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Belgahana: रतनपुर मरवाही बायपास सड़क निर्माण मे केवल हादसों का इंतजार*

*रतनपुर मरवाही बायपास सड़क निर्माण मे केवल हादसों का इंतजार*


बेलगहना.....वर्तमान मे सरकार विकास को गति देने जिस तेजी से सड़क निर्माण और चौड़ीकरण जैसे कार्यों मे रूचि ले रही और कार्य करा रही कार्य मे निजी कम्पनी उतना ही ढीला रवैया अपना कर चल रही है और लापरवाही इतनी की कई बड़ी दुर्घटनाओं को आमंत्रित कर रही है।




सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ऐसा ही एक मामला बिलासपुर जिले के रतनपुर मरवाही बायपास सड़क निर्माण कार्य मे भी देखने को मिल रहा....


सेफ्टी डिपार्टमेंट पर सवालिया निशान?


जगह जगह पुल निर्माण के लिए सड़क खोद दी गई है यातायात सुविधा के नाम पर डायवर्शन भी बना दिए गए हैं जिसमें सबसे बड़ी कमी यह देखने को मिली है की संकेत कहीं नहीं नजर आ रहा है इसी कारण से रविवार की रात्रि मे रतनपुर मरवाही बायपास मे दालसागर से कुछ किलोमीटर की दूरी पर सोढ़ा खुर्द मे बीच सड़क पुल के लिए खोदे गए बेस मे एक ट्रांसपोर्ट वाहन माजदा सीधे जा गिरी जिसमें वाहन के परखच्चे उड़ गए वहीं ड्राइवर को मामूली चोटे आई। इसके एक दिन पूर्व बाइक सवार के भी गिरने की जानकारी मिल रही है।


*आनन फानन मे घटना के बाद लगाए गए संकेत डाली गई मिट्टी*


बाइक सवार के गिरने के बाद भी उक्त स्थान पर कोई संकेत अथवा मिट्टी नहीं डाली गई, रविवार रात्रि मे दुर्घटना के बादअपनी गलती छिपाने रात्रि मे ही डायवर्शन संकेत और रीबन लगाने के साथ मिट्टी डालने का कार्य किया गया। क्या सेफ्टी डिपार्टमेंट को अपनी जिम्मेदारी का अहसास नहीं?


*दुर्घटना के बाद कैम्पर कर्मियों के द्वारा केवल मिला नाम मात्र का सहयोग*


दुर्घटना की जानकारी लगते ही वर्क फील्ड पर पहुँचे कैम्पर मे बैठें कर्मचारियों द्वारा माजदा वाहन के ड्राइवर को कीचड़ और पानी से भरे स्थान से बाहर निकाल कर बिना किसी प्राथमिक उपचार के पास ही के ढाबा मे छोड़ देना भी बड़ी लापरवाही उजागर करता है।


ड्राइवर को भय दिखाने का भी है आरोप 


प्राप्त जानकारी के अनुसार दुर्घटना हुई माजदा के ड्राइवर का कहना है की मुझे कैम्पर के कर्मचारियों द्वारा कहा गया की बेटा तू तो बड़ी गलती कर दिया फंस जाएगा बचने के लिए बोल देना ब्रेक फ़ैल हो गया था.


बता दें की सोमवार की सुबह ही कार्य स्थल के प्रोजेक्ट मैनेजर और वर्क इंचार्ज को कॉल कर सूचना देने के बावजूद वाहन को निकालने मे मदद मिलने मे दोपहर तक का समय लिया गया.घटना स्थल पर पहुँचे पत्रकारों को वर्क इंजिनियर द्वारा घटना स्थल के पास से कई बार गुजरने के बावजूद फोन कॉल पर वर्क इंचार्ज द्वारा बाहर हूं कहा गया और बाद मे कॉल भी नहीं उठाया गया।


*हो सकती थी बड़ी दुर्घटना*


यहाँ ध्यान देने वाली सबसे बड़ी बात यह है की इस मार्ग पर घटना स्थल मे माजदा वाहन की जगह यात्री बस भी हो सकती थी...फील्ड पर हो रही लापरवाही किसी बड़ी दुर्घटना को ही न्योता दे रही है.


सड़क निर्माण कार्य आरंभ होते ही शुरू हो गया है दुर्घटनाओं का सिलसिला क्या बड़ी जनधन की हानि होने के बाद ही कोई सकारात्मक उपाय किया जाएगा चुंकि इससे पहले भी मँझवानी व दालसागर मे खोद कर छोड़े गए गड्ढे मे बाइक दुर्घटना हुई है जिसमें बाइक सवार को गंभीर चोटे आई थी।


दुर्घटना हुए माजदा के मालिक द्वारा पत्रकारों से चर्चा मे कहा गया की वाहन की दुर्घटना की पूरी जिम्मेदारी सड़क निर्माण कर रहे लोगों की है संकेत भी होता तो वाहन दुर्घटना से बच सकती थी दुर्घटना के बाद लीपा पोती का प्रयास किया गया है ड्राइवर को भय दिखाने का प्रयास किया गया है इस संबंध मे मेरे द्वारा माननीय कलेक्टर महोदय और पुलिस अधीक्षक महोदय से शिकायत की जाएगी।


अब देखने वाली बात यह होगी की खबर लगने पर कोई ठोस कार्यवाही होती है अथवा दुर्घटना होते रहेंगे और अधिकारी कर्मचारी मूक दर्शक बने रहेंगे।

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