*45 सालों स्वादिष्ट चना चरपट्टी खिला रहा साजा चिकी*
*सुबह से लग जाती है ग्राहकों की भीड़*
*45 सालों में ना चने की मात्रा बढ़ी ना घटी*
साजा- नगर में लगातार 45 सालों से सड़क किनारे ठेला लगाकर लोगो को स्वादिष्ट चना चटपटी खिला रहे दुलारे निषाद उर्फ चिकी के चने की दास्तान ही अलग है पूरे अंचल सहित बेमेतरा तक के लोगो मे अपनी स्वादिष्ट चना चरपट्टी से पहचान बना चुके चिकी जब सुबह 8 बजे अपनी दुकान रूपी ठेला लेकर पुराने बस स्टैंड के सड़क किनारे चना चरपट्टी बेचने खड़े होते है तो लोगो की लाइन लगने शुरू हो जाती है और खास बात यह भी है कि चिकी के चने की मात्रा कभी घटती बढ़ती नही रोजाना एक निश्चित मात्रा तय है 1 से डेढ़ घण्टे में चिकी चना बेचकर अपने घर चला जाता है। चिकी के चना चरपट्टी की सुगंध आस पास फैलने लगती है तब मन मे उसे खाने की लालच स्वयंमेव पैदा होने लगती है 10 रुपये प्लेट में चिकी लोगो को स्वादिष्ठ चना चरपट्टी खिला रहे और मन जीत रहे। छोटे कद के चिकी किसी पहचान की मोहताज नही सड़क किनारे से अपने छोटे से चना चरपट्टी के धंधे की शुरवात को 45 सालों के लंबे सफर तक चिकी ने तय किया और आज भी बदस्तूर चल रहा ।
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