­

Ticker

6/recent/ticker-posts

Khairagarh: राज्य में हुआ बड़ी प्रशासनिक फेर बदल,इंद्रजीत सिंह चंद्रवाल संभालेंगे अब से जिला खैरागढ़-छुईखदान-गंडई का कमान

 राज्य में हुआ बड़ी प्रशासनिक फेर बदल,इंद्रजीत सिंह चंद्रवाल संभालेंगे अब से जिला खैरागढ़-छुईखदान-गंडई  का कमान  


संवाददाता मंदीप सिंह 

स्थान खैरागढ़ 



राज्य सरकार ने प्रशासनिक तंत्र में बड़ा फेरबदल करते हुए 41 आईएएस अधिकारियों का तबादला कर दिया है। इस व्यापक फेरबदल में 10 जिलों के कलेक्टर भी बदले गए हैं, जिसके संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग ने विस्तृत आदेश जारी किया है।


जारी आदेश के अनुसार, संजय अग्रवाल को बिलासपुर का नया कलेक्टर नियुक्त किया गया है, जबकि दिव्या उमेश मिश्रा बालोद जिले की कलेक्टर बनाई गई हैं। नवगठित खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले की जिम्मेदारी इंद्रजीत सिंह चंद्रवाल को सौंपी गई है। इसके अतिरिक्त, कुंदन कुमार को मुंगेली, नूपुर राशि पन्ना को कोंडागांव, संजय कन्नौजे को सारंगढ़-बिलाईगढ़, भगवान सिंह ऊईके को गरियाबंद, मयंक चतुर्वेदी को रायगढ़, कुणाल दुदावत को दंतेवाड़ा और जन्मजेय मोहबे को जांजगीर का कलेक्टर नियुक्त किया गया है।


इसी क्रम में, राज्य सरकार ने एक अन्य प्रशासनिक आदेश जारी करते हुए भारतीय प्रशासनिक सेवा (भा.प्र.से.) के 2017 बैच के अधिकारी श्री चंद्रकांत वर्मा, जो वर्तमान में खैरागढ़-छुईखदान-गण्डई के कलेक्टर हैं, को अस्थायी रूप से आगामी आदेश तक संचालक, पशु चिकित्सा सेवायें के पद पर पदस्थ किया है। श्री वर्मा को इसके साथ ही मुख्य कार्यपालन अधिकारी, छ.ग. राज्य जलग्रहण क्षेत्र प्रबंधन एजेंसी का अतिरिक्त प्रभार भी सौंपा गया है।


सरकार का यह बड़ा प्रशासनिक फेरबदल राज्य के विभिन्न जिलों और विभागों में प्रशासनिक दक्षता और सुशासन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किया गया है। नए कलेक्टरों और अधिकारियों से अपेक्षा है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में विकास कार्यों को गति देंगे और जनकल्याणकारी योजनाओं को प्रभावी रूप से लागू करेंगे। श्री चंद्रकांत वर्मा की नई जिम्मेदारी को भी सरकार के एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है, जिससे पशु चिकित्सा सेवाओं और जलग्रहण क्षेत्र प्रबंधन के कार्यों को नई दिशा मिलेगी।

Post a Comment

0 Comments

Random Posts

Bilaspur:  वन विभाग का पर्यटकों से अनुरोध: भनवारटंक क्षेत्र में भ्रमण से बचें
Janjgir:  नवागढ़ फर्जी शिक्षा कर्मी वर्ग दो हुआ बर्खास्त, मामला शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला रिंगनी का*
Bilaspur:  फोटोबाजी के लिए पार्षद का खिलवाड़, मगरमच्छ के पीठ पर बैठ थाम ली लगाम  बिलासपुर रतनपुर सोशल मीडिया पर धाक जमाने और हवाबाजी करने के लिए रतनपुर का एक पार्षद ने एक विशालकाय मगरमच्छ के पीठ पर बैठ फोटो खिचवाने के लिए उस  मगरमच्छ पर बंधे रस्सी को घोड़े की लगाम की तरह थाम ली। उनकी देखा सीखी अब नगर के कई युवा और बच्चे भी इस तरह की हरकत कर अपनी जान जोखिम में डाल सकते हैं। ये महाशय है रतनपुर नगर पालिका के वार्ड क्रमांक 12 के पार्षद हकीम मोहम्मद, एक जन प्रतिनिधि होने के कारण उन्हे इस तरह की खतरनाक फोटो बाजी को रोकना चाहिए और लोगो को जागरूक करना चाहिए जबकि वो खुद इस तरह की स्टंटबाजी को बढ़ावा दे रहे  दरसल रतनपुर के वार्ड क्रमांक 5 रानीपारा में स्थित बिकमा तालाब जिससे लगा हुआ खेत में  था मगरमच्छ मोहल्ले के कुछ लोग सुबह उठ कर निकले खेत की ओर जहां खेत में घूमता हुआ दिखा  मगरमच्छ जिसे देख होश उड़ गय चीख पुकार सुन कर पूरे मोहल्ले हो गय एकत्रित सभी ने हिम्मत जुटा कर किसी भी तरह बांध कर वन विभाग को दी सूचना सूचना मिलते ही वन विभाग अधिकारी पहुंचे टीम के साथ पहुंचकर खुटा घाट में छोड़ा गयापर वहा देखी गई लापरवाही रतनपुर नगर पालिका के जनप्रतिनिधि वार्ड क्रमांक 12 के भाजपा पार्षद हकीम मोहम्मद के द्वारा ऐसे खिलवाड़ किया जा रहा है ।जिसकी वीडियो फोटो सोशल मीडिया में वायरल हो रही है क्या एक जनप्रतिनिधि होते हुए ऐसी हरकत कीया जाना चाहिए। भारतीय दंड संहिता की धारा 428 और 429 के तहत अगर किसी ने जानवर को जहर दिया, जान से मारा, कष्ट दिया तो उसे दो साल तक की सजा हो सकती है। इसके साथ ही कुछ जुर्माने का भी प्रावधान है। अब देखना है कि सरकार द्वारा इस लापरवाही के लिए क्या कदम उठाए जाएंगे