसीलदार बेलगहना.. मुझे आपके माध्यम से जानकारी मिल रही है मैं हल्का पटवारी को मौका जाँच करवा उच्चधिकारीयों को इस संबंध में अवगत कराता हूं जो भी उचित निर्देश प्राप्त होगा उसके हिसाब से आगे की कार्यवाही की जाएगी।

 अब देखने वाली बात होगी की क्षेत्र के भोले भाले मेहनत कश अनुसूचित जाति, जनजाति बाहुल्य क्षेत्र के किसानों को उनके नुकसान के लिए क्या उचित भुगतान शासन प्रशासन कर पाती है अथवा इन्हें निराशा ही हाथ लगेगी।

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