­

Ticker

6/recent/ticker-posts

Khairagarh: 9 सूत्रीय मांगों को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं ने किया जिला मुख्यालय में प्रदर्शन

9 सूत्रीय मांगों को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं ने किया जिला मुख्यालय में प्रदर्शन 

00 प्रदर्शन कर मांगे मनवाने कलेक्टर के नाम सौंपा ज्ञापन




खैरागढ़. आंगनबाड़ी कार्यकर्ता-सहायिका संयुक्त मंच छत्तीसगढ़ ने अपनी लंबित मांगों और कार्यस्थल पर आ रही चुनौतियों के समाधान के लिये एक दिवसीय सामूहिक अवकाश लेकर प्रदेश अध्यक्ष रूक्मणी सज्जन, प्रदेश संरक्षक जयत्री राजपूत, प्रदेश सलाहकार व जिला अध्यक्ष लता तिवारी प्रदेश महामंत्री चन्द्रिका सिंह के नेतृत्व में धरना प्रदर्शन कर कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञात हो कि यह प्रदर्शन राज्य सरकार और केंद्र सरकार का ध्यान आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं की अनदेखी की ओर आकर्षित करने के उद्देश्य से किया गया। मंच का कहना है कि सहायिकाओं की समस्याओं को लंबे समय से अनदेखा किया जा रहा है, जिससे उनका कार्य कठिन होता जा रहा है। टीएचआर वितरण में आ रही समस्याएं और सहायिकाओं की चुनौतियाँ संयुक्त मंच ने टीएचआर (टेक होम राशन) वितरण की मौजूदा ओटीपी आधारित प्रणाली को अव्यवहारिक और बाधा उत्पन्न करने वाली बताया है। प्रमुख समस्याओं में मोबाइल और नेटवर्क की कमी, तकनीकी संसाधनों का अभाव, ओटीपी प्राप्त करने में दिक्कतें और आदिवासी क्षेत्रों में वितरण में हो रही परेशानियाँ शामिल हैं। सहायिकाओं का कहना है कि सरकार द्वारा बिना किसी ठोस योजना के डिजिटल प्रक्रिया लागू करने से उनके कार्य का बोझ बढ़ गया है और उन्हें आवश्यक संसाधन भी उपलब्ध नहीं कराए गया हैं। संघ की प्रमुख मांगें टीएचआर वितरण की वर्तमान प्रणाली की व्यवहारिक कठिनाइयों को दूर किया जाये। आंगनबाड़ी सहायिकाओं को सिर्फ सहायक भूमिका दी जाये वितरण कार्य किसी अन्य एजेंसी को सौंपा जाये। पोषण ट्रैकर एप की अनिवार्यता समाप्त की जाये और वितरण प्रक्रिया ऑफ-लाइन की जाये। सभी सहायिकाओं को मोबाइल फोन और इंटरनेट सुविधा उपलब्ध कराई जाये। कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के मानदेय में कटौती बंद की जाये और प्रति माह ₹500 का मोबाइल रिचार्ज भत्ता स्वीकृत किया जाये। संघ ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार जल्द समाधान नहीं निकालती तो आने वाले समय में उग्र प्रदर्शन किया जाएगा। सहायिकाओं का कहना है कि वे महिला एवं बाल विकास योजनाओं के सुचारू संचालन के लिये प्रतिबद्ध हैं लेकिन जब तक उनकी समस्याओं का समाधान नहीं होगा लो वे संघर्ष जारी रखेंगे और पूरे प्रदेश के आंगनबाड़ी कार्यकर्ता आंदोलन के लिये बाध्य होंगे।

Post a Comment

0 Comments

Random Posts

Bilaspur:  वन विभाग का पर्यटकों से अनुरोध: भनवारटंक क्षेत्र में भ्रमण से बचें
Janjgir:  नवागढ़ फर्जी शिक्षा कर्मी वर्ग दो हुआ बर्खास्त, मामला शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला रिंगनी का*
Bilaspur:  फोटोबाजी के लिए पार्षद का खिलवाड़, मगरमच्छ के पीठ पर बैठ थाम ली लगाम  बिलासपुर रतनपुर सोशल मीडिया पर धाक जमाने और हवाबाजी करने के लिए रतनपुर का एक पार्षद ने एक विशालकाय मगरमच्छ के पीठ पर बैठ फोटो खिचवाने के लिए उस  मगरमच्छ पर बंधे रस्सी को घोड़े की लगाम की तरह थाम ली। उनकी देखा सीखी अब नगर के कई युवा और बच्चे भी इस तरह की हरकत कर अपनी जान जोखिम में डाल सकते हैं। ये महाशय है रतनपुर नगर पालिका के वार्ड क्रमांक 12 के पार्षद हकीम मोहम्मद, एक जन प्रतिनिधि होने के कारण उन्हे इस तरह की खतरनाक फोटो बाजी को रोकना चाहिए और लोगो को जागरूक करना चाहिए जबकि वो खुद इस तरह की स्टंटबाजी को बढ़ावा दे रहे  दरसल रतनपुर के वार्ड क्रमांक 5 रानीपारा में स्थित बिकमा तालाब जिससे लगा हुआ खेत में  था मगरमच्छ मोहल्ले के कुछ लोग सुबह उठ कर निकले खेत की ओर जहां खेत में घूमता हुआ दिखा  मगरमच्छ जिसे देख होश उड़ गय चीख पुकार सुन कर पूरे मोहल्ले हो गय एकत्रित सभी ने हिम्मत जुटा कर किसी भी तरह बांध कर वन विभाग को दी सूचना सूचना मिलते ही वन विभाग अधिकारी पहुंचे टीम के साथ पहुंचकर खुटा घाट में छोड़ा गयापर वहा देखी गई लापरवाही रतनपुर नगर पालिका के जनप्रतिनिधि वार्ड क्रमांक 12 के भाजपा पार्षद हकीम मोहम्मद के द्वारा ऐसे खिलवाड़ किया जा रहा है ।जिसकी वीडियो फोटो सोशल मीडिया में वायरल हो रही है क्या एक जनप्रतिनिधि होते हुए ऐसी हरकत कीया जाना चाहिए। भारतीय दंड संहिता की धारा 428 और 429 के तहत अगर किसी ने जानवर को जहर दिया, जान से मारा, कष्ट दिया तो उसे दो साल तक की सजा हो सकती है। इसके साथ ही कुछ जुर्माने का भी प्रावधान है। अब देखना है कि सरकार द्वारा इस लापरवाही के लिए क्या कदम उठाए जाएंगे