*बेरोजगारी भत्ता देने की घोषणा चुनावी स्टंट : गीता घासी साहू***
भूपेश सरकार सभी वर्ग के लोगो छलने का काम किया हैं। प्रधनमंत्री आवास की बात हो किसान के किसानी लागत बढ़ाने बेरोजगार की भत्ता। सरकार दारू बेचने में मस्त हैं।
राजनांदगांव। इस साल छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव होने वाले है जिसके लिए भाजपा और कांग्रेस ने कमर कस ली है।राजनांदगांव ज़िला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती गीता घासी साहू ने बेरोजगारी भत्ता को लेकर कांग्रेस सरकार को कई बार घेरती नजर आई ऐसा इस लिए क्योंकि 2018 के चुनाव में कांग्रेस ने बेरोजगारो को आश्वासन दिया था की यदि उनकी सरकार सत्ता में आती है तो बेरोजगारो की बेरोजगारी भत्ता देने का काम किया जायेगा। सत्ता में आने के 4 साल बाद आखिर प्रदेश की सरकार को बेरोजगारों की याद आई और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा छत्तीसगढ़ के युवा बेरोजगारों को अपनी चुनावी घोषणा पत्र के अनुरूप आगामी वित्त वर्ष से भत्ता देने की घोषणा की जिस पर भाजपा नेत्री व ज़िला पंचायत अध्यक्ष गीता घासी साहू ने राज्य सरकार के इस घोषणा को सिर्फ चुनावी स्टंट करार दिया। श्री मती साहू ने बताया कि एक ओर छत्तीसगढ़ सरकार छत्तीसगढ़ में 0.5 बेरोजगारी दर की बात करते है वही पांच साल के लिए किए गए भत्ते की वादे से मुकरते हुए सिर्फ 8 महीने के लिए बेरोजगारी भत्ता देने की बात कह रहे है जो की पूर्ण रूप से आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए लिया गया निर्णय है।
छत्तीसगढ़ विज़न टी वी से
अनिल सिन्हा की रिपोट
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