*रबी फ़सल का उत्पादन बढ़ाने के लिए किसानों को दिया गया प्रशिक्षण*
दुर्गूकोदल । ब्लॉक दुर्गुकोंदल में रबी की खेती को बढ़ावा देने के उद्देश्य से क्लस्टर लेवल की ट्रेनिंग बिहान कार्यक्रम के अंतर्गत ट्रिफ़ के सहयोग से विकासखंड दुर्गूकोदल के ग्राम पंचायत तरहुल में मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुरेंद्र बंजारे के मार्गदर्शन में सुधीर यादव ब्लॉक मैनेजर ट्रिप लायईवुड लखपति योजना के तहतआयोजित की गई थी यह पहल जलवायु परिवर्तन को ध्यान में रखते हुए और पानी की उपलब्धता को देखते हुए की गई है, ताकि किसानों को फसल का सही चयन करने में मदद मिल सके। ट्रेनिंग में किसानों को धान और सब्जी खेती का तुलनात्मक अध्ययन कराया जा रहा है, जिसमें कम लागत और कम पानी की खेती को प्राथमिकता दी जा रही है।रबी फसलों का समावेश:रबी की फसल के अंतर्गत मुख्य रूप से गेहूं, चना, मसूर, सरसों, मक्का, लहसुन, धनिया, और विभिन्न प्रकार की सब्जियों को शामिल किया गया है। इन फसलों का चयन विशेष रूप से जलवायु अनुकूलता और बाजार में मांग के आधार पर किया गया है।ट्रेनिंग और संसाधन:ट्रेनिंग के दौरान किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले बीज, जैविक खाद, और प्राकृतिक कीटनाशकों का उपयोग सिखाया जा रहा है। यह कार्य हॉटिकल्चर और कृषि विभाग की तकनीकी सहायता से किया जा रहा है। किसानों को मृदा परीक्षण, जल प्रबंधन, और जैविक खेती की तकनीकों पर भी विशेष रूप से प्रशिक्षित किया जा रहा है।
लक्षित लाभार्थी:इस कार्यक्रम के तहत कुल चार क्लस्टरों के 105 ग्राम संगठनों से जुड़े लगभग 1,200 परिवारों को लाभान्वित करने का लक्ष्य रखा गया है। इसमें महिलाओं के स्वयं सहायता समूह (SHG) की महत्वपूर्ण भागीदारी सुनिश्चित की गई है, ताकि वे रबी फसल की खेती से अपनी आजीविका को सशक्त बना सकें। प्रशिक्षण में सुधीर यादव ने बताया कि किसानों को जलवायु-लचीले खेती के तरीकों से परिचित कराना। कम पानी और कम लागत में अधिक उत्पादन को प्रोत्साहन देना। जैविक खेती और प्राकृतिक संसाधनों का कुशल उपयोग करना।
रबी फसलों की विविधता लाकर बाजार में उनकी बेहतर बिक्री सुनिश्चित करना।
यह पहल न केवल कृषि उत्पादकता को बढ़ाएगी बल्कि किसानों की आय में भी सुधार करेगी और ग्रामीण आजीविका को सशक्त बनाएगी।
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