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Bemetara: पुरे साल बीत जाने के बाद भी हितग्राहियों को नही मिला न्याय*

 *पुरे साल बीत जाने के बाद भी हितग्राहियों को नही मिला न्याय*


*ग्राहक सेवा केंद्र मे धोखाधड़ी के शिकार हुए हितग्राहीयो ने प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिख न्याय की गुहार लगाई।*


टुमेश जायसवाल बेमेतरा देवकर - ठीक एक वर्ष पूर्व हुए करोड़ों रुपए के बैंक धोखाधड़ी की चर्चा शायद सबने सुनी होगी।

धोखाधड़ी के शिकार हुए हितग्राहियों के आंसू भी सपने देखे होंगे। हितग्राहियों के साथ ही आम नागरिकों में कितना आक्रोश था यह भी सब ने देखा होगा।



बावजूद इन सबके पीड़ित हितग्राहियों को आज तक न्याय नहीं मिली आखिर क्यों ,  क्यों एक गरीब को न्याय के लिए अपने खून पसीने से मेहनत कर कमाए हुए रुपयों को पाने के लिए दर-दर की ठोकरें खानी पड़ रही हैं।


गौरतलब हो कि आज से ठीक एक वर्ष पूर्व जून 2022 में नगर में संचालित भारतीय स्टेट बैंक ग्राहक सेवा केंद्र में प्रधानमंत्री जनधन योजना के तहत खुलवाए गए खाताधारकों से ग्राहक सेवा केंद्र के तीन संचालकों ओमप्रकाश ताम्रकार , मुकेश ताम्रकार और पूजा ताम्रकार द्वारा लाखों करोड़ों रुपए की हेरा फेरी की गई थी। संचालकों द्वारा भोले भाले गरीब हितग्राहियों को बेवकूफ बनाकर अपने झांसे में रख कर अंगूठा लगवा कर हजारों हितग्राहियों के खातों से लाखों करोड़ों रुपए पार कर लिया गया। जब मामले का भंडाफोड़ हुआ तो ग्राहक सेवा केंद्र के संचालक ताला लगाकर फरार हो गए। हजारों हितग्राही रोजाना चौकी में अपना फरियाद लेकर ठगी के शिकार हो जाने की सूचना देने पहुंचते रहे। फरियादियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए पुलिस ने आनन-फानन में एफ आई आर दर्ज कर कुछ दिन बाद ही फरार तीनों संचालकों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। जेल में कुछ दिन रहने के बाद तीनों संचालक जमानत लेकर बाहर आ गए और लोगों से बचने के लिए अपना पता बदल लिया। कुछ हितग्राही उन्हें आज भी तलाश कर रहे हैं।


प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिख न्याय की गुहार 


प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री से धोखाधड़ी के शिकार हुए हितग्राही

राकेश टंडन, हरीशचंद्र साहू , हेमंत साहू , सुनीता बाई , नारायण साहू , प्रतिभा धृतलहरें , देवचरण ध्रुवे , ओम प्रकाश सहित कई अन्य लोगों ने हस्तांतरित चिट्ठी लिख न्याय की आस में एक साल बीत जाने के बाद न्याय नहीं मिल रहा है तो हितग्राही देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को चिट्ठी लिख अपना दर्द बयां किए हैं जिसमें हितग्राहियों ने लिखा है कि माननीय प्रधानमंत्री जी और माननीय मुख्यमंत्री जी हमारी गरीबी को ध्यान में रखते हुए हमारी खून पसीने की जीवन भर की कमाई हमें दिलाई जाए और साथ ही धोखेबाज बैंक संचालकों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए जिससे हमारी आत्मा को शांति मिले।


इस संबंध में जब  मीडिया ने भारतीय स्टेट बैंक साजा के ब्रांच मैनेजर अविनाश पटेल से जब बात की गई तो उन्होंने घुमावदार जवाब देते हुए कभी जांच प्रक्रिया चलने की बात कही तो कहीं जांच अभी शुरू नहीं हुई है या अभी जांच पूरी नहीं हुई है यह कहते हुए अपना पल्ला झाड़ लिया। साथ ही जब यह सवाल किया गया कि बैंक द्वारा यह आश्वासन दिया गया था हितग्राहियों को कि आप लोगों को पैसा जल्द वापस कर दिया जाएगा इस संबंध में आपका क्या कहना है तो भी उनका जवाब घुमावदार रहा उन्होंने कहा कि इस सवाल के जवाब को देने के लिए अधिकृत नहीं हूं आप  जांच कर्ता से बात कीजिए।

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