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Khairagarh: कलेक्टर ने किया हाईटेक नर्सरी का औचक निरीक्षण, दिए विकास के निर्देश

**कलेक्टर ने किया हाईटेक नर्सरी का औचक निरीक्षण, दिए विकास के निर्देश**


संवाददाता  मऺदीप चौरे


**खैरागढ़, कलेक्टर इंद्रजीत सिंह चंद्रवाल ने आज खैरागढ़ जिले की एकमात्र शासकीय हाईटेक नर्सरी, कुकुरमुड़ा (बाजार अतरिया) का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने नर्सरी के रख-रखाव पर संतोष व्यक्त किया और प्रभारी को शेष अविकसित हिस्से को जल्द विकसित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने आगामी वर्षा ऋतु से पहले मनरेगा के तहत नर्सरी के विकास के लिए एक अतिरिक्त कार्य योजना तैयार कर प्रस्तुत करने को भी कहा।





### नर्सरी की वर्तमान स्थिति और भविष्य की योजनाएं


निरीक्षण के दौरान, कलेक्टर चंद्रवाल ने नर्सरी स्थापना से संबंधित तकनीकी और प्रशासनिक जानकारी ली। उन्होंने उद्यान नर्सरी में स्थापित ग्रीन हाउस का भी अवलोकन किया, जहाँ उन्होंने विभिन्न प्रकार के सजावटी पौधों के बारे में जानकारी प्राप्त की। नर्सरी प्रभारी रविन्द्र कुमार मेहरा ने बताया कि इन सजावटी पौधों की किस्मों से आगामी वर्ष में मांग के अनुसार विभिन्न संस्थाओं और स्थानीय स्तर पर पौधों का विपणन किया जाएगा। कलेक्टर ने प्रभारी  मेहरा और कार्यरत माली व मजदूरों को नर्सरी के उचित रख-रखाव के लिए तकनीकी सुझाव भी दिए।


### राष्ट्रीय बागवानी मिशन के तहत स्थापना और उत्पादन क्षमता


वरिष्ठ उद्यान विकास अधिकारी एवं प्रभारी सहायक संचालक उद्यान श्री रविन्द्र कुमार मेहरा ने कलेक्टर को बताया कि कुकुरमुड़ा स्थित इस हाईटेक नर्सरी की स्थापना वर्ष 2022-23 में राष्ट्रीय बागवानी मिशन योजना के तहत 100 लाख रुपये की स्वीकृत राशि से की गई थी। यह नर्सरी कुल 5.933 हेक्टेयर क्षेत्र में फैली हुई है और इसमें मिनी प्लग टाइप वेजिटेबल यूनिट, हार्डनिंग यार्ड (ग्रीन हाउस), गोदाम, कार्यालय भवन, वर्किंग शेड और फेंसिंग जैसी अधोसंरचनाएं निर्मित हैं। नर्सरी की वार्षिक पौध उत्पादन क्षमता प्रति मौसम 45 हजार है।


### पौधों का वितरण और राजस्व संग्रह


नर्सरी प्रभारी श्री मेहरा ने बताया कि वर्ष 2021-22 से जनवरी 2022-23 तक कुल 1 लाख 27 हजार विभिन्न प्रकार के कलमी और बीजू पौधे तैयार कर योजनाओं और ग्राम पंचायतों को निःशुल्क वितरित किए गए हैं। इसके अतिरिक्त, वर्ष 2021-22 से 2023-24 में लगभग 170 क्विंटल विभिन्न प्रकार के बीज आलू, भिंडी और बरबटी का उत्पादन किया गया, जिससे 8 लाख 19 हजार 740 रुपये का राजस्व राज्य शासन के खाते में जमा किया गया है। नर्सरी में लगभग 670 उच्च गुणवत्ता वाले फल-पौधे जैसे आम, अमरूद, बेर, आंवला, नींबू, कटहल, सेब, ग्राफ्टेड इमली, अनार, मौसंबी, संतरा आदि भी रोपित किए गए हैं, जिनसे आगामी वर्षों में कलमी पौधे तैयार किए जाएंगे।


इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ श्री प्रेमकुमार पटेल, कृषि उपसंचालक श्री राजकुमार सोलंकी और उद्यान विकास अधिकारी श्री रविन्द्र कुमार मेहरा भी उपस्थित रहे।

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