*आंगनबाड़ी सहायिका नियुक्ति में भारी तादात में फर्जीवाड़ा चयन समिति पर उठ रहा उंगली*
रिपोर्टर --जयविलास शर्मा
*फर्जी अंकसूचीयों के जरिये हासिल कर ली सहायिका का पद आखिर अंक सूचि का क्यों नहीं हुआ सत्यापन?
गरियाबंद --जिले के देवभोग विकास खण्ड में बीते चार महिने में विभिन्न आदेशों के जरिये महिला बाल विकास विभाग ने 16 आंगनबाड़ी सहायिका पद की नियुक्ति की है। नियुक्ति के बाद ब्लाक के पांच केन्द्रो में फर्जी अंकसूची के जरिये नियुक्ति पाने की खबर चर्चा का विषय बना हुआ था।इसी बीच लाटापारा के पूंजीपारा केन्द्र में सहायिका के नियुक्ति का मामला थाने तक पहुंच गया। नियुक्ति से बंचित अभ्यर्थी उर्मिला यादव ने देवभोग थाने में लिखित शिकायत कर बाडीगांव के मिडिल स्कुल के प्रधान पाठक पर मिलीभगत कर फर्जी अंकसूची तैयार करने का आरोप लगाया है।
*चयन समिति ने अंकसूची परखे वगैर कर दी नियुक्ति*
आंगनबाड़ी सहायिका नियुक्ति के लिये महिला बाल विकास अधिकारी, ब्लाक शिक्षा अधिकारी,मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत और खण्ड चिकित्सा अधिकारी चयन समिति में शामिल थे। नियुक्ति से बंचित अभ्यर्थियों ने चयन समिति पर अंकसूची का सत्यापन ना करने और लेन-देन कर नियुक्ति करने का गम्भीर आरोप लगाया है।चयन समिति ने संबंधित स्कुलो से प्राप्तांको की जानकारी लेना उचित नहीं समझा और ना उसकी छानबीन की।मामले पर सीईओ और बीएम ओ का कहना है अंकसूचि के विषय पर स्कुलों से जानकारी हासिल करना शिक्षा विभाग का मामला है शिक्षा अधिकारी को अंकसूची का सत्यापन करना था।
*सूचना के अधिकार के तहत मिली जानकारी से लाटापारा में फर्जी नियुक्ति का खुलासा*
लाटापारा के पूंजीपारा केन्द्र में चयनित अभ्यर्थी तारिणी ने आठवीं में 81.26%अंक अर्जित किया था जिसे बाड़ीगांव प्रधान पाठक के साथ कूटरचना कर प्राप्तांको के साथ छेड़खानी कर अंकसूची में फेरबदल कर किया गया है।ज्यादा अंक पाने वाली वंचित अभ्यर्थी उर्मिला ने थाने में इसकी लिखित शिकायत कर दिया है। उर्मिला का पति मधु यादव के सूचना के अधिकार के तहत निकाली गयी जानकारी के बाद मामला का खुलासा हुआ।
*qफर्जी तरीके से चयनित अभ्यर्थी ले रहे है एट्रोसिटी का सहारा*
फर्जी तरीके से नियुक्ति पाने वाले अधिकांश अभ्यर्थी एससी कास्ट के है मामले का खुलासा होते देख अब शिकायत कर्ता पर एसटी, एससी एक्ट के तहत मामला दर्ज कराने का सिलसिला शुरू हो गया है।लाटापारा फर्जी अंकसूची के आधार पर नियुक्ति पाने वाली अभ्यर्थी ने शिकायत कर्ता के पति मधु यादव पर गाली गलौच का मामला दर्ज करा दिया देवभोग पुलिस ने मामला भी दर्ज कर लिया जबकि फर्जी नियुक्ति मामले पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है।ऐसे ही अन्य केन्द्रों का शिकायत भी होता पर एट्रोसिटी के मामले का धौंस के कारण शिकायत नहीं हो रहे है।
*पांच केन्द्रों पर नियुक्ति में गड़बड़ी होने की खबर चयन समिति पर उठ रहा सवाल*
आंगनबाड़ी सहायिका नियुक्ति में लाटापारा ही नहीं बल्कि ब्लाक के दिवानमुडा, गिरसूल,नवागांव,कुम्हडई कला और कोदोभांठा सहित आधे दर्जन पर नियुक्ति में गड़बड़ी की जानकारी छनकर आ रही है बताया जा रहा है इसमें पैसे का भी लम्बा खेल चला है।चयन समिति ने अंकसूची को परख किये बिना नियुक्ति दे दी है।शिकायत की सुगबुगाहट दो महिने से चल रही है ऐसे में कुम्हडई कला और कोदोभांठा की नियुक्ति भले ही रोक दी गयी पर नियुक्ति में फर्जीबाडा का शिकायत कई केन्द्रों से छन छनकर आ रहै है।
*यादव समाज के प्रतिनिधि मंडल ने डिप्टी सीएम से की शिकायत*
इधर नियुक्ति से बंचित अभ्यर्थी के पति मधु यादव के खिलाफ शिकायत के बाद मधु यादव ने समाज की मदद मांगी फर्जी नियुक्ति मामले में सर्व यादव समाज के जिला पंचायत सभापति धनमति यादव के नेतृत्व वाली एक प्रतिनिधिमंडल ने डिप्टी सीएम अरूण साव से मुलाकात कर फर्जी अंकसूची से नियुक्ति मामले की जांच की मांग की है।चार महिने में अलग अलग 16 से अधिक नियुक्तियों की सही जांच हो जाये तो कई चौकाने वाले तथ्य सामने आयेंगे।
*नियुक्ति मामले में क्या कहते हैं चयन समिति के अधिकारी*
नियुक्ति मामले में जिला महिला बाल विकास अधिकारी दीपा शाह ने कहा गडबडी नहीं हुयी है जहां अंकसूची में ओवर लेपिंग लगी वहां नियुक्ति रोक दी गयी है और यदि गड़बड़ी लग रही है तो अपील कर सकते है।वहीं बीईओ देवनाथ बघेल ने कहा अंकसूची में गड़बड़ी की शिकायत नहीं मिली है शिकायत मिलती है तो आवश्यक कार्यवाही की जायेगी।बीएम ओ प्रकाश साहू ने कहा अंकसूची सत्यापन करना शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी है वहीं सीईओ रविकुमार सोनवानी ने कहा इस संबंध में जानकारी नहीं है यदि नियुक्तियों फर्जी अंकसूची पेश किया गया है तो उस नियुक्ति को निरस्त कर देनी चाहिये।
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