कोरबा के आइसक्रीम फैक्ट्री में काम कराने लाए राजस्थान से 2 दलित नाबालिग लड़को के साथ ठेकेदार का हैवानियत..... करंट देकर पीटा, नाखून उखाड़े, प्राइवेट पार्ट को खींचा*
कोरबा पाली शशि मोहन
*कोरबा:-* राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के दलित लड़कों से कोरबा में हैवानियत का मामला सामने आया है। जहां आइसक्रीम फैक्ट्री में मजदूरी के लिए लेकर गए ठेकेदारों ने नाबालिग लड़कों को करंट देकर पीटा, उनके साथ अमानवीय हरकतें की गईं, प्लास से उनके नाखून उखाड़े गए और उनके प्राइवेट पार्ट को भी खींचा। पीड़ित युवक रहम की भीख मांगते रहे, लेकिन हैवान ठेकेदारों को उनपर तरस नहीं आया। आरोप है कि गुलाबपुरा पुलिस ने इस मामले में पीड़ितों को कोई मदद नहीं की।
भीलवाड़ा जिले के आसींद क्षेत्र से नाबालिग लड़कों के साथ करंट लगाने का यह अमानवीय मामला है। गुलाबपुरा क्षेत्र के लड़कों को मजदूरी पर कोरबा ले आए और काम के दौरान उनपर चोरी का आरोप लगाकर उनके कपड़े उतारे, उन्हें करंट दिया गया और बुरी तरह से पीटा। इस दौरान लड़के जान की गुहार लगाते रहे और कहते रहे कि “मेरे पिताजी को बुला लो" जिस पर हैवान ठेकेदार का कथन था कि, “मर जाएगा तो घर ले चले जाएंगे”। जानकारी के अनुसार आसींद विधानसभा क्षेत्र के कानिया गांव के अभिषेक भांबी व विनोद भांबी को क्षेत्र के ही कुछ व्यक्तियों द्वारा आइसक्रीम के काम के लिए कोरबा लेकर आए थे, जहां उनके साथ चित्तौड़गढ़ के रहने वाले ठेकेदार छोटू गुर्जर तथा मुकेश शर्मा ने हैवानियत की सारी हदें पार कर दी। उन्होंने लड़कों को बिजली के तारों द्वारा करंट दिया, जिसमें लड़के हाथ जोड़कर जान की गुहार लगाते रहे।
*मालिक से मांगे 20 हजार रुपये, मिली सजा*
थर्ड डिग्री के इस टॉर्चर से युवक बिस्तर पर पड़े हुए है और उससे खड़ा भी नहीं हुआ जा रहा है। वहीं पिड़ित पक्ष ने पुलिस पर कार्रवाई नहीं करने के आरोप भी लगाएं है। ठेकेदार द्वारा युवको से मारपीट और करंट लगाने का वीडियो भी बनाया गया है जो अब वायरल हो रहा है। पीड़ित युवक अभिषेक भांबी के अनुसार वह कोरबा शहर के एक आइस्क्रीम फैक्ट्री में ठेकेदार के माध्यम से काम करने गए थे। उनकी गाड़ी की किस्त होने के कारण उसने मालिक से 20 हजार रूपए एडवांस मांगे। उन्होने देने से मना कर दिया। इस पर उसने वापस गांव जाने की बात कहीं तो उन्होने मारपीट शुरू कर दी। आरोप है कि उसे करंट लगाकर नाखूनों को भी प्लास से खींचा गया।
*पुलिस ने नहीं की मदद*
आरोप है कि घटनास्थल से जैसे तैसे जान बचाकर भागे अभिषेक व विनोद भांबी जब गांव पहुंचे तो ठेकेदार के लोगों ने वहां पर भी उन्हें जान से मारने की धमकी दी। अभिषेक व विनोद के परिवार में चार भाई- बहन हैं व उनके पिता ट्रक ड्राइवर है। आरोप है कि पीड़ित के परिजनों द्वारा जब गुलाबपुरा थाना अधिकारी को रिपोर्ट दी तो इस घटना की सूचना पर भी पुलिस ने उनकी कोई मदद नहीं की। पुलिस का कहना है कि इस मामले में एफआईआर दर्ज करके जांच शुरू कर दी है और आगे युवकों का मेडिकल करवाया जाएगा, इसके साथ कोरबा जिला पुलिस अधीक्षक को एफआईआर की कॉपी मेल के द्वारा भेजने के साथ हार्ड कॉपी भेजी जा रही है।
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