*महारास भगवान का अलौकिक लीला है जिसमें आत्मा और परमात्मा का मिलन होता है*--पं आदित्य नारायण
*धौंराकोट में रामलला प्राण प्रतिष्ठा अवसर पर नौ दिवसीय श्री मद भागवत कथा का आयोजन
देवभोग --ब्लाक के धौंराकोट में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के दिन से 30 जनवरी तक श्री मद भागवत महापुराण कथा का आयोजन चल रहा है।रामलला के प्राण प्रतिष्ठा को अपनी आस्था का याद बनाने यहां के ग्रामीणो ने श्री मद भागवत ज्ञान यज्ञ समिति गठित कर रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के पहले ही कथा आयोजन का संकल्प कर लिया था। कथावाचक पं.आदित्य नारायण शतपथी की कथा सुनने सनातनी भक्तों की अपार भीड़ उमड़ रही है। नौ दिवसीय कथा आयोजन प्रतिदिन दोपहर 3 बजे से संध्या 7बजे तक हो रहा है।
*शनिवार को रासलीला और रूकमणी विवाह पर कथा*
बीते 22 जनवरी को कलश यात्रा,वेदी पुजन के साथ कथा आयोजन प्रारंभ हुआ वहीं सातवें दिवस शनिवार को श्री कृष्ण बाल लीला, रासलीला, रूक्मणी विवाह पर कथा हुआ। कथावाचक पं आदित्य नारायण शतपथी ने व्यास पीठ से कहा महारास भगवान कृष्ण का अलौकिक लीला है जिसमें भक के आत्मा और परमात्मा का मिलन होता है।वही रूक्मणी विवाह के प्रसंग में कहा व्यक्ति अमीर बनने पर अपने को लक्ष्मीपति ना समझे वरना शिशुपाल जैसे अंत होगा, हमें जितना भी सम्पदा मिल जायें हम अपने आप को लक्ष्मी पुत्र मानें।
*ग्रामीणों के सहयोग से रोज सैकड़ों श्रद्धालुओ का प्रसादी भण्डारा*
धौंराकोट और आसपास के के ग्रामीणों के आर्थिक सहयोग से रोज कथा के बाद प्रसादी भणडारे आयोजन हो रहा है जिसमें रोज का सैकड़ों श्रद्धालु प्रसाद ग्रहण कर रहे है।वही आयोजक समिती के सदस्य और ग्राम पंचायत के सरपंच ओंकार सिन्हा ने बताया 30 जनवरी को हवन, तुलसी वर्षा,महाआरती के पश्चात गांव में विशाल शोभायात्रा निकाली जायेगी।
*कथा में गांवभर के 12 कर्ताओं की सहभागिता*
कथा आयोजन में कर्ता का जरूरत होता है। धौंराकोट में आयोजित नौ दिवसीय श्री मद भागवत कथा आयोजन में 12 कर्ताओं की सहभागिता है। वही कलश यात्रा में भी दो सौ से अधिक महिला श्रद्धालुओं ने भाग लिया था।
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