Ticker

6/recent/ticker-posts

Khairagarh: जिले के अंतिम छोर पर अंतर्राज्यीय सीमा में नक्सलियों व पुलिस जवानों के बीच हुई मुठभेंड़

जिले के अंतिम छोर पर अंतर्राज्यीय सीमा में नक्सलियों व पुलिस जवानों के बीच हुई मुठभेंड़

संवाददाता-मंदीप सिंह 

स्थान - खैरागढ़ 



00 मध्यप्रदेश के सीतापाला कैम्प के पास सर्चिंग के दौरान हुई मुठभेंड़


00 जवानों को देखकर नक्सली सघन जंगल की ओर भाग खड़े हुये


खैरागढ़. जिले के अंतिम छोर पर छत्तीसगढ़ सीमा से महज 10 किमी दूर सुदूर वनांचल में पुलिस के साथ नक्सलियों की मुठभेंड़ की खबर है। जानकारी अनुसार जिले की सीमा से लगे मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले में सीतापाला कैम्प के पास शनिवार की सुबह तकरीबन 4ः30 बजे अचानक सर्चिंग में निकले जवानों का सामना जंगल में छुपे नक्सलियों से हुआ। पुलिस जवानों को देखकर नक्सलियों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। बताया जा रहा है कि जवाबी कार्यवाही में मध्यप्रदेश पुलिस व डीआरजी के जवानों ने भी नक्सलियों पर गोलियां बरसाई है। मुठभेंड़ लगभग एक घंटे चली जिसके बाद नक्सली पीठ दिखाकर जंगल की ओर भाग खड़े हुये। मुठभेंड़ में नक्सलियों के हताहत होने या अन्य कोई जानकारी की सूचना मध्यप्रदेश पुलिस की ओर से नहीं मिल पायी है। पाठकों को बता दे कि बालाघाट जिले के सीतापाला कैम्प के जवान संयुक्त रूप से नक्सली ऑपरेशन सर्चिंग में निकले थे। जवानों को खबर मिली थी कि कैम्प के 20 किमी के दायरे में नक्सली छिपे हुये हैं। यह मैकल पर्वत श्रेणी का वह इलाका है जो पूरी तरीके से सघन वनों व पहाड़ियों से घिरा हुआ है और यह इलाका राज्य की सीमा से महज 10 किमी दूर ही है। 


*छत्तीसगढ़ की खैरागढ़ सीमा में प्रवेश से बच रहे हैं नक्सली*


लंबे समय से इस इलाके में सक्रिय माओवादी नक्सली खैरागढ़(छत्तीसगढ़) की सीमा में प्रवेश से बच रहे हैं। बता दे कि जिला निर्माण के बाद से ही खैरागढ़ जिले के नक्सल प्रभावित इलाकों में पूरी प्लानिंग के साथ नक्सल ऑपरेशन कैम्प की स्थापना की गई है। वर्तमान में नक्सलियों की आवाजाही व ठिकानों के रूप में महत्वपूर्ण रहे खैरागढ़ जिले के कटेमा, घाघरा व मलैदा वनक्षेत्रों में फोर्स की तगड़ी तैनाती है। साथ ही यह इलाका मैकल पर्वत श्रेणी का उपरी इलाका भी है इसलिये नक्सली मध्यप्रदेश के नीचले इलाके से छत्तीसगढ़ के उपरी इलाके में चहलकदमी से अब बच रहे हैं। बहरहाल अंतर्राज्यीय सीमा पर हुये नक्सली मुठभेंड व फायरिंग को लेकर जिला पुलिस सतर्क है वहीं जिले के सभी पुलिस कैम्पों में इसकी सूचना दे दी गई है जिसके बाद जिले में भी नक्सली खोजबीन को लेकर सर्चिंग तेज कर दी गई है।

Post a Comment

0 Comments

Random Posts

Bilaspur:  वन विभाग का पर्यटकों से अनुरोध: भनवारटंक क्षेत्र में भ्रमण से बचें
Balod:  सेवानिवृत्त व्यायाम शिक्षक का सस्मामान विदाई।
Bilaspur:  फोटोबाजी के लिए पार्षद का खिलवाड़, मगरमच्छ के पीठ पर बैठ थाम ली लगाम  बिलासपुर रतनपुर सोशल मीडिया पर धाक जमाने और हवाबाजी करने के लिए रतनपुर का एक पार्षद ने एक विशालकाय मगरमच्छ के पीठ पर बैठ फोटो खिचवाने के लिए उस  मगरमच्छ पर बंधे रस्सी को घोड़े की लगाम की तरह थाम ली। उनकी देखा सीखी अब नगर के कई युवा और बच्चे भी इस तरह की हरकत कर अपनी जान जोखिम में डाल सकते हैं। ये महाशय है रतनपुर नगर पालिका के वार्ड क्रमांक 12 के पार्षद हकीम मोहम्मद, एक जन प्रतिनिधि होने के कारण उन्हे इस तरह की खतरनाक फोटो बाजी को रोकना चाहिए और लोगो को जागरूक करना चाहिए जबकि वो खुद इस तरह की स्टंटबाजी को बढ़ावा दे रहे  दरसल रतनपुर के वार्ड क्रमांक 5 रानीपारा में स्थित बिकमा तालाब जिससे लगा हुआ खेत में  था मगरमच्छ मोहल्ले के कुछ लोग सुबह उठ कर निकले खेत की ओर जहां खेत में घूमता हुआ दिखा  मगरमच्छ जिसे देख होश उड़ गय चीख पुकार सुन कर पूरे मोहल्ले हो गय एकत्रित सभी ने हिम्मत जुटा कर किसी भी तरह बांध कर वन विभाग को दी सूचना सूचना मिलते ही वन विभाग अधिकारी पहुंचे टीम के साथ पहुंचकर खुटा घाट में छोड़ा गयापर वहा देखी गई लापरवाही रतनपुर नगर पालिका के जनप्रतिनिधि वार्ड क्रमांक 12 के भाजपा पार्षद हकीम मोहम्मद के द्वारा ऐसे खिलवाड़ किया जा रहा है ।जिसकी वीडियो फोटो सोशल मीडिया में वायरल हो रही है क्या एक जनप्रतिनिधि होते हुए ऐसी हरकत कीया जाना चाहिए। भारतीय दंड संहिता की धारा 428 और 429 के तहत अगर किसी ने जानवर को जहर दिया, जान से मारा, कष्ट दिया तो उसे दो साल तक की सजा हो सकती है। इसके साथ ही कुछ जुर्माने का भी प्रावधान है। अब देखना है कि सरकार द्वारा इस लापरवाही के लिए क्या कदम उठाए जाएंगे