Ticker

6/recent/ticker-posts

Balod: गुरुर ब्लॉक के धनेली में आयोजित जिला स्तरीय जन समस्या निवारण शिविर में पहुंचे कलेक्टर इंद्रजीत सिंह चंद्रवाल लोगों को समस्या का शीघ्र निदान का दिलाया भरोसा l

गुरुर ब्लॉक के धनेली में आयोजित जिला स्तरीय जन समस्या निवारण शिविर में  पहुंचे कलेक्टर इंद्रजीत सिंह चंद्रवाल लोगों को समस्या का  शीघ्र निदान का दिलाया भरोसा l

लोकेशन,,,, गुरूर

संवाददाता,,,देवधर साहू 



 विगत दिनों बालोद जिला अंतर्गत गुरुर ब्लॉक के ग्राम धनेली में एक दिवसीय जन समस्या निवारण शिविर का आयोजन किया गया था l जिसमें बालोद कलेक्टर इंद्रजीत सिंह चंद्रवाल के अलावा संजारी बालोद विधानसभा क्षेत्र के विधायिका संगीता सिन्हा सहित अन्य जनप्रतिनिधियों  भी पहुचे थे l इस कार्यक्रम के माध्यम से लोगों ने अपनी बात कलेक्टर बालोद तक पहुंचाई l इस जिला स्तरीय कार्यक्रम में 20 विभाग ने अपना स्टॉल लगाकर जनता से आवेदन पत्र प्राप्त किये l कलेक्टर की मौजूदगी में कई समस्याओं को लेकर उनका समाधान  भी किया गया l  जो समस्या बची हुई है कलेक्टर द्वारा यह आश्वासन दिया गया की  उनका समाधान भी बहुत जल्द कर दिया जायेगा l कार्यक्रम प्रभारी अनुविभागीय अधिकारी प्राची ठाकुर द्वारा प्राप्त आवेदन   और उनके निराकरण  की संख्या की जानकारी कार्यक्रम स्थल में दिया गया l इनमें कुछ मामले ऐसे भी हैं जिनका समाधान पिछले 1 वर्ष से नहीं हो पाया था l ऐसे ही एक कृषि विभाग से संबंधित मामला ग्राम फागुंदाह का  सामने आया  है l जिसमें गांव के कृषक अनिल गुरुपंच, अरुण साहू के द्वारा बताया गया की फसल बीमा करवाने के उपरांत भी बीमा की राशि अभी तक उनको नहीं मिल पाया है l इस संबंध  में कुछ दिन पहले समाचार भी प्रकाशित किया गया था l इसके बावजूद  अभी तक संबंधित कृषि विभाग के द्वारा कोई संज्ञान में नहीं लिया गया और ना ही कृषि विभाग के द्वारा उनको कोई आश्वासन    मिला है l इसीलिए इन किसानों  के द्वारा  अपनी समस्याओं को लेकर जन समस्या निवारण शिविर धनेली कलेक्टर के सामने  बात रखी l जिस पर कलेक्टर द्वारा आश्वासन दिया  गया  कि इस पर जल्द ही जांच कर समस्याओं का समाधान करेंगे l कि किसानों को राशि क्यों नहीं मिल पाई है साथ ही दोषियों पर भी कार्यवाही की जाएगी l अब देखना यह है कि उनकी समस्याओं का समाधान कब तक हो पाता है l वही ग्राम अरकार के स्कूली बच्चों द्वारा शिक्षकों की कमी को लेकर कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा  गया l इस मौके पर क्षेत्र के लोकप्रिय विधायिका संगीता सिन्हा भी पहुंचे हुए थे l अपने  लोकप्रिय विधायक को देखकर लोग  प्रसन्नचित थे तथा बेझिझक और होकर कलेक्टर महोदय के सामने अपनी बात रख रहे थे l  विधायिका संगीता सिन्हा द्वारा यह कहा गया कि इस तरह का कार्यक्रम का आयोजन तभी सफल माना जाएगा जब इन समस्याओं का तत्काल निदान हो l इस कार्यक्रम में  जिला बालोद  कलेक्टर इंद्रजीत सिंह चंद्रवाल संजारी बालोद के विधायिका संगीता सिन्हा के अलावा विभाग के आला अधिकारी एवं क्षेत्र के जनप्रतिनिधि सम्मिलित हुए l

Post a Comment

0 Comments

Random Posts

Bilaspur:  वन विभाग का पर्यटकों से अनुरोध: भनवारटंक क्षेत्र में भ्रमण से बचें
Janjgir:  नवागढ़ फर्जी शिक्षा कर्मी वर्ग दो हुआ बर्खास्त, मामला शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला रिंगनी का*
Bilaspur:  फोटोबाजी के लिए पार्षद का खिलवाड़, मगरमच्छ के पीठ पर बैठ थाम ली लगाम  बिलासपुर रतनपुर सोशल मीडिया पर धाक जमाने और हवाबाजी करने के लिए रतनपुर का एक पार्षद ने एक विशालकाय मगरमच्छ के पीठ पर बैठ फोटो खिचवाने के लिए उस  मगरमच्छ पर बंधे रस्सी को घोड़े की लगाम की तरह थाम ली। उनकी देखा सीखी अब नगर के कई युवा और बच्चे भी इस तरह की हरकत कर अपनी जान जोखिम में डाल सकते हैं। ये महाशय है रतनपुर नगर पालिका के वार्ड क्रमांक 12 के पार्षद हकीम मोहम्मद, एक जन प्रतिनिधि होने के कारण उन्हे इस तरह की खतरनाक फोटो बाजी को रोकना चाहिए और लोगो को जागरूक करना चाहिए जबकि वो खुद इस तरह की स्टंटबाजी को बढ़ावा दे रहे  दरसल रतनपुर के वार्ड क्रमांक 5 रानीपारा में स्थित बिकमा तालाब जिससे लगा हुआ खेत में  था मगरमच्छ मोहल्ले के कुछ लोग सुबह उठ कर निकले खेत की ओर जहां खेत में घूमता हुआ दिखा  मगरमच्छ जिसे देख होश उड़ गय चीख पुकार सुन कर पूरे मोहल्ले हो गय एकत्रित सभी ने हिम्मत जुटा कर किसी भी तरह बांध कर वन विभाग को दी सूचना सूचना मिलते ही वन विभाग अधिकारी पहुंचे टीम के साथ पहुंचकर खुटा घाट में छोड़ा गयापर वहा देखी गई लापरवाही रतनपुर नगर पालिका के जनप्रतिनिधि वार्ड क्रमांक 12 के भाजपा पार्षद हकीम मोहम्मद के द्वारा ऐसे खिलवाड़ किया जा रहा है ।जिसकी वीडियो फोटो सोशल मीडिया में वायरल हो रही है क्या एक जनप्रतिनिधि होते हुए ऐसी हरकत कीया जाना चाहिए। भारतीय दंड संहिता की धारा 428 और 429 के तहत अगर किसी ने जानवर को जहर दिया, जान से मारा, कष्ट दिया तो उसे दो साल तक की सजा हो सकती है। इसके साथ ही कुछ जुर्माने का भी प्रावधान है। अब देखना है कि सरकार द्वारा इस लापरवाही के लिए क्या कदम उठाए जाएंगे