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Jashpur: खाद के नाम पर भाजपा प्रदेश में कर रही नौटंकी-मनोज सागर

 खाद के नाम पर भाजपा प्रदेश में कर रही नौटंकी-मनोज सागर


कांग्रेस जिला अध्यक्ष ने कहा खाद की कमी के लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार भाजपा के सांसद केंद्र से करे मांग


भाजपा का यह कृत्य किसान विरोधी


By Nitish kumar



जशपुर नगर. प्रदेश में खाद की किल्लत को लेकर लगातार चल रहे भाजपा के प्रदर्शन के बीच जिला कांग्रेस अध्यक्ष मनोज सागर यादव ने इस समस्या को लेकर भाजपा पर ही निशाना साधा है। जिला कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रदेश में खाद की किल्लत को लेकर केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि खाद के नाम पर भाजपा प्रदेश में नौटंकी कर रही हैं। भाजपा का यह कृत्य किसान विरोधी है।

यादव  ने कहा कि छत्तीसगढ़ में किसानों की सरकार है। भूपेश सरकार किसानों की चिंता करती है, केंद्र से ही प्रदेश को खाद की आपूर्ति नही की जा रही है।यादव ने कहा कि खाद की आपूर्ति करना केंद्र सरकार का काम है प्रदेश सरकार सिर्फ खाद का परिवहन और वितरण करती है। उन्होंने कहा कि 15 साल में भाजपा ने किसानों के लिए कुछ किया ही नहीं। इन्हें अगर धरना देना और आंदोलन करना ही है तो केंद्र सरकार के सामने दे, जहां देशभर के किसान प्रदर्शन कर रहे हैं।



मनोज सागर यादव ने कहा क छत्तीसगढ़ में धान एवं अन्य खरीफ फसलों की बोवाई का काम जून में शुरू हो जाता है। जून में राज्य में रासायनिक खादों की मांग अधिक रहती है परंतु जून और जुलाई के शुरू में केंद्र द्वारा राज्य के कोटे की आपूर्ति न होने से राज्य में खातू का संकट पैदा हो गया। इस संकट के लिए मोदी सरकार का छत्तीसगढ़ विरोधी रवैया जिम्मेदार है।उन्होंने कहा कि भाजपा का चरित्र शुरू से ही किसान विरोधी रहा है। सीजन शुरू होने के पहले राज्यों द्वारा केंद्र को मांग भेजकर माहवार आपूर्ति के प्लान पर सहमति ली जाती है। केंद्र उस प्लान के अनुसार राज्य में खाद नहीं भेज रहा है।पिछले रबी सीजन में भी 7.50 लाख टन उर्वरक की मांग में 45% कटौती की गई थी। 2017 में मांग का 72%, 2018 में मांग का 89% आपूर्ति की गई थी। आखिर मोदी सरकार और राज्य के 10 भाजपा सांसद छत्तीसगढ़ के किसानों से किस बात का बदला ले रहे हैं?इस साल भी बुवाई और थरहा देने का समय आ चुका है लेकिन छत्तीसगढ़ में खरीफ के लिए आवश्यक 9 लाख टन रासायनिक खाद का 40 प्रतिशत भी अब अभी तक नहीं मिला है।


मनोज सागर यादव ने भाजपा सांसद और भाजपा नेताओं के द्वारा खाद की कमी को लेकर ज्ञापन सौपने और आंदोलन की चेतावनी देने के मामले कहा कि भाजपा के लोगो को यदि किसानों की चिंता होती तो वे खाद की कमी के लिए प्रदेश सरकार के ऊपर उंगली उठाने के पहले केंद्र सरकार को ज्ञापन सौपते हुए खाद की आपूर्ति के लिए मांग किए होते। उन्होंने कहा कि प्रदेश में भाजपा के सांसदों की संख्या अधिक है और वे सभी एकजुट होकर अपने मोदी सरकार से खाद की मांग करे।

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