बच्चों की ब्यक्तिगत सुरक्षा के नियम सीखे शिक्षक
कोरबा पाली शशि मोहन कोसला
पाली बाल यौन लैंगिक शोषण से सुरक्षा एवं व्यक्ति गत सुरक्षा को लेकर गम्भीर शिक्षा विभाग ने अर्पण फाउंडेशन के सहयोग से देश के समस्त स्कूलों के शिक्षकों को जागरूक करने का सफल प्रयास किया जा रहा है।
शिक्षकों को बाल लैंगिक शोषण के मुद्दे को संबोधित करने के लिए प्रासंगिक ज्ञान और कौशल के साथ प्रशिक्षित करना है शिक्षक अपने स्कूलों में बालकों के साथ इस विषय में जागरूकता सत्र आयोजित करेंगे। बच्चों को आयु के अनुसार जानकारी देकर असुरक्षित परिस्थितियों का सामना कर सके, इसके लिए बच्चों को प्रभावी ढंग से तैयार करेंगे।इससे बच्चों के लिए सुरक्षित माहौल बनाने में मदद मिलेगी।अर्पण एक गैर सरकारी संस्था है, यह संस्था भारत को बाल लैंगिक शोषण से मुक्त कराने काम कर रही है।शिक्षकों को बच्चों के अधिकार बाल शोषण, और बाल लैंगिक शोषण के प्रकार ,इनके आंकड़े, बाल लैंगिक शोषण से अल्पकालीन, दीर्घकालीन प्रभाव, पास्को अधिनियम के प्रावधानों पर चर्चा कर बच्चों के खुलासे को कैसे संभाले,6 से 16 साल के बच्चों के लिए कहानी पर तथा व्यक्तिगत सुरक्षा कार्यक्रम कोर्स ,जानकारी बच्चों को सशक्त बनाने का काम किया जा रहा है। विकास खण्ड पाली में इस विषय पर प्रत्येक दिवस शिक्षको की कार्यशाला आयोजित कर प्रशिक्षित किया जा रहा है।इस अवसर पर खण्ड शिक्षा अधिकारीश्री डी0लाल,श्री श्यामानन्द साहू, सहायक खण्ड शिक्षा अधिकारी श्री मनी राम मरकाम तथा बीआरसीसी श्री राम गोपाल जायसवाल सभी अधिकारियों ने शिक्षको को प्रशिक्षण की बारीकियों को समझकर स्कूल में बच्चों के लिए भय मुक्त वातावरण निर्मित करने की अपील की।जिससे सरकारी स्कूल में बच्चे निर्भीकता से शिक्षा ग्रहण कर सकें।दिनाँक 5/12/2022 से 14/12/2022 तक अनवरत चलने वाले महत्वपूर्ण कार्यक्रम में मास्टर ट्रेनर्स श्री अमेय कोरगांवकर तथा श्रीमती कोमल मधे है।प्रशिक्षण के नोडलश्री वीरेंद्र उइके सीएसी, श्री तुलसी जगत सीएसी गिरीश गौतम सी ए सी तथा सहयोग सुनील जायसवाल का रहा है।
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