निजी कंपनियां गड्ढे खोदकर खुला छोड़ रहे
दुर्घटनाओं को दे रहे आमंत्रण
संवाददाता ---- राज शार्दुल
कोंडागांव--- लोक निर्माण विभाग की सड़कों पर निजी संचार कंपनियों के द्वारा मनमाने तरीके से गड्ढे खोदकर खुला छोड़ दिए जाने से लोगों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। ग्राम बांसकोट में एक निजी संचार कंपनी के द्वारा केबल बिछाने के नाम पर गड्ढा खोद दिये गये तथा उसे खुला में छोड़ दिया गया है जिससे यहां राह पर चलने वाले लोगों एवं मवेशियों के लिए खतरा बना हुआ है। बता दें कि केशकाल अनु विभाग के अंतर्गत लोक निर्माण विभाग की सड़कों पर निजी कंपनियों की मनमानी चल रही है जिस पर लोक निर्माण विभाग के अधिकारी आंखें मूंदे हुए हैं। विभाग की सड़कों का कोई माई बाप नहीं है बिना अनुमति के यहां कभी निजी संचार कंपनी के लोग गड्ढे खोद रहे हैं तो कभी जल जीवन मिशन की पाइप बिछाने के नाम पर सड़क की पटरी को खोदा जा रहा है जल जीवन मिशन के तहत चल रहे कार्यों के लिए भी पीडब्ल्यूडी की सड़कों का ही इस्तेमाल हो रहा है। इसी का नतीजा है कि आए दिन जगह-जगह दुर्घटनाओं की खबर मिल रही है ग्राम बांसकोट के ग्रामीण संतराम एवं लोकेश कुमार ने बताया कि यहां एक निजी संचार कंपनी के द्वारा केबल बिछाने के नाम पर गड्ढा खोदकर छोड़ दिया गया है जहां वाहनों को साइड देते वक्त कभी भी दुर्घटना हो सकती है। निजी संचार कंपनी गड्ढे खोदकर केबल तो बिछा दिए किंतु गड्ढा को पाटना भूल गए। इस संबंध में लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को सूचना दिया गया किंतु विभाग के अधिकारी इस पर हैं अनभिज्ञता जताते हुए लापरवाही बरत रहे। ऐसा ही नजारा ग्राम बड़बतर एवं कोपरा के बीच देखने मिला था जहां एक निजी कंपनी के द्वारा नवनिर्मित सड़क के किनारे बने पटरी पर खुदाई कर दिया साथ ही सड़क का डामर भी उखाड़ दिया। जब इस संबंध में क्षेत्र के जागरूक लोगों ने लोक निर्माण विभाग से शिकायत की तो विभाग के अधिकारी टालमटोल करते रहे। मामला उजागर होने पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए लोक निर्माण विभाग के एसडीओ ने स्वीकार किया कि केशकाल के एक एडवोकेट जो कि निजी कंपनियों के साथ मिलकर काम करते हैं के शह पर काम हो रहा है। उक्त एडवोकेट के साथ एक कद्दावर नेता के पुत्र का हाथ है। बता दें कि जब भी यहां सड़क खोदकर केबल बिछाने का काम होता है तो उन्हीं राजनीतिक नेता के पुत्र का हाथ बताकर लोक निर्माण विभाग के लोग संचार कंपनी के साथ अपना भी उल्लू सीधा करते हैं तथा अच्छी खासी सड़कों को नुकसान पहुंचाने से बाज नहीं आते। लोक निर्माण विभाग के रवैया को देखकर लगता है कि इनका निजी संचार कंपनियों से सांठगांठ है अन्यथा सरेआम सड़क को खोदकर खुला छोड़ने की हिम्मत नहीं दिखाते। लोक निर्माण विभाग का यह तर्क भी गले नहीं उतरता की उनके द्वारा संचार कंपनियों को सड़क खोदने से मना किया गया था किंतु कंपनी के लोगों ने उनकी बात को अनसुनी करते हुए जबरदस्ती गड्ढा खोद दिया तथा जगह-जगह सड़क खराब कर दिया। विभाग के एसडीओ यह भी स्वीकार करते हैं कि उन्होंने इसकी शिकायत उच्चाधिकारियों को नहीं की इससे एसडीओ के रवैया पर अंगुलियां उठ रही हैं। बता दें कि इसके पूर्व सड़क मरम्मत एवं मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में एसडीओ के कार्य पर सवाल उठाए गए थे कुछ लोगों ने सूचना के अधिकार के तहत जानकारी भी मांगी थी। केशकाल के एक आरटीआई कार्यकर्ता ने बताया कि लोक निर्माण विभाग के एसडीओ के द्वारा विभागीय कार्यों में मनमानी की जा रही है तथा सूचना के अधिकार की भी जानकारी नहीं दी जा रही है।
कार्य पर रोक लगा दिया गया है--- एसडीओ
लोक निर्माण विभाग केशकाल अनुविभागीय अधिकारी राजेंद्र राठौर ने बताया कि शिकायत मिलने के पश्चात निजी संचार कंपनी के कार्य पर रोक लगा दिया गया है तथा उन्हें बताया गया है कि वे सड़क को नुकसान न पहुंचाएं।
फोटो ---- बांस कोट में सड़क किनारे गड्ढों से बना है खतरा
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