**दुर्गम जंगल में ऐतिहासिक मंडीप खोल गुफा का कलेक्टर ने किया निरीक्षण, व्यवस्थाओं का लिया जायजा**
संवाददाता- मंदीप सिंह
स्थान- खैरागढ़
**खैरागढ़, खैरागढ़-छुईखदान-गण्डई जिले के कलेक्टर श्री इंद्रजीत सिंह चंद्रवाल ने आज छुईखदान विकासखंड के ग्राम ठाकुरटोला के घने जंगलों में छिपी ऐतिहासिक मंडीप खोल गुफा का दौरा किया। अक्षय तृतीया के बाद पहले सोमवार को श्रद्धालुओं के लिए खुलने वाली इस महत्वपूर्ण गुफा में व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए कलेक्टर स्वयं दुर्गम रास्तों को पार कर पहुंचे।
कलेक्टर श्री चंद्रवाल ने गुफा के अंदर प्रवेश कर वहां की स्थिति का बारीकी से निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को साफ-सफाई, सुरक्षा व्यवस्था, श्रद्धालुओं के लिए सुगम मार्ग और अन्य आवश्यक सुविधाओं को सुनिश्चित करने के लिए मौके पर ही विस्तृत दिशा-निर्देश दिए। जनपद पंचायत छुईखदान के मुख्य कार्यपालन अधिकारी (सीईओ) श्री रवि को कलेक्टर ने तत्काल प्रभाव से गुफा तक पहुंचने वाले रास्ते की सफाई और अन्य जरूरी तैयारियां पूरी करने के निर्देश दिए।
अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) श्री अविनाश ठाकुर को सुरक्षा के मद्देनजर गुफा के प्रवेश द्वार पर स्पष्ट चेतावनी बोर्ड और मजबूत गेट लगाने के निर्देश दिए गए, ताकि श्रद्धालु किसी भी प्रकार की दुर्घटना से सुरक्षित रहें। कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को भी निर्देशित किया कि वे मेला स्थल पर एक स्वास्थ्य शिविर का आयोजन करें, जिससे श्रद्धालुओं को आवश्यकता पड़ने पर तत्काल प्राथमिक चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो सके। इसके अतिरिक्त, उन्होंने स्थानीय युवाओं को प्रशिक्षित कर गुफा के महत्व और आसपास के क्षेत्र की जानकारी देने के लिए गाइड के रूप में नियुक्त करने पर भी जोर दिया।
गुफा खुलने के बाद उमड़ने वाली संभावित भीड़ को ध्यान में रखते हुए, कलेक्टर श्री चंद्रवाल ने पुलिस विभाग को प्रभावी भीड़ नियंत्रण योजना तैयार करने और उसे सख्ती से लागू करने की जिम्मेदारी सौंपी। वहीं, वन विभाग को गुफा के भीतर बांस और बल्लियों से बैरिकेडिंग करने के निर्देश दिए गए, ताकि श्रद्धालु व्यवस्थित तरीके से दर्शन कर सकें और किसी भी प्रकार की भगदड़ की स्थिति से बचा जा सके।
निरीक्षण के दौरान ठाकुरटोला के जमींदार और पुजारी ने कलेक्टर को मंडीप खोल गुफा के गौरवशाली इतिहास और धार्मिक महत्व से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि इस गुफा तक पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को एक ही नदी को 16 बार पार करना होता है। यह गुफा रियासतकालीन परंपराओं से जुड़ी हुई है और हर साल अक्षय तृतीया के बाद पहले सोमवार को ही श्रद्धालुओं के लिए खोली जाती है। यहां की पहली पूजा-अर्चना आज भी ठाकुरटोला के जमींदार परिवार द्वारा ही की जाती है।
गुफा के समीप स्थित सेतगंगा कुंड का भी कलेक्टर ने अवलोकन किया, जिसे स्थानीय लोग गंगा नदी के समान पवित्र मानते हैं। मान्यता है कि इस कुंड का जल कभी भी दूषित नहीं होता और हमेशा शुद्ध बना रहता है। इसके पास ही 'चमगादड़ गुफा' भी स्थित है, जहां दिन में भी हजारों चमगादड़ों के कारण अंधेरा छाया रहता है, जो आगंतुकों के लिए एक अलग आकर्षण का केंद्र है।
कलेक्टर श्री चंद्रवाल ने इस अवसर पर कहा कि खैरागढ़-छुईखदान-गण्डई जिले में पर्यटन विकास की अपार संभावनाएं हैं। ऐतिहासिक धरोहरों और प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर इस क्षेत्र को एक प्रमुख पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए जिला प्रशासन पूरी निष्ठा और प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रहा है। मंडीप खोल गुफा को सुरक्षित और सुगम बनाकर अधिक से अधिक पर्यटकों को आकर्षित करने के प्रयास किए जाएंगे।
इस निरीक्षण के दौरान जिला पंचायत सीईओ श्री प्रेम कुमार पटेल, वन विभाग और पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारी-कर्मचारी, और स्थानीय ग्रामीण भी उपस्थित थे, जिन्होंने कलेक्टर के प्रयासों की सराहना की और हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया।
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