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Durgkondal: *कराकी गांव में ग्रामीणों के सहयोग हुआ, लोहार समाज की 3 जोड़ों का विवाह सम्पन*

*कराकी गांव में  ग्रामीणों के सहयोग हुआ, लोहार  समाज की 3 जोड़ों का विवाह सम्पन*




दुर्गूकोंदल । ग्राम कराकी में ग्रामीणों की  एक जुटता ने मिशाल कायम किया है। यहां ग्रामीणों ने मिलकर लोहार जाति के 3जोड़ों की विवाह संपन्न कराया। शादी में हुई खर्च की वहन ग्रामीणों ने खुद किया। ये तीन जोड़े प्रेम प्रसंग से एक होकर पति पत्नी सा जीवन व्यतीत कर रहे थे। पर सामाजिक रीति रिवाज से शादी नहीं हुई थी। ग़रीबी के चलते वैवाहिक रश्म संपन्न नहीं करा पा रहे थे। तब ग्राम कराकी के गायता, पटेल, सरपंच ने ग्रामीणों की बैठक लेकर एक मत हुए और गांव के लोहार परिवार के  प्रताप कुमार और लताबाई,  शिवराम और मनीषाबाई, बिरेन्द और फुलेश्वरी का विवाह रचाने का निर्णय लिया। और शादी की सभी खर्च खुद उठाया। और धूमधाम से लोहार समाज की सामाजिक नियम अनुसार तीनों जोड़ों का विवाह संपन्न कराकर कुंवारे जोड़ी  को वैवाहिक जोड़ी बनाया। गायता निर्भय कोवाची, ग्राम पटेल  नरेंद्र कोवाची, जनपद सदस्य धनीराम ध्रुव, सरपंच सामबत्ती कोवाची ने बताया कि हमने आज गांव के ग्रामीणों के साथ मिलकर लोहार परिवार के  प्रताप कुमार और लताबाई,  शिवराम और मनीषाबाई, बिरेन्द और फुलेश्वरी का शादी करवाये हैं। ये तीनों जोड़े अपने प्रेम प्रसंग से साथ जीने का निर्णय लेकर एक घर में साथ रहे थे। आज लोहार समाज के रीति-रिवाज से शादी करवाये हैं। ये तीनों जोड़े कुंवारे नहीं बल्कि वैवाहिक जोड़े कहलायेंगे। हमने शादी करवाकर में एकता, भाईचारा को भी बढ़ावा दिया है। गांव में गोंड़, हल्बा, कलार, मरार, गांड़ा, लोहार, राऊत, लोहार जाति के लोग रहते हैं, हर कार्य एक दूसरे के दूसरे के बिना अधूरी रह जाती है, इसलिए इतने जाति लोगों की व्यवस्था एक है। जीवनशैली भी एक है। गांव में पूरे जाति के लोग एक परिवार हैं। आज तीन जोड़ों की शादी में गांव के महिला पुरूष, युवक युवतियों ने खूब मनोरंजन किया। लोहार परिवार के  प्रताप कुमार और लताबाई,  शिवराम और मनीषाबाई, बिरेन्द और फुलेश्वरी ने बताया कि हमने अपना अपना जीवन साथी चुनकर साथ रह रहे थे। पर गरीबी से सामाजिक रीति-रिवाज से अपने शरीर को हल्दी चढ़ाने और गांव को भोजन खिलाने की हिम्मत नहीं थी। एक दूजे के साथ दो दो साल जीवन व्यतीत किये हैं। आज गांव ने हमें परिवार माना और अपने बेटे बेटी तरह मंडप में शादी करवाई। गांव के हर महिला पुरूष हमारे मां बाप और युवक युवती भाई बहन बनकर कुंवारे से वैवाहिक बनाने में सहयोग किया। इस अवसर पर ग्राम गायता निर्भय कोवाची, जैनसिंह कोवाची नारायणसिंह कोवाची, नरेंद्र कोवाची, दुवारू, समारू गावड़े, धनीराम ध्रुव, रामलाल नेताम,  दानसिंह, सगनू वड्डे, भारत पटेल, श्याम सिंह,आयतु नेताम, सनाऊ नेताम समाज प्रमुख बुल्लू राम गोटा, सचिव अशोक सलाम, संतोष एवं बड़ी संख्या में ग्रामवासी उपस्थित थे।

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