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Balod: विभिन्न गांवों के मातर महोत्सव में शामिल हुए पुष्पेंद्र चंद्राकर, संस्कृति और परंपरा का दिखा संगम*

 बालोद 

लोकेशन -गुण्डरदेही 

तारीख 27/10/25


विभिन्न गांवों के मातर महोत्सव में शामिल हुए पुष्पेंद्र चंद्राकर, संस्कृति और परंपरा का दिखा संगम*




    *बालोद :*- जिले के गुंडरदेही विकासखंड के विभिन्न गांवों में आयोजित पारंपरिक मातर मड़ई उत्सव में इस वर्ष जनप्रतिनिधि और जनसंस्कृति का अनूठा संगम देखने को मिला। जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि एवं पूर्व जिला पंचायत सदस्य पुष्पेंद्र चंद्राकर ने एक के बाद एक कई गांवों की मातर मड़ई में शामिल होकर लोगों का उत्साह बढ़ाया और ग्रामीण परंपराओं को सम्मान दिया। इस दौरान वे ग्राम बोरगहन, साजा तथा ग्राम पांगरी में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। उनके तथा जनप्रतिनिधियों के आगमन पर  हर गांव में अत्यंत धूमधाम और पारंपरिक उल्लास के साथ स्वागत हुआ। ग्रामीणों ने अपनी गौरवशाली परंपरा के अनुरूप उनका भव्य स्वागत किया। इस दौरान, रंग-बिरंगी वेशभूषा में सजे कलाकारों ने पारंपरिक राउत नृत्य प्रस्तुत कर समां बांध दिया। नर्तकों के पैरों की थिरकन और लाठी की ताल ने उत्सव के माहौल को और भी जीवंत बना दिया। वहीं, बुजुर्गों और लोक गायकों ने दोहा और छंदों के माध्यम से जनप्रतिनिधियों का अभिनंदन किया, जो इस क्षेत्र की लोक-साहित्यिक परंपरा की गहराई को दर्शाता है। मंच से संबोधित करते हुए पूर्व जिला पंचायत सदस्य पुष्पेंद्र चंद्राकर ने कहा कि मातर मड़ई हमारे ग्रामीण जीवन की आत्मा है और हमें अपनी समृद्ध संस्कृति तथा परंपराओं को हर हाल में सहेज कर रखना चाहिए। उन्होंने कहा,"यह परंपराएं ही हमारी असली पहचान हैं और इन्हें जीवंत रखना हम सबका कर्तव्य है।" उन्होंने ग्रामीणों की एकजुटता की सराहना की और क्षेत्र के विकास के लिए निरंतर प्रयास करते रहने की प्रतिबद्धता दोहराई। गांवों में देर रात तक लोक सांस्कृतिक कार्यक्रम और मेले का आयोजन होता रहा, जिसने उत्सव के रंग को और भी गहरा कर दिया।



रिपोर्टर 

विजन टीवी चैनल गुण्डरदेही संवाददाता रूपचंद जैन की रिपोर्ट

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