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Rajnandgaon: राजनादगांव फिंगरप्रिंट के माध्यम से आरोपियों को पकड़ने में मिलेगा सहयोग

राजनादगांव फिंगरप्रिंट के माध्यम से आरोपियों को पकड़ने में मिलेगा सहयोग

फिंगर प्रिंट सर्च स्लिप NAFIS SYSTEM  में 1622 आरोपियों सहित गुंडा बदमाश एवं संदेहेयों के फिंगर प्रिंट किये गये हैं अपलोड़। फिंगरप्रिंट के माध्यम से आरोपियों को पकड़ने में मिलेगा सहयोग





* दिनांक 01.01.2024 से 07.06.2024 तक 1622 आरोपियो एवं संदिग्धों का प्रिंगर प्रिंट ऑनलाईन डाटाबेस तैयार कर एनसीआरबी सर्वर में संग्रहण किया गया है।*


* अलग-अलग थाना क्षेत्रों में निवासरत् अपराधिक तत्वों को तस्दीक कर ली गई फिंगर प्रिंट।*


* गिरफ्तार संदेहियों एवं निगरानी बदमाशो के दोनो हाथों की आदर्श अंगुलि चिन्ह पर्णी का लिया गया फिंगर प्रिंट।*


* पुलिस मुख्यालय नवा रायपुर से आये फिंगर प्रिन्ट एक्ससपर्ट अधिकारी द्वारा दिया गया था प्रशिक्षण।*


* आनलाईन फिंगर प्रिंट मिलान कर त्वरित आरोपी के बारे में मिलेगी जानकारी।*


* फिंगर प्रिंट मिलान कर साक्ष्य के आधार पर आरोपियों को दिलाया जाएगा सजा।*


* जिले के समस्त थाना/चौकी से आये लगभग 257 अधिकारी/कर्मचारी को प्रिंगर प्रिंट ऑनलाईन डाटाबेस तैयार करने का दिया गया है प्रशिक्षण।*


विवरण - अपराधों की रोकथाम, अपराधियों पर नकेल कसने व सुरक्षा/शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिये पुलिस अधीक्षक  मोहित गर्ग के निर्देशन पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ऑप्स  मुकेश ठाकुर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक  राहुल देव शर्मा के मार्गदर्शन में डी.सी.आर.बी. शाखा के अधिकारी एवं कर्मचारियों द्वारा NAFIS SYSTEM  के माध्यम से जिले के समस्त थाना/चौकी मै गिरफ्तार आरोपियों सहित गुंडा बदमाश, निगरानी बदमाश, संदेहीयों पर विशेष अभियान चलाकर चेक कर उनकी दैनिक गतिविधि की जानकारी लेकर उनके फिंगर प्रिंट लेने हेतु निर्देशित किया गया था जिसके तारतम्य में दिनांक 01.01.2024 से 07.06.2024 तक जिले भर में अभियान चलाकर कुल 1622 लोगों के दोनो हाथों की आदर्श अंगुलि चिन्ह पर्णी लेकर प्रिंगर प्रिंट ऑनलाईन डाटाबेस तैयार कर एनसीआरबी सर्वर में संग्रहण किया गया है।

इस योजना से विवेचना के दौरान गिरफ्तार आरोपियों एवं संदेहियों की पहचान आसानी से की जा सकती है। NAFIS, (National Automatic Fingerprint Identification system)  का महत्व एवं उपयोग के संबंध में जिले के समस्त थाना/चौकी के अधिकारी/कर्मचारी को पूर्व में एक दिवसीय कार्यालय का आयोजन कर प्रशिक्षण दिया गया था जिसमें फिंगर प्रिंट के संबंध मे विस्तार से व तकनिकी पहलुओं के बारे में बताया गया था। यह अपराध विवेचना एवं आरोपियों की पहचान व गिरफ्तारी में अत्यंत लाभदायक है। साथ ही साक्ष्य के रूप में अपराधियों को सजा दिलाने में भी इसकी अहम भूमिका होगी।

छत्तीसगढ़ विज़न टी वी से

अनिल सिन्हा रिपोर्टर

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