Ticker

6/recent/ticker-posts

Durgkondal: 2 महीने के बाद भी दुर्गूकोंदल में तहसीलदार की पदस्थापना नहीं, कई जरूरी काम अटके*

*2 महीने के बाद भी दुर्गूकोंदल में तहसीलदार की पदस्थापना नहीं, कई जरूरी काम अटके*



  दुर्गूकोंदल।ब्लाक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष शोपसिंग आचला ने दुर्गूकोंदल तहसील कार्यालय में तहसीलदार नहीं होने से एसडीएम भानुप्रतापपुर को ज्ञापन सौंपा है। और 17सितम्बर तकतहसीलदार की पदस्थापना नहीं होने पर 18सितम्बर को एक दिवसीय धरना प्रदर्शन करने की चेतावनी भी दिया है।     ब्लाक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष शोपसिंग आचला ने बताया कि तहसील कार्यालय दुर्गूकोंदल में 2 महिने से तहसीलदार नहीं है, इस कारण किसान, आम नागरिक और स्कूली बच्चों का का दो महिने से तहसीलदार की कमी से अटका हुआ है। तहसीलदार के 141गांव के किसान, आम नागरिक, स्कूली बच्चे अपने काम से तहसील कार्यालय दुर्गूकोंदल पहुंचते हैं। लेकिन काम नहीं होती है, इसलिए 2माह से खाली हाथ लौट जाते हैं। उपतहसील कार्यालय कोड़ेकुर्से में भी तहसीलदार नहीं है। दुर्गूकोंदल तहसील क्षेत्र के 141गांव के किसान, आम नागरिक, स्कूली छात्र छात्राओं के साथ अन्याय है। छत्तीसगढ़ सरकार और जिला प्रशासन दुर्गूकोंदल के आम लोगों को सुविधा पहुंचाना नहीं चाहते हैं। इसलिए तहसीलदार की पोस्टिंग नहीं कर रहे हैंआज एसडीएम भानुप्रतापपुर को ज्ञापन सौंपकर कर 17सितम्बर तक तहसीलदार की पदस्थापना करने की चेतावनी दिये हैं। 17तारीख तक तहसीलदार दुर्गूकोंदल में नहीं आये तो 18सितम्बर को धरना प्रदर्शन करेंगे। इन्होंने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार नाकाम है, इसलिए दुर्गूकोंदल तहसीलदार दो महिने बाद भी पदस्थ नहीं कर पा रही है। इन्होंने बताया कि कागज में तहसीलदार पदस्थापना आदेश जारी करने से कुछ नहीं होने वाला है, आफिस में तहसीलदार पहुंचे और लोगों की राजस्व प्रकरणों की त्वरित निपटारा हो। उधारी के तहसीलदार से दुर्गूकोंदल की भला नहीं होगी। ज्ञापन सौपने वाले में प्रमुख रूप से विधायक प्रतिनिधि हुमन सिंह मरकाम जोहन उयके रामूराम मडावी झाड़ूराम उयके  बिहारी लाल सिंहा परमेश्वर बघेल नंदलाल बघेल अमर कतलाम एवं अन्य ग्रामीण उपस्थित थे

Post a Comment

0 Comments

Random Posts

Bilaspur:  वन विभाग का पर्यटकों से अनुरोध: भनवारटंक क्षेत्र में भ्रमण से बचें
Janjgir:  नवागढ़ फर्जी शिक्षा कर्मी वर्ग दो हुआ बर्खास्त, मामला शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला रिंगनी का*
Bilaspur:  फोटोबाजी के लिए पार्षद का खिलवाड़, मगरमच्छ के पीठ पर बैठ थाम ली लगाम  बिलासपुर रतनपुर सोशल मीडिया पर धाक जमाने और हवाबाजी करने के लिए रतनपुर का एक पार्षद ने एक विशालकाय मगरमच्छ के पीठ पर बैठ फोटो खिचवाने के लिए उस  मगरमच्छ पर बंधे रस्सी को घोड़े की लगाम की तरह थाम ली। उनकी देखा सीखी अब नगर के कई युवा और बच्चे भी इस तरह की हरकत कर अपनी जान जोखिम में डाल सकते हैं। ये महाशय है रतनपुर नगर पालिका के वार्ड क्रमांक 12 के पार्षद हकीम मोहम्मद, एक जन प्रतिनिधि होने के कारण उन्हे इस तरह की खतरनाक फोटो बाजी को रोकना चाहिए और लोगो को जागरूक करना चाहिए जबकि वो खुद इस तरह की स्टंटबाजी को बढ़ावा दे रहे  दरसल रतनपुर के वार्ड क्रमांक 5 रानीपारा में स्थित बिकमा तालाब जिससे लगा हुआ खेत में  था मगरमच्छ मोहल्ले के कुछ लोग सुबह उठ कर निकले खेत की ओर जहां खेत में घूमता हुआ दिखा  मगरमच्छ जिसे देख होश उड़ गय चीख पुकार सुन कर पूरे मोहल्ले हो गय एकत्रित सभी ने हिम्मत जुटा कर किसी भी तरह बांध कर वन विभाग को दी सूचना सूचना मिलते ही वन विभाग अधिकारी पहुंचे टीम के साथ पहुंचकर खुटा घाट में छोड़ा गयापर वहा देखी गई लापरवाही रतनपुर नगर पालिका के जनप्रतिनिधि वार्ड क्रमांक 12 के भाजपा पार्षद हकीम मोहम्मद के द्वारा ऐसे खिलवाड़ किया जा रहा है ।जिसकी वीडियो फोटो सोशल मीडिया में वायरल हो रही है क्या एक जनप्रतिनिधि होते हुए ऐसी हरकत कीया जाना चाहिए। भारतीय दंड संहिता की धारा 428 और 429 के तहत अगर किसी ने जानवर को जहर दिया, जान से मारा, कष्ट दिया तो उसे दो साल तक की सजा हो सकती है। इसके साथ ही कुछ जुर्माने का भी प्रावधान है। अब देखना है कि सरकार द्वारा इस लापरवाही के लिए क्या कदम उठाए जाएंगे