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Durgkondal: खनिज न्यास निधि से निर्माण कार्यों की स्वीकृति नहीं मिलने पर सरपंचों में आक्रोश,सौंपा ज्ञापन*

 *खनिज न्यास निधि से निर्माण कार्यों की स्वीकृति नहीं मिलने पर सरपंचों में आक्रोश,सौंपा ज्ञापन*


*6 दिन में मांगें पूरी नहीं होने पर 7वें दिन दुर्गूकोंदल में धरना-प्रदर्शन व चक्काजाम की चेतावनी*



दुर्गूकोंदल।खनिज न्यास निधि (डीएमएफ) से माइंस प्रभावित क्षेत्र की ग्राम पंचायतों में निर्माण कार्यों की स्वीकृति नहीं मिलने से नाराज़ सरपंचों ने कलेक्टर कांकेर के नाम तहसीलदार दुर्गूकोंदल को ज्ञापन सौंपा। सरपंचों ने चेतावनी दी है कि यदि 6 दिवस के भीतर निर्माण कार्यों की स्वीकृति प्रदान नहीं की जाती, तो 7वें दिन दुर्गूकोंदल मुख्य चौक में एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन एवं चक्काजाम किया जाएगा।

सरपंच संघ दुर्गूकोंदल के सचिव मुकेश गावड़े के नेतृत्व में ज्ञापन सौंपा गया। इस दौरान राम गावड़े, मुकेश नरेटी, रामशिला कोमरा, उमेश्वरी मंडावी, बसंती भालेश्वर सहित बड़ी संख्या में माइंस प्रभावित ग्राम पंचायतों के सरपंच उपस्थित थे।सरपंचों ने बताया कि जिला पंचायत कांकेर के अंतर्गत जनपद पंचायत दुर्गूकोंदल के राजस्व क्षेत्र में कुल पांच माइंस संचालित हैं, जिनसे प्रतिवर्ष करोड़ों रुपये की रॉयल्टी जिला प्रशासन को प्राप्त होती है। इसके बावजूद माइंस से प्रभावित ग्राम पंचायतों में मूलभूत सुविधाओं जैसे सड़क, पेयजल, नाली, भवन निर्माण, सामुदायिक संसाधनों एवं अन्य आवश्यक विकास कार्यों को स्वीकृति नहीं मिल पा रही है।सरपंचों का कहना है कि खनन गतिविधियों से क्षेत्र में धूल, प्रदूषण, जलस्तर में गिरावट एवं सड़क क्षति जैसी समस्याएं बढ़ी हैं, लेकिन खनिज न्यास निधि के अंतर्गत इन पंचायतों को प्राथमिकता नहीं दी जा रही है। इस संबंध में कई बार आवेदन एवं पत्राचार के माध्यम से शासन-प्रशासन को अवगत कराया गया, परंतु अब तक केवल आश्वासन ही मिले हैं, समस्याओं का ठोस समाधान नहीं हुआ है।सरपंच संघ ने स्पष्ट किया कि यदि तय समयसीमा के भीतर मांगें पूरी नहीं होती हैं, तो आंदोलन के लिए समस्त माइंस प्रभावित पंचायतों के सरपंच, जनप्रतिनिधि एवं ग्रामीण एकजुट होकर प्रदर्शन करेंगे। धरना-प्रदर्शन एवं चक्काजाम की संपूर्ण जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।सरपंचों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि खनिज न्यास निधि का उपयोग पारदर्शी ढंग से करते हुए माइंस प्रभावित पंचायतों में त्वरित रूप से विकास कार्यों को स्वीकृति दी जाए।

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