*नक्सल उन्मूलन की ओर बढ़ता गरियाबंद समाज के मुख्यधारा में लौटे 07 हार्डकोर नक्सली*
रिपोर्टर --जयविलास शर्मा
*शासन के आत्मसर्मपण एवं पुनर्वास निति से प्रभावित होकर उदंती एरिया कमेटी का सम्पूर्ण समर्पण
गरियाबंद --गरियाबंद के बीहड में लाल आतंक लगभग समाप्ति की ओर है एक तरफ जहां शासन का आत्मसमर्पण और पुनर्वास निति तो दूसरी ओर गरियाबंद पुलिस के ई-30, कोबरा और सीआरपीएफ के लगातार आपरेशन,सर्चिंग और मूलधारा में वापस लाने के प्रयास से जिला में सक्रिय उदंति एरिया कमेटी का सम्पूर्ण आत्मसमर्पण हो गया है।जिले में सक्रिय 07 हार्डकोर नक्सलियों ने आई जी रायपुर रेंज और पुलिस अधीक्षक निखिल राखेचा की मौजूदगी में हथियार सहित आत्मसमर्पण कर दिया है। गरियाबंद जिला नक्सल उन्मूलन की ओर तेजी से बढ़ रहा है जिले में हुये नक्सल आपरेशन और सर्चिंग के चलते हुये महाविनाश से नक्सलवाद का कमर टूट गया है परिणाम स्वरूप कुल 37 लाख के 07 ईनामी नक्सलियों ने 06 हथियार सहित जंगल और आतंक के राह को छोड़ शासन और पुलिस पर भरोसा जताकर समाज के मुख्यधारा में वापस लौटने का फैसला किया है।
*07 हार्डकोर नक्सलियों के आत्मसर्मपण के बाद उदंति एरिया में लगभग लाल आतंक समाप्त*
आई जी रायपुर रेंज के समक्ष सरेंडर करने वाले हार्डकोर नक्सलियों में डिवीजन कमेटी सदस्य सुनिल उर्फ जगतार सिंह,उदंति एरिया कमेटी सदस्य अरिना टेकाम उर्फ सुगरो और डिप्टी कमांडर विद्या उर्फ जमली,एरिया कमेटी सदस्यों में लुदरो,नंदिनी,कांति और पार्टी सदस्य मल्लेश शामिल हैं इनमें से डिवीजन कमेटी सदस्य और एरिया कमेटी सचिव पर 8-8 लाख रूपये के इनाम थे तो वहीं एरिया कमेटी सदस्यों पर 05-05 लाख और पार्टी सदस्य पर 1 लाख का इनाम रखा गया था।एक साथ 07 हार्डकोर नक्सलियों के आत्मसर्मपण के बाद अब उदंति एरिया लगभग नक्सल मुक्त हो गया है हालांकि इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं हुयी है मगर गरियाबंद का बीहड़ में बीते दो वर्षों से लाल आतंक थम सा गया है।
*छह हथियार भी समर्पण में शामिल,दर्जनभर घटनाओं को अंजाम देने थे शामिल*
नक्सलियों के सम्पूर्ण समर्पण में 06 धारित हथियार भी शामिल हैं जिसमें 03 इंसास 01 एसएलआर और 02 सिंगल साट गन शामिल हैं।वर्ष 2018 से 2025 तक के सक्रियता में हार्डकोर नक्सलियों ने आमामोरा जनदर्शन शिविर के पूर्व आई डी ब्लास्ट से लेकर देवझर आमली,पीपलखुंटा,देवडोंगर,तेन्दूछापर,करलाझर, घुमरापदर,गरीबा कांडसर,मोतीपानी के मुठभेड़ और आई डी ब्लास्ट में शामिल थे इन घटनाओं में कई जवान शहीद होने के साथ साथ जन-धन की क्षति हुयी थी।
*मिडिया ने नक्सलियों के आत्मसमर्पण में निभाई महत्वपूर्ण भूमिका दो मिडिया कर्मी हुये सम्मानित*
उदंति हार्डकोर नक्सलियों के आतंक छोड आत्मसमर्पण करने के पूरी प्रक्रिया में गरियाबंद के दो मिडिया कर्मी पुरूषोत्तम पात्र और गिरीश जगत ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है दोनों ने मिडिया कर्मी अपने अदम्य साहस का परिचय देते हुये नक्सलियों को समझाईश से लेकर जंगल से मुख्य मार्ग तक पहुंचाने का काम किया उनके इस अदम्य साहस के लिये आत्मसमर्पण के आयोजित समर्पण कार्यक्रम में आई जी रायपुर रेंज के हाथों साल श्रीफल और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
*मुख्यधारा में लौटे नक्सलियोंं ने कहा हम सरकार की नितियों से प्रभावित होकर किया आत्मसमर्पण*
वहीं आत्मसमर्पण के बाद नक्सलियों ने सरकार के आत्मसर्मपण और पुनर्वास निति की तारीफ की और बताया आत्मसमर्पण करने पर शासन से मिलने वाली आवास व रोजगार सुविधाओं का समाचार पत्र में और पुलिस के द्वारा वनांचल गांव में चस्पा किये गये पाम्पलेट पोस्टर में पढने के बाद प्रभावित होकर समर्पण किया है।

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