लोकेशन बालोद
संजय कुमार
बालोद में तेज रफ्तार का कहर जारी: सड़क पर रोज़ाना कुचली जा रही गौमाता, यातायात विभाग पर उठे सवाल
बालोद, छत्तीसगढ़ – जिले में लगातार तेज रफ्तार का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। आए दिन सड़क पर तेज गति से दौड़ते वाहन बेजुबान गौमाताओं को रौंदते जा रहे हैं, जिससे जनमानस में आक्रोश और पीड़ा का माहौल है।
सड़कें बनीं मौत का रास्ता
बीते कुछ दिनों में शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक कई घटनाएं सामने आई हैं, जिनमें सड़क पर विचरण कर रही गौवंश को तेज रफ्तार वाहनों ने कुचल दिया। स्थानीय लोगों का कहना है कि वाहन चालक न तो स्पीड लिमिट का पालन कर रहे हैं और न ही सड़क पर चल रहे पशुओं का ध्यान रख रहे हैं।
प्रशासन और यातायात विभाग पर उठे सवाल
इन घटनाओं के बाद जिला प्रशासन और यातायात विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं। आखिर क्यों नहीं हो रहा स्पीड कंट्रोल? क्या कारण है कि संवेदनशील इलाकों में भी स्पीड ब्रेकर या चेतावनी संकेतक नहीं लगाए गए?
स्थानीय नागरिकों की मांग
स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि:
सभी मुख्य मार्गों पर स्पीड ब्रेकर बनाए जाएं।
सड़क किनारे चेतावनी बोर्ड लगाए जाएं।
CCTV कैमरों की निगरानी बढ़ाई जाए।
पशुओं की सुरक्षा के लिए अलग व्यवस्था की जाए।
गौसेवा समिति और समाजसेवियों की अपील
गौसेवा से जुड़ी संस्थाओं ने भी आवाज़ उठाई है कि सरकार को इस विषय पर तुरंत संज्ञान लेना चाहिए और तेज रफ्तार पर लगाम लगाने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए। सड़क सुरक्षा के नाम पर चल रही योजनाएं केवल कागजों में न रह जाएं, यह सुनिश्चित करना अब जरूरी हो गया है।
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