*जीवित पैंगोलीन (सालखपरी ) और छाल सहित तीन अंतर्राज्यीय आरोपी पुलिस गिरफ्त में*
रिपोर्टर --जयविलास शर्मा
*ओडिशा के सुनाबेडा अभ्यारण्य से छग कर रहे थे तस्करी,साइबर सेल और देवभोग पुलिस की बड़ी कार्यवाही
गरियाबंद --विलुप्त वन्य प्राणी पैंगोलीन (सालखपरी) के तस्करी के मामले पर गरियाबंद पुलिस को फिर बड़ी सफलता मिला है।एक जीवित 9 किलो का पैंगोलिन सहित करीबन 6 किलो पैंगोलिन छाल के साथ देवभोग पुलिस और साइबर सेल की संयुक्त टीम ने तीन अंतर्राज्यीय तस्करी को गिरफ्तार कर लिया है। मुखबिर सूचना के आधार पर संयुक्त टीम ने 26 अक्टूबर की शाम को नाकेबंदी कर दबोच लिया।जिलेभर में पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर मादक द्रव्य, गांजा, शराब, वन्य प्राणी और उसके खाल की तस्करी रोकने लगातार कार्यवाही कर रही है।
*आरोपी ओडिशा के कालाहांडी जिला निवासी, पैंगोलिन व छाल सुनाबेडा अभ्यारण्य का कबूलनामा*
पैंगोलिन और छाल की तस्करी करने वाले भवतेश पात्र पिता परमेश्वर पात्र और गोरे बारिक पिता मोनो बारिक ओडिशा के कालाहांडी जिला के कलमपुर के रहने वाले हैं वहीं एक आरोपी कौशल नागेश पिता खगेश्वर नागेश छग के देवभोग थानाक्षेत्र के ठिरलीगुडा का रहने वाला है।वहीं दबोचे गये आरोपी ने पुलिस को दिये बयान में पैंगोलिन व छाल ओडिशा के सुनाबेडा अभ्यारण्य का होना कबूल किया है।
*रातों रात अमीर का ख्वाब लेकर छग में खपाने के फिराक में थे तस्कर*
लाखों में बिकने वाला पैंगोलिन और छाल को छग में खपाने के फिराक में तस्कर मारूती कार लेकर छग पहुंचे थे वहीं छग का आरोपी एच एल डिलक्स मोटर साइकिल को भी पुलिस और साइबर सेल की संयुक्त टीम ने जप्त किया है।सालकाती के नाम से औषधी के रूप में बिकने वाले छाल और जीवित पैंगोलिन को लाखों में बेचकर रातों रात अमीर बनने के सपनों पर पुलिस ने पानी फेर दिया
*जीवित पैंगोलिन वन विभाग को सौंप विभिन्न धाराओं के तहत अपराध पंजीबद्ध*
देवभोग पुलिस ने आरोपियों से जप्त किये गये जीवित पैंगोलिन को वन विभाग को सौंप दिया जहां से जीवित पैंगोलिन को जंगल सफारी में छोड़ा गया वहीं वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत 9,27,29,31,39 ख,तथा 51(1)क,52 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर आरोपीयों को जेल दाखिल कर दिया।

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