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Durgkondal: अंचल में मानसून सक्रिय, रूक-रूक कर दिनभर होती रही बारिश*

 *अंचल में मानसून सक्रिय, रूक-रूक कर दिनभर होती रही बारिश*

*विकासखंड मुख्यालय दुर्गुकोंडल एवं अंचल में सुबह से हो रही बारिश, किसानों में खुशी*

आज का औसत वर्षा 61.6एम एम अब तक कुल बारिश 323.3 एम.एम हुईं हैं 

दुर्गुकोंडल 27 जून 2023। सुबह से विकासखंड मुख्यालय दुर्गुकोंडल सहित पूरे 


क्षेत्र में पानी गिरने से लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिली है। जहां एक ओर गर्म मौसम को झेलने के बाद पानी गिरने से राहत मिली वहीं अब किसानों ने खेत में हल चल शुरू कर दिया। अब फिर से धान बोवाई का समय आ गया। अभी किसानों के साथ हर वर्ग के लोग बारिश से खुश हैं। अप्रैल मई जून में गर्मी भीषण रूप ले ली थी। उससे ऐसा लग रहा था कि मानसून आयेगा कि नहीं दूर दूर तक मानसून दिखाई नहीं दे रहा था। वहीं मौसम विभाग विशेषज्ञों की माने तो इस बार वर्षा कम होने की संभावना बताई जा रही है। खंड वर्षा होने की ज्यादा संभावना बताई जा रही है अगर खंड वर्षा होती हैं तो किसानों को ही परेशानी झेलनी पड़ेगी।  क्षेत्र के लोगों का कहना है कि बढ़ते आधुनिकता के चलते मशीनीकरण का जमाना आने से पर्यावरण पर इसका प्रभाव पड़ता दिखाई दे रहा है। पहले समय काल से हर ऋतु अपना कार्य करती थी। गर्मी बरसात

बसंत ठंड अब ऐसा हाल है कि कोई भी मौसम अपने सहीं समय में नही ठहर पा रहा है। पहले लोग घरों में बरसात के चार माह तक स्वेटर साल का और अलावा का भी सहारा लेते थे। लेकिन अब बिना कूलर पंखा के बरसात भी नहीं कटता । अब खेतों में बना किसान परिवार का माहौल अधिकांश किसान मक्का फसल कटाई के बाद से ही खेतों की जुताई कर चुके तो कुछ अभी जुताई कर रहे हैं वर्तमान में  क्षेत्र के अधिकांश किसानों के खेत में बोर सुविधा भी होने

से सही समय में रोपाई भी हो जायेगा।

*लगातार बारिश से कृषि कार्य में आयी तेजी, लोगों को गर्मी से मिली राहत*

 प्रदेश सहित जिले में मानसून सक्रिय हो गया है, दो दिनों से जिलेभर में रूक-रूक कर बारिश हो रही है। बारिश से जहां कृषि कार्य में तेजी आयी है तो वहीं लोगों को भीषण गर्मी और उमस से भी खेतों में बुआई के लिए करें।

राहत मिली है। मौसम विभाग ने जिले में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। मानसून की दस्तक के साथ ही जिलेभर में लगातार बारिश हो रही है। बारिश होने पर किसानों के चेहरे पर खुशी परिलक्षित हो रही है। किसान बीज - खाद कृषि दवाईयां आदि खरीदने दुकानों में पहुंच रहे हैं। कृषि कार्य के लिए परंपरागत हल बैल का अभाव होने के कारण अंदरूनी क्षेत्रों में भी ज्यादातर खेतों में ट्रैक्टर और अन्य कृषि यंत्रों से ही कार्य किया जा रहा है। जिन किसानों ने पहले से धान की नर्सरी तैयार कर लिया है वे बारिश होने के बाद धान की रोपाई के लिए खेतों की तैयारी कर रहे हैं। धान की बोआई का कार्य भी शीघ्रता से पूरा करने प्रयास कर रहे हैं।                               *विलंब से पहुंचा मानसून*,

 अंचल में इस वर्ष लगभग 15 दिन पीछे मानसून का आगमन हुआ है लोग काफी परेशान थे अब लगातार बारिश से गर्मी से राहत लोगों को मिला है और अपने अपने कार्य में लग गए हैं वहीं क्षेत्र के किसान बुवाई कार्य प्रारंभ कर दिए हैं।

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