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Gariyaband: कारसेवक धन्नु घर ना लौट सका रामलला के प्राण प्रतिष्ठा से परिवार में छायी खुशी*

*कारसेवक धन्नु घर ना लौट  सका रामलला के प्राण प्रतिष्ठा से परिवार में छायी खुशी*

*रिपोर्ट ---जयविलास शर्मा


*अयोध्या के लिये देवभोग क्षेत्र से निकले थे दो कारसेवक



गरियाबंद---जब 30 अक्टुबर1990को रामलला की जन्मभूमि अयोध्या में मंदिर निर्माण की कवायद शुरू हुई तब देवभोग  क्षेत्र में भी प्रभु श्री राम की भक्ति कम नही थी 30अक्टुबर 1990से  सन् 6दिसमबर 1992 तक पूरे दो साल कारसेवा चला। अयोध्या के कारसेवा में देवभोग क्षेत्र के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के करीबी माने जाने वाले दो लोगों ने भाग लिया था। हालांकि देवभोग से 6 लोग कारसेवा में जाने को निकले थे जिसमें से झाराबहाल के 48 वर्षीय धन्नु राम यदु और  केन्दुवन के 45 वर्षीय उजल राम यादव दोनों मित्र को ही कारसेवा करने का अवसर मिला था। रायपुर में संघ कार्यालय से निकले दो मित्र को ये पता ना था की उनमें से एक लौट कर आयेगा और एक गुमनाम किस्सा बनकर रह जायेगा।


*धन्नु ना लौट सका घर पर रामलला प्राण प्रतिष्ठा को लेकर परिवार में खुशी*


कारसेवा करने गये झाराबहाल के धन्नु राम यादव और केन्दुवन के उजल राम यादव दो मित्र देवभोग से 28अगसत 1992 को बाबरी मस्जिद ढहाने घर से कारसेवक बनकर निकले थे  मित्र उजल कारसेवा कर घर लौट आया मगर झाराबहाल के धन्नु राम यादव को ये पता ना था वो गांव लौट ना सकेगा। झाराबहाल के धन्नु के परिवार को उसके ना लौटने का दुख तो है पर परिवार के महेश यादव बताते हैं राम मंदिर निर्माण और रामलला के प्राण प्रतिष्ठा को लेकर परिवार में बेहद खुशी है।


*परिवार ने धन्नु का दो साल‌ तक इंतजार किया ना लौटे तो कर दिया क्रियाकर्म*


कारसेवक धन्नु का घर ना लौटना एक रहस्य बनकर रह गया परिवार ने बहुत खोजबीन की उनका दो साल तक इंतजार किया फिर भी ना लौटे तो सामाजिक रीति-रिवाज से अंतिम संस्कार के क्रियाकर्म कर दिया।साथी कारसेवक उजल राम ने अयोध्या में कारसेवकों के संघर्ष की कहानी सुनायी अब वो भी इस दुनिया में नहीं है इसलिये घर ना लौटने वाले धन्नु के बारे जानकारी भी अधूरी रह गयी।



*प्रशासन ने की चुक तो विभिन्न संगठन के लोग सम्मान करने कारसेवको के घर पहुंचे*


अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा में न्यौता के लिये प्रशासन के पास कारसेवकों का डेटा नहीं था क्योंकि कारसेवा हिन्दू संगठन के द्वारा निहित था इसलिये भी प्रशासन को इसकी जानकारी नहीं है। प्रशासन ने न्यौता में चुक की तो सहकार भारती प्रकोष्ठ के छग प्रमुख अमर सिंह कुंजाम के साथ भाजपा गोहरापदर के मण्डल अध्यक्ष गुरूनायायण तिवारी, झाखरपारा मण्डल अध्यक्ष सीताराम यदु, महामंत्री तानसिंग मांझी,विनोद यादव

के अलावा अभाविप के नगर मंत्री क्षितिज नारायण तिवारी, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य विवेकानंद यादव, सहमंत्री भक्तचरण दोरा, अभिषेक यादव,तेजस बिसी,राजेश यादव, गिरीश मांझी दोनों कारसेवक के घर पहुंच कर उनके परिजनों का सम्मान किया।

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